मतदाता की आवाज

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आर के रस्तोगी

मै भारत का मतदाता हूँ,हर बार ही धोखा खाता हूँ |
जब जब चुनाव आते है,उस समय ही पूजा जाता हूँ ||

नेताओ का कोई धर्म नहीं,ये झूठे वादे ही करते रहते है |
पांच साल चुनाव के बाद ,अपनी शक्ल दिखाने आते है ||

अखंड भारत की जो बाते करते,ये ही भारत को बटवाते है |
धर्म जाति का डर दिखा कर,जनता को आपस में लडाते है ||

पूजा पाठ में लगे है सब नेता,तीर्थ करने अब सब जाते है |
जो कभी नहीं गये मंदिर,अब हर शहर के मंदिर में जाते है ||

मिल जायेगी जब सत्ता इनको,ये नजर नहीं कहीं आयगे |
संसद में लड़ेगें भिड़ेगें,जनता को शांति का सबक सिखायेगे ||

मै ही भारत का मतदाता हूँ,नेताओ को सत्ता दिलाता हूँ |
मत का दान भी देकर भी,मै इनसे अपनी दुर्गति करवाता हूँ

आर के रस्तोगी
मो 997100642

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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