आर के रस्तोगी
क्यों लड़ते हो आरक्षण के मुद्दे पर ?
असली मुद्दे पर क्यों नहीं लड़ते हो ?
असली मुद्दा आरक्षण नहीं है
जिसके की लिए तुम लड़ते हो
असली मुद्दा सत्ता की लोलुपता है
जिसके लिए आपस में लड़ते हो
छोडो ये सत्ता की लोलुपता
क्यों देश को तुम बर्बाद करते हो ?
गरीबी है असली देश का मुद्दा
जिसको तुमने दरकिनार किया
बना लिया है आरक्षण को मुद्दा
देश को जातियों में बाँट दिया
विकास है असली देश का मुद्दा
न कि किसी जाति विकास का
आरक्षण को बीज बनाया है तुमने
अपने देश का सर्व सत्यानाश का
एक बहाना है आरक्षण केवल
आरक्षण से सत्ता को पाना है
इस ध्येय को पूरा करने के लिए
जातियों को आपस में लडाना है
अगर करते हो सविंधान की बात
दस वर्ष आरक्षण की लिये लिखा हुआ
क्यों नहीं करते सम्मान सविंधान का
जो दलित व्यक्ति द्वारा लिखा हुआ
बस एक सन्देशा देश वासियों को
देश के पूर्ण विकास में जुट जाओ
छोडो ये आरक्षण का मुद्दा अब
देश को आगे बढाने में लग जाओ
भगवान हमें कर्म योग सीखा गए थे.
आरक्षण कुछ अपवाद छोडकर अकर्मण्यता को प्रोत्साहित करता है.
लगे रहे रस्तोगी जी आप कविता के माध्यम से सही प्रहार कर रहें हैं.
धन्यवाद
डॉ. मधुसूदन जी,
आपके प्रोहत्सान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद |अब मैंने अपनी दिनचर्या बना ली है कि मै अपनी कविताओ ओर लेखो के माध्यम के द्वारा गलत चीजे जो देश के हित में नहीं है उन सब पर प्रहार करता रहूँगा |
आर के रस्तोगी