राजनीति नेता, नीति, नीयत और नियति August 1, 2019 / August 1, 2019 by विजय कुमार | Leave a Comment संसद का काम नीति बनाना है; पर ये नेताओं की नीयत पर निर्भर है। चूंकि नेता, नीति और नीयत के मेल से ही नियति का निर्माण होता है। महाराजा दशरथ बड़े प्रतापी सम्राट थे; पर बुढ़ापे में चार पुत्र पाकर उनका मन राजकाज से उचट गया। अतः रावण जैसे राक्षस उपद्रव करने लगे। इस ओर […] Read more » destiny leader policy politics Sansad
समाज सासंदों की उम्मीदवारी March 26, 2012 / July 22, 2012 by वीरेन्द्र सिंह राठौर | 4 Comments on सासंदों की उम्मीदवारी वीरेन्द्र सिंह राठौर 25 मार्च को अन्ना हजारे और उनकी टीम ने एक दिन का सांकेतिक अनशन दिल्ली के जंतर-मंतर मैदान पर किया। मुबंई के आज़ाद मैदान में फीके रहे अनशन के बाद जंतर-मंतर पर जमा हुई भीड़ को देखकर टीम अन्ना का मुरझाया उत्साह फिर से खिल गया । अनशन के दौरान अन्ना हजारे […] Read more » Sansad सासंदों की उम्मीदवारी
प्रवक्ता न्यूज़ लोग भूल गये कि सांसद भी होता हैं क्या रामटेक गोटेगांव रेल लाइन के लिये होंगें सर्वदलीय प्रयास? December 30, 2009 / December 25, 2011 by आशुतोष वर्मा | Leave a Comment प्रदेश परिसीमन आयोग के सह सदस्य भाजपा सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते और इंका विधायक ठाकुर हरवंश सिंह की सांठ गांठ से विलुप्त मंड़ला लोकसभा और केवलारी विधानसभा क्षेत्र तो बच गये थे लेकिन आयोग द्वारा प्रस्तावित सिवनी लोकसभा और घंसौर विस क्षेत्र विलुप्त हो गये थे। नये परिसीमन के बाद जिले के सिवनी और बरघाट विस […] Read more » Sansad सांसद
सार्थक पहल युवा सांसदों ने एसोचेम द्वारा आयोजित परिचर्चा में समग्र विकास को प्राथमिकता बताया June 4, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 1 Comment on युवा सांसदों ने एसोचेम द्वारा आयोजित परिचर्चा में समग्र विकास को प्राथमिकता बताया सरकार और जनता के बीच अविश्वास की खाई का बड़ा कारण देश का विकास धीमी गति से होना है । यह विश्वास देश के विकास की गति को बढ़ा कर ही वापस लाया जा सकता है और विकास के लिए जरुरी है Read more » Sansad युवा सांसद
राजनीति संसद में गंभीर बहस के बगैर पारित होने लगे हैं कई विधेयक May 3, 2009 / December 27, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए जरूरी है कि किसी मुद्दे पर गंभीर बहस की जाए। लेकिन, संसद में पहुंचने वाले लोगों के भीतर बहस की प्रवृत्ति कम होती जा रही है। अब यहां जल्दबाजी में विधेयक पारित किए जाने लगे हैं।लोकतंत्र में संसदीय बहस की परंपरा को मजबूत करने के लिए काम करने […] Read more » Sansad संसद