आज का आदमी

1
241

आज का आदमी,आदमी कहाँ रह गया है 
वह तो आज की,चकाचोंध में बह गया है
अगर आज, आदमी,आदमी होता 
तो वह आज की चकाचोंध में न बहता 

आज के आदमी में,आदमियत निकल चुकी है 
वह तो आज स्वार्थ के हाथो बिक चुकी है 
अगर आज आदमी में स्वार्थ न होता  
तो वह आज आदमियत से बंधा होता 

आज आदमी,आदमी से कहाँ मिलता है 
वह तो आज अपने मतलब से मिलता है 
अगर आज आदमी मतलबी न होता 
तो हर आदमी, हर आदमी से मिलता 

अगर आज आदमी,आदमी ही होता 
उसमे इर्ष्या,घर्णा,स्वार्थ भरा न होता 
कितना अच्छा होता जो आदमी आदमी ही होता 
तो सारा संसार कितना सुखमय होता 

आर के रस्तोगी   

Previous articleमानवाधिकार दिवस समय है आत्ममंथन करने का
Next articleफिल्मी यौन क्रांति की पहली महिला “रेहाना”
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

1 COMMENT

  1. Aankhe Kholo ab Adami andha ho gayaa.hai.
    Kuchh Kutton se hi Sikh lo.
    ————————————————————
    Rastogi ji.Dhanyavad ….Ek Imandar kavita ke lie.
    LIKHATE RAHIE… Jagate rahie.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here