विविधा गंगा की गुहार सुनें May 29, 2015 / May 29, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -…ताकि गंगा भी न मांग ले इच्छा मृत्यु- 28 मई, 2015; दिन गुरुवार, पंचाग के हिसाब से गंगा दशहरा यानी ज्येष्ठ मास, शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि! भगवान बाबा श्री काशीविश्वनाथ की कलशयात्रा का पवित्र दिन !! कभी इसी दिन बिंदुसर के तट पर राजा भगीरथ का तप सफल हुआ। पृथ्वी पर गंगा […] Read more » Featured गंगा गंगा की गुहार सुनें गंगा दशहरा
परिचर्चा भगवान को न्याय हेतु एक न्यायाधिकरण May 29, 2015 / May 29, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- चैंकिए नहीं ! यह भगवान कोई और नहीं, वे पंचतत्व ही हैं, जो इस प्रकृति को बनाते और चलाते हैं: भ से भूमि, ग से गगन, व से वायु, अ से अग्नि और न से नीर। जीव, इस भगवान का निर्माण भले ही न कर सकता हो, किंतु भगवान के शोषण और बिगाड़ […] Read more » Featured भगवान को न्याय हेतु एक न्यायाधिकरण हरित न्यायाधिकरण
जन-जागरण विविधा खल्क खुदा का, जैव विविधता इंसानी शिकंजे में May 22, 2015 / May 23, 2015 | Leave a Comment -अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर विशेष- -अरुण तिवारी- पहले मैं दिल्ली के जिस मकान में रहता था, वह मकान छोटा था, लेकिन उसका दिल बहुत बड़ा था। क्योंकि वह मकान नहीं, घर था। उसमें चींटी से लेकर चिड़िया तक सभी के रहने की जगह थी। अब मकान थोड़ा बड़ा हो गया है। अब इसमें इंसान के अलावा […] Read more » Featured खल्क खुदा काः जैव विविधता इंसानी शिकंजे में जैव विविधता
आर्थिकी खुली आर्थिकी के 25 वर्ष, जरूरी जांच का वक्त May 21, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर, खासकर आर्थिक मोर्चे पर जगाई आशा का चहुंओर आकलन हो रहा है। डाॅलर के मुकाबले, रुपये के कमजोर होने पर महंगाई बढ़ने की चिंता व्यक्त की जा रही है। कहा जा रहा है कि मोदी, वैश्विक निवेशकों में अपने प्रति विश्वास जगाने में असमर्थ साबित […] Read more » Featured एनडीए सरकार खुली आर्थिकी खुली आर्थिकी के 25 वर्षः जरूरी जांच का वक्त मोदी सरकार मोदी सरकार के एक वर्ष
विविधा भूले नहीं कि एक मां गंगा भी है May 11, 2015 / May 11, 2015 | 1 Comment on भूले नहीं कि एक मां गंगा भी है -अरुण तिवारी- लोग कहते हैं कि भारतीय संस्कृति, अप्रतिम है। किंतु क्या इसके वर्तमान को हम अप्रतिम कह सकते हैं ? मां और संतान का रिश्ता, हर पल स्नेह और सुरक्षा के साथ जिया जाने वाला रिश्ता है। क्या आज हम इस रिश्ते को हर पल स्नेह और साझी सुरक्षा के साथ जी रहे हैं […] Read more » Featured गंगा भूले नहीं कि एक मां गंगा भी है मां माता
विविधा …ताकि खबर बनकर न रह जायें ये पहल May 11, 2015 / May 11, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- ’भारत बना, दुनिया के सर्वाधिक तेजी से बढ़ते बोतलबंद पानी बाजारों में से एक’ – यह पहली खबर, बैसाख-जेठ में पानी का प्याऊ लगाकर जलदान को महादान बताने वाले भारत देश की है। दूसरी खबर सान फ्रांसिस्को के देश, उत्तरी कैलीफोर्निया से आई है – ’सान फ्रांसिस्को बना, बोतलबंद पानी की बिक्री पर […] Read more » ...ताकि खबर बनकर न रह जायें ये पहल Featured पानी फ्रांसिस्को
