—विनय कुमार विनायक
जब-जब हिन्दुत्व पर हुआ था अत्याचार
तब तब प्रभु राम कृष्ण बुद्ध महावीर
दस सिख सद्गुरुओं ने लिए थे अवतार!
हर हिन्दू पूजते हैं प्रकृति मूर्ति प्रस्तर
करते धर्मग्रंथ गुरुग्रंथसाहिब का आदर
मानते बौद्ध जैन सिख आर्य धर्माचार!
हिन्दुओं ने आक्रांत किया ना किसी पर
हिन्दुओं ने सद्व्यवहार किया सब पर
हमसे फैला अहिंसा धर्म संपूर्ण धरा पर!
जब जहांगीर ने हिन्दुत्व पर किया प्रहार
हिन्दुओं के धर्मांतरण का किया कुविचार
गुरु अर्जुनदेव शहीद हुए किए धर्मोद्धार!
जब औरंगजेब ने कश्मीर के हिन्दुओं पर
जारी किया फरमान छः माह में धारणकर
इस्लाम नहीं तो हिन्दुओं का होगा संहार!
तब गुरु तेगबहादुर ने भेजा पैगाम विचार
हिन्दुओं का मैं रक्षक मेरे जीते जीवनभर
कश्मीरी हिन्दू नहीं होंगे इस्लामी झंडाबरदार!
क्रूर अताताई औरंगजेब ने गुरु तेगबहादुर पर
किया वार शीशगंज दिल्ली में शीश लिए उतार
और कश्मीर में धर्मांतरण किया था धुआंधार!
अबके कश्मीरी मुस्लिम है तबके हिन्दू संसार
इस्लामी अत्याचार से जन्मे इस्लामी दुराचार
भूल गए अपने पूर्वज भूल गए हिन्दू संस्कार!
औरंगजेब की बर्बरता का यही तक ना पारावार
दशम गुरु गोबिंद सिंह के दो दुधमुंहे बच्चे को
दीवार में चुनवाए जिन्हें धर्मांतरण ना स्वीकार!
औरंगजेब ने दशमेश पिता गुरु गोबिंदसिंह पर
महाकहर बरपाया, बांकी के दो पुत्र शहीद हुए
गुरुजी ने हिन्दुत्व पर किए सर्वबंश न्योछावर!
ये दस गुरु हिन्दूधर्म के त्राणकर्ता ईश्वरावतार
इनको नमन करते हिन्दू एक नहीं हजारों बार
गुरु ऋण मुक्ति हेतु करो सिख पंथ अंगीकार!
—विनय कुमार विनायक