आरक्षण के पीछे छिपा क्या है?

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आर के रस्तोगी

क्यों लड़ते हो आरक्षण के मुद्दे पर ?
असली मुद्दे पर क्यों नहीं लड़ते हो ?
असली मुद्दा आरक्षण नहीं है
जिसके की लिए तुम लड़ते हो

असली मुद्दा सत्ता की लोलुपता है
जिसके लिए आपस में लड़ते हो
छोडो ये सत्ता की लोलुपता
क्यों देश को तुम बर्बाद करते हो ?

गरीबी है असली देश का मुद्दा
जिसको तुमने दरकिनार किया
बना लिया है आरक्षण को मुद्दा
देश को जातियों में बाँट  दिया

विकास है असली देश का मुद्दा
न कि किसी जाति विकास का
आरक्षण को बीज बनाया है तुमने
अपने देश का सर्व सत्यानाश का

एक बहाना है आरक्षण केवल
आरक्षण से सत्ता को पाना है
इस ध्येय को पूरा करने के लिए
जातियों को आपस में लडाना है

अगर करते हो सविंधान की बात
दस वर्ष आरक्षण की लिये लिखा हुआ
क्यों नहीं करते सम्मान सविंधान का
जो दलित व्यक्ति द्वारा लिखा हुआ

बस एक सन्देशा देश वासियों को
देश के पूर्ण विकास में जुट जाओ
छोडो ये आरक्षण का मुद्दा अब
देश को आगे बढाने में लग जाओ

 

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

2 COMMENTS

  1. भगवान हमें कर्म योग सीखा गए थे.
    आरक्षण कुछ अपवाद छोडकर अकर्मण्यता को प्रोत्साहित करता है.
    लगे रहे रस्तोगी जी आप कविता के माध्यम से सही प्रहार कर रहें हैं.
    धन्यवाद

    • डॉ. मधुसूदन जी,

      आपके प्रोहत्सान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद |अब मैंने अपनी दिनचर्या बना ली है कि मै अपनी कविताओ ओर लेखो के माध्यम के द्वारा गलत चीजे जो देश के हित में नहीं है उन सब पर प्रहार करता रहूँगा |

      आर के रस्तोगी

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