धर्म-अध्यात्म यदि ऋषि दयानन्द न आते? March 9, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द का जन्म 12 फरवरी, 1825 को गुजरात राज्य के मोरवी जिले के टंकारा कस्बे में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री कर्षनजी तिवारी था। जब उनकी आयु का चौदहवां वर्ष चल रहा था तो उन्होंने अपने शिवभक्त पिता के कहने पर शिवरात्रि का व्रत रखा था। शिवरात्रि को अपने […] Read more » ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म वेदज्ञ महान ऋषि दयानन्द जन्म दिवस एक पावन पर्व February 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, वेदों के पुनरुद्धारक महर्षि दयानन्द जी का जन्म गुजरात के टंकारा नामक स्थान पर फाल्गुन कृष्णा दशमी के दिन हुआ था। इस वर्ष यह दिवस 10 फरवरी, 2018 को है। महर्षि दयानन्द का जन्म उनसे पूर्व व पश्चात उत्पन्न व जन्में किसी महापुरुष से कम महत्व का नहीं है अपितु हमारी दृष्टि […] Read more » Dayanand's Birthday is a holy festival Vedanta great sage ऋषि दयानन्द ऋषि दयानन्द जन्म दिवस
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना क्यों की? February 12, 2018 / February 12, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आर्यसमाज एक सामाजिक एवं धार्मिक आन्दोलन है। यह वैदिक सिद्धान्तों से देश की राजनीति को भी दिशा देने में समर्थ है। वेद, मनुस्मृति, रामायण एवं महाभारत आदि ग्रन्थों में राजा के कर्तव्यों सहित एवं समाज एवं देश की सुव्यवस्था संबंधी वैदिक विधानों की भी चर्चा है। आर्यसमाज की सभी गतिविधियों का मुख्य […] Read more » Arya Samaj Featured Rishi Dayanand Why did Rishi Dayanand establish Arya Samaj आर्यसमाज की स्थापना ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द के बोध से विश्व के सभी मनुष्यों का भाग्योदय February 7, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज आन्दोलन के संस्थापक और महाभारतकाल के बाद वैदिक धर्म के प्रचारक शिखर पुरुष ऋषि दयानन्द के बोध की इस लेख में चर्चा करते हैं। ऋषि दयानन्द का बचपन का नाम मूलशंकर था। उनके पिता कर्षनजी तिवारी थे। आप गुजरात राज्य के मोरवी जनपद के टंकारा नामक स्थान पर 12 फरवरी, 1825 […] Read more » Featured ऋषि दयानन्द दयानन्द विश्व के सभी मनुष्यों का भाग्योदय
धर्म-अध्यात्म अभागे देश भारत ने ऋषि दयानन्द की शिक्षाओं से लाभ नहीं उठाया October 30, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महाभारत काल में हुई भारी जान माल की हानि के कारण कुछ वर्षों बाद भारत ज्ञान विज्ञान को विस्मृत कर अज्ञान व अंधविश्वासों में फंस गया। लगभग पांच हजार वर्षों तक भारत में वैदिक धर्म और संस्कृति का दिन प्रतिदिन पतन होता गया। सारा देश अविद्या अन्धकार में फंस गया और लगभग […] Read more » ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म लोकैषणा से मुक्त व जीवात्मा की अल्पज्ञता के सिद्धान्त को प्रचारित व स्वयं स्वीकार करने वाले अपूर्व महापुरुष ऋषि दयानन्द October 26, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य संसार में जो मनुष्य उत्पन्न होता है वह अल्पज्ञ अर्थात् अल्प, अधूरे व सीमित ज्ञान वाला होता है। ज्ञान में सर्वज्ञ व पूर्ण तो केवल ईश्वर ही होता है। अल्पज्ञता व अविद्या के कारण मनुष्यों में लोकैषणा, वित्तैषणा तथा पुत्रैषणा पायी जाती है। संसार का शायद ही कोई मनुष्य इससे मुक्त रहा […] Read more » ऋषि दयानन्द जीवात्मा
