समाज शिकागो संभाषण – भारत के विश्वगुरु बनने का मार्ग September 10, 2018 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रवीण गुणगानी स्वामी विवेकानंद जी ने भारत को व भारतत्व को कितना आत्मसात कर लिया था, यह कविवर रविन्द्रनाथ टैगोर के इस कथन से समझा जा सकता है – “यदि आप भारत को समझना चाहते हैं तो स्वामी विवेकानंद को संपूर्णतः पढ़ लीजिये”. नोबेल सम्मानित फ्रांसीसी लेखक रोमां रोलां ने स्वामी जी के विषय में कहा था – […] Read more » अणु विज्ञान अन्तिरिक्ष विज्ञान अर्थशास्त्र काल गणना नीति शास्त्र मान्यताओं आयुर्विज्ञान आयुर्वेद त्यौहार विचारों सांस्कृतिक स्वामी विवेकानंद
विविधा भारत में जैव आयुर्विज्ञान अनुसंधान के सौ साल January 18, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment देवेन्द्र उपाध्याय भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की स्थापना सन् 1911 में इंडियन रिसर्च फंड एसोसिएशन (आईसीएमआर) के रूप में की गयी थी, जिसे देश की स्वतंत्रता के बाद सन् 1949 में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) नाम दिया गया। परिषद 99 वर्ष पूरा कर 15 नवंबर 2010 से अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना […] Read more » Ayurved आयुर्विज्ञान