विविधा बौद्धिक आतंकवाद December 15, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा :- कहा तो यह जाता है कि आतंक की कोई जाति व मजहब नहीं होता है। पर इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि सर्वाधिक आतंक को मुस्लिम देश ही पोषित कर रहे हैं। इतना ही नहीं विश्व की अनेक तथा भारत की कुछ सरकारें भी […] Read more » Featured बौद्धिक आतंकवाद
महत्वपूर्ण लेख पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया : बौद्धिक आतंकवाद April 2, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment आजादी के 69 साल बाद भी हमारे देश का नागरिक आजाद नहीं है।देश आजाद हो गया लेकिन देशवासी अभी भी बेड़ियों के बन्धन में बन्धे हैं,ये बेड़ियाँ हैं अज्ञानता की,जातिवाद की,धर्म की,आरक्षण की,गरीबी की,सहनशीलता की,मिथ्या अवधारणाओं की आदि आदि। किसी भी देश की आजादी तब तक अधूरी होती है जब तक वहाँ के नागरिक […] Read more » Featured अज्ञानता आरक्षण गरीबी जातिवाद धर्म धर्म परिवर्तन पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया बौद्धिक आतंकवाद सहनशीलता
मीडिया समाज बौद्धिक अथवा सामाजिक आतंकवाद का जनक : मीडिया March 14, 2016 / March 14, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment मीडिया –वो माध्यम जो हमें देश विदेश में होने वाली घटनाओं से रूबरू कराता है।आज मीडिया हाईटेक हो गया है,इन्टरनेट और सोशल मीडिया ने लोकतंत्र के इस चौथे स्तम्भ को नए आयाम दे दिए हैं।ग्लोबलाइजेशन का सर्वाधिक असर शायद मीडिया पर ही पड़ा है जिसने खबरों के प्रस्तुतीकरण एवं प्रसारण को विविधता प्रदान की है।आज […] Read more » Featured अभिव्यक्ति की आजादी जे एन यू प्रकरण पठानकोट एयर बेस बौद्धिक आतंकवाद रोहित वेमुला सामाजिक आतंकवाद