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द का संसार, देश व समाज पर ऋण October 20, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आज हम जो कुछ भी जानते है उस ज्ञान को हम तक पहुंचानें में हमसे पूर्व के ऋषियों व विद्वानों का महत्वपूर्ण योगदान है। सृष्टि के आरम्भ से अध्ययन अध्यापन की परम्परा का आरम्भ हुआ जो आज पर्यन्त चला आ रहा है। माता-पिता अपने नवजात शिशु को संस्कार देने के साथ भाषा […] Read more » ऋण ऋषि दयानन्द देश पर ऋण समाज पर ऋण संसार पर ऋण
धर्म-अध्यात्म पौराणिक मत के रक्षक ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज October 18, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ऋषि बलिदान एवं दीपावली पर्व पर मनमोहन कुमार आर्य सृष्टि के आरम्भ से महाभारतकाल तक संसार भर में वैदिक मत, भाषा, संस्कृति व सभ्यता का प्रचार व प्रसार रहा। महाभारत युद्ध के परिणामस्वरूप अव्यवस्था होने से वैदिक मत अज्ञान से ग्रस्त हो गया जिसका परिणाम वैदिक धर्म में अधंविश्वास, कुरीतियां और असमानता आदि जैसे विचार […] Read more » Featured आर्यसमाज ऋषि दयानन्द ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज ऋषि बलिदान दीपावली पर्व
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द ने सभी खतरों को जानते हुए भी मनुष्यमात्र के हित के लिए निर्भीकता से ईश्वरीय ज्ञान वेद का प्रचार किया August 25, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द सत्य की खोज करने अपने पिता के घर से निकले थे और उन्होंने देश देशान्तर का भ्रमण करके अनेक विद्वानों, योगियों, ज्ञानियों की सगंति सहित देश के अधिकांश स्थानों भर उपलब्ध वेद एवं सभी प्रकार के धार्मिक ग्रन्थों का अध्ययन व उनका मनन किया था। सद्ज्ञान व सच्चे योग को […] Read more » ऋषि दयानन्द वेद का प्रचार
समाज स्वराज्य प्राप्ति व देश की आजादी के प्रथम उद्घोषक एवं प्रेरक ऋषि दयानन्द August 15, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment देश की आजादी की 70वीं वर्षगाठ पर मनमोहन कुमार आर्य हमारे देश को आठवीं शताब्दी व उसके बाद मुसलमानों ने गुलाम बनाया था और उसके बाद अंग्रेजों की ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने इस पर राज्य किया। वास्तविकता यह है कि सृष्टि के आरम्भ में मनुष्य सृष्टि तिब्बत में हुई थी। सारे विश्व के पूर्वज […] Read more » Rishi Dayanand ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म गुरु विरजानन्द और ऋषि दयानन्द में परस्पर विद्या के आदान-प्रदान से देश व विश्व को अपूर्व व आशातीत लाभ हुआ August 4, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य स्वामी दयानन्द ने अपने गुरु को विद्या का सूर्य कहा है। यह बात वही कह सकता है जो स्वयं विद्या का सूर्य हो और विद्या की सभी बारीकियों व सूक्ष्मताओं को बखूबी समझता हो। स्वामी दयानन्द का जीवन इस बात का प्रमाण है कि वह महाभारत काल के बाद विश्व भर में […] Read more » ऋषि दयानन्द गुरु विरजानन्द गुरु विरजानन्द और ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म वेद और ऋषि दयानन्द के सिद्धान्तों को अपनाकर ही देश अखण्डित, स्वतन्त्र और सुरक्षित रह सकता है July 18, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य आजकल हमारा देश इतिहास के बहुत ही खराब दौर से गुजर रहा है। कश्मीर में आतंकवाद अपनी तीव्रतम स्थिति में है जहां पाकिस्तानी और राज्य के कुछ गुमराह लोग देश की रक्षा करने वाली सेना का विरोध करते हैं और न केवल उनकी जान लेने के लिए तत्पर रहते हैं अपितु […] Read more » ऋषि दयानन्द वेद