
अतिथि का कमरा (गेस्टरूम) संबंधी वास्तु सिद्धांत-मकान में आने वाले मेहमानों को ठहराने के लिए भी वास्तुशास्त्र में निम्नलिखित सिद्धांत बनाए गए हैं-
1. मकान में गेस्टरूम पश्चिम दिशा में नैऋत्य कोण की ओर, दक्षिण दिशा की ओर नैऋत्य कोण या दक्षिण दिशा या आग्नेय कोण की ओर नहीं बनवाना चाहिए। इससे मेहमान मकान में अधिक समय तक ठहरता है और मकान के बीच रहने वाले लोगों के बीच कलह बना रहता है। इसके अतिरिक्त इस दिशा में गेस्टरूम में होने पर इसमें ठहरने वाले मेहमान के आने का उद्देश्य भी पूरा नहीं होता।
2. गेस्टरूम हमेशा पश्चिमी वायव्य कोण की ओर, वायव्य कोण, उत्तरी वायव्य कोण की ओर या उत्तरी दिशा के ईशान कोण की ओर बनवाना चाहिए। इससे मेहमान मकान में कम समय ठहरता है और घर में सुख शांति बनी रहती है। इसके साथ ही मेहमान के आने का उद्देश्य भी पूरा होता है।
3. गेस्टरूम में गेस्ट के सोने की व्यवस्था अन्य सोने के कमरे के समान ही करना चाहिए।