धर्म-अध्यात्म समाज गणि राजेन्द्र विजय: आदिवासियों के मसीहा संतपुरुष May 17, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – भारत की भूमि संतों एवं मनीषियों की भूमि रही है। उनका व्यक्तित्व एवं उनकी आध्यात्मिक यात्रा जन-जन के लिये सदा ही आकर्षण, प्रेरणा एवं जिज्ञासा का केन्द्र रही है। इन महापुरुषों ने धर्म के क्षेत्र में अनेक क्रांतिकारी स्वर बुलंद किए। ऐसे ही विलक्षण एवं अलौकिक संतों में एक नाम है गणि […] Read more » Featured आदिवासी समाज आध्यात्मिक कवांट गणि राजेन्द्र विजयजी नक्सलवाद बलद बोडेली माओवाद रंगपुर संस्कारों
धर्म-अध्यात्म “सच्ची आध्यात्मिकता के उन्नायक व पुरस्कर्ता ऋषि दयानन्द” April 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “सच्ची आध्यात्मिकता के उन्नायक व पुरस्कर्ता ऋषि दयानन्द” –मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि दयानन्द (1825-1883) को सारा संसार जानता है। सभी मत-मतान्तरों के आचार्य भी उन्हें व उनके बनाये सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ को जानते हैं। उन्होंने धार्मिक जगत में ऐसी क्रान्ति की जिसने सभी मत-मतान्तरों की अविद्या की पोल खोल दी। उनके आने से पूर्व सभी मत-मतान्तरों […] Read more » Featured आध्यात्मिक ईश्वर ऋग्वेदादिभाष्य ऋषि दयानन्द प्रवचन वैदिक विद्वान
धर्म-अध्यात्म गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-91 April 16, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का अठारहवां अध्याय योगीराज श्रीकृष्णजी अर्जुन को बताते हैं कि किसी भी देहधारी के लिए कर्मों का पूर्ण त्याग सम्भव नहीं है। ऐसा हो ही नहीं सकता कि कोई व्यक्ति कर्मों का पूर्ण त्याग कर दे। कर्म तो लगा रहता है, चलता रहता है। गीता की एक ही शर्त […] Read more » Featured अर्जुन आध्यात्मिक गीता युद्ध श्रीकृष्णजी संसार