सेवन इयर्स टू ग्रेस का कान्स फिल्म फेस्टिवल में चयन – शनि चन्द्रा
रायपुर,। अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह कान्स फिल्म फेस्टिवल में छत्तीसगढ़ की डाक्यूमेंट्री फिल्म सेवन इयर्स टू ग्रेस का चयन शॉर्ट फिल्मों के प्रदर्शन में किया गया है। यह फिल्म छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के ग्राम पुरैना निवासी एक आदिवासी महिला के जीवन पर आधारित घटना से संबंधित है। उक्त जानकारी आज प्रेस क्लब में आयोजित रु-ब-रु कार्यक्रम में फिल्म निर्माता एवं निर्देशक शनि चन्द्रा ने दी। सत्य घटना पर आधारित फिल्म के निर्माता निर्देशक शनि चंद्रा ने आगे बताया कि यह शून्य बजट पर बनाई गई फिल्म है। इस फिल्म में सोनमती नामक मुख्य किरदार है जिसे कुष्ठ रोग हो जाता है समाज के लोग उसके पति से जबरन तलाक करवा देते है और गांव से बाहर निकाल देते है। कुछ वर्षो तक वह इधर-उधर भटक कर जीवन बिताती है। बाद में जांजगीर चांपा स्थित बीएल होम हास्पिटल जाती है। जहां उसका इलाज होता है और वह ठीक हो जाती है। फिर वह अपने परिवार से जुड़ जाती है। ऐसा होने में सात वर्ष लग जाते है। इन सात वर्षो में उसे किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन सभी दृश्यों को फिल्माया गया। उन्होने बताया कि यह कहानी अपने पिता सर्जन की अंग्रेजी उपन्यास सेवन इयर्स टू ग्रेस से ली गई है। उनकी माता डा. वीना चंद्रा भी गायनेकोलाजिस्ट है। उन्होने बताया कि 13 मिनट की इस फिल्म का फिल्मांकन चांपा एवं कोरबा के पुरैना में की गई है। शून्य बजट पर बनी इस फिल्म में चचेरे भाईयों एवं दोस्तों का सहयोग रहा। उन्होने बताया कि फिल्म की शूटिंग महज 7 दिनों में की गई। डायरेक्शन व एडिटिंग का कार्य स्वयं किया। कान्स का फेस्टिवल 13 मई को शुरु होने वाला है। उन्होने कहा कि कुछ फेस्विटल में इस फिल्म के चयन न होने से निराश थे तथा कान्स में डाक्यूमेंट्री केटेगरी न होने की वजह से वे इसके लिए आवेदन नहीं कर रहे थे। उनकी मां ने इंटरनेट पर रिसर्च कर यह पता किया कि इस फेस्टिवल में डाक्यूमेंट्री क शार्ट फिल्म केटेगरी में रखा गया है। उनके प्रेरित करने पर अंतिम क्षणों में कान्स के लिए फिल्मय चयन हेतु आवेदन किया। अब शायद यह मां का आशीर्वाद ही था कि इतने बड़े प्लेटफार्म पर इस फिल्म को जगह मिल गई। अपने पिता डा. राजेश चंद्रा के उपन्यास जिस पर काम चल रहा है उस पर आधारित शार्ट फिल्म बनी जो कान्स तक पहुंची और उनकी हिग्ंिलश में प्रकाशित होने वाले उन्यास फ्रीडम ? इज दिस द फ्रीडम वी वान्टेड जिस पर भविष्य में फीचर फिल्म बनाने का विचार है, वह भी इसी फेस्टिवल के दौरान प्रकाशित होना जा रही है।