जन-जागरण रैंकिंग का बाजारवाद May 7, 2015 / May 7, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -संदर्भ: दावोस पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक- सांगठनिक स्तर पर देखें तो पर्यावरण की चिंता करना पर्यावरणीय संगठनों का काम है और शिक्षा की चिंता करना शैक्षिक संगठनों का। किंतु क्या आपको यह देखकर ताज्जुब नहींं होता कि भारत में शैक्षिक संस्थानों की रैंकिंग का काम राजनीतिक पत्रिकाओं ने संभाल लिया है। औद्योगिक रैंकिंग करते […] Read more » Featured रैंकिंग रैंकिंग का बाजारवाद
जरूर पढ़ें टॉप स्टोरी आइये, संजो लें विरासत के ये निशां May 6, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- हाल में आये भूकंप ने नेपाल में जीवन की न भरी जा सकने वाली क्षति तो की ही है, नेपाली विरासत के कई निशानों को भाी खतरे में ला दिया है। काठमांडू घाटी इसमें प्रमुख है। काठमांडू में हुई तबाही में राजा के दरबार की ऐतिहासिक इमारत व मूर्ति पर भी खतरा बरपा […] Read more » Featured आइये नेपाल में भूकंप भूकंप संजो लें विरासत के ये निशां
जन-जागरण जरूर पढ़ें अनसुना न करें, डोलती धरती के बोल April 27, 2015 / April 27, 2015 | 1 Comment on अनसुना न करें, डोलती धरती के बोल -अरुण तिवारी- -संदर्भ: नेपाल भूकंप- धरती डोली। एक नहीं, कई झटके आये। नेपाल में तबाही हुई। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी – माउंट एवरेस्ट की जीतने निकले 18 पर्वतारोहियों को मौत ने खुद जीत लिया। जैसे-जैसे प्रशासन और मीडिया की पहुंच बढ़ती गई, मौतों का आंकड़ा बढ़ता गया। इसका कुछ दर्द तिब्बत, बिहार, पश्चिम बंगाल, […] Read more » Featured अनसुना न करें डोलती धरती के बोल देश में भूकंप नेपाल में भूकंप भूकंप
जरूर पढ़ें समाज इसलिए भी पृथ्वी दिवस मनायें भारतीय April 22, 2015 / April 22, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस पर विशेष- यूं तो मैं सीधे-सीधे कह सकता हूं कि 22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस, सिर्फ संयुक्त राष्ट्र संघ अथवा संयुक्त राज्य अमेरिका से जुङे संगठनों व देशों को पृथ्वी के प्रति दायित्व निर्वाह की याद दिलाने का मौका नहीं है; यह प्रत्येक जीव के याद करने का मौका है कि पृथ्वी […] Read more » Featured अर्थ इसलिए भी पृथ्वी दिवस मनायें भारतीय पृथ्वी पृथ्वी दिवस
जरूर पढ़ें विविधा कैसे बना पृथ्वी दिवस ? April 22, 2015 / April 22, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस पर विशेष- भारतीय कालगणना दुनिया में सबसे पुरानी है। इसके अनुसार, भारतीय नववर्ष का पहला दिन, सृष्टि रचना की शुरुआत का दिन है। आईआईटी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. बिशन किशोर कहते हैं कि यह एक तरह से पृथ्वी का जन्मदिन की तिथि है। तद्नुसार इस भारतीय नववर्ष पर […] Read more » 22 अप्रैल Featured अर्थ पृथ्वी पृथ्वी दिवस
चिंतन पंचायत जगाने निकले कुछ कदमों का संदेश April 19, 2015 / April 19, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- इलाहाबाद से वाराणसी जाते समय सड़क किनारे एक जगह है – राजा के तालाब। बीते तीन अप्रैल को राजा के तालाब से एक यात्रा चली – तीसरी सरकार संवाद एवम् सम्पर्क यात्रा। राजतंत्र में राजा, पहली सत्ता होता है, प्रजा अंतिम। लोकतंत्र में संसद तीसरी सरकार होती है, विधानसभा दूसरी और ग्रामसभा पहली […] Read more » Featured पंचायत पंचायत जगाने निकले कुछ कदमों का संदेश