राजनीति संक्रमण हमेशा साथ तो फिर विकल्प क्या May 13, 2021 / May 13, 2021 | Leave a Comment . जानकार जो बता रहे हैं उसके मुताबिक यह कोरोनावायरस का संक्रमण हमारे जीवन काल का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन चाहे प्राइवेट स्तर पर महामारी पर अध्ययन करने वाली संस्थाएं लगभग सभी यह साफ कह भी रही है, अब ऐसे में सवाल उठता है जो बहुत अहम है कि अगर […] Read more » कोरोनावायरस का संक्रमण
राजनीति लौट कर आयूंगा कूच से क्यों डरूं August 17, 2018 / August 17, 2018 | 1 Comment on लौट कर आयूंगा कूच से क्यों डरूं अतुल गौड अटल थे तो कहाँ जायेंगे यहीं तो है आप उन्हें जहाँ पाएंगे अटल जी जैसी शक्शियतें कभी मरा नहीं करती ये बात और है की मौत से उनकी ठनी थी एवो प्रकर्ति का नियम है उसे हर हाल में सूरते अंजाम होना ही था हुआ भी वही जो होना था रार नहीं ठानने […] Read more » Featured कविता गंगा जमुना संस्कृति भारत लौट कर आयूंगा कूच से क्यों डरूं
शख्सियत ये नीरज की प्रेमसभा है,,,,, July 23, 2018 / July 23, 2018 | Leave a Comment अतुल गौड़ ये नीरज की प्रेमसभा है जरा संभल कर आना जी…. अब से नीरज जी की वो प्रेमसभाओं में नीरज जी की भर्राई सी गूंज नहीं होगी न अब कोई उनका गीत होगा न कोई नयी कविता होगी पर नीरज तक ही जाने वाले मुसाफिरों ये सफ़र की आखरी मंजिल भी नहीं होगी उन […] Read more » Featured कारवां गुजर गया नदी किनारे नीरज जी फिल्म फेयेर पुरूस्कार बादर बरस गयो ये नीरज की प्रेमसभा है
राजनीति मोदी का पौधा रोपण है योगी March 27, 2017 | Leave a Comment नरेंद्र दामोदर दास मोदी ये नाम आज कौन नहीं जानता देश दुनिया सब हैरान हैं विपक्ष परेशान है ऐसे में यूपी में योगी की ताज पोशी कोई एक्सपेरिमेंट नहीं बल्कि एक सोचा समझा कदम जान पड़ता है या यूँ कहें की योगी मोदी का पौधा रोपण है तो भी शायद गलत नहीं होगा इस साहस […] Read more » Featured Modi Yogi Yogi CM in Uttar Pradesh पौधा रोपण है योगी मोदी मोदी का पौधा रोपण योगी
आर्थिकी विविधा सांच को नहीं कोई आंच, मोदी और नोटबंदी November 14, 2016 / November 14, 2016 | Leave a Comment माना कि देश परेशान है, लोग हैरान है और परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन मीडिया को इस बात में ज्यादा रूचि है कि देश में कैसी-कैसी परेशानियां सामने आ रही हैं। अरे परेशानियां तो आनी ही थी, यदि किसी देश के साथ युद्ध होता तो संभवत: जो कुछ घर में होता बस वही गुजारे का साधन होता, आटा होता तो चून गूंधा जाता और चून नहीं होता तो भूखे सोना होता। हालात थोड़े असामान्य जरूर हैं लेकिन बदतर नहीं है। लोग जैसे भी हो, जद्दो-जहद कर दो जून की रोटी कमाने में और नोट बदलने में कामयाब हो ही रहे हैं। Read more » नोटबंदी पांच सौ और एक हजार के नोट पर पाबंदी मोदी मोदी और नोटबंदी
विविधा आखिर कब तक शहादत देते रहेंगे हिन्दुस्तानी जवान…? September 19, 2016 | Leave a Comment पड़ोसी देश पाकिस्तान न केवल आतंकी हव के रूप में अपनी पहचान बना चुका है बल्कि भारत देश के लिए अब वह नासूर हो गया है। यही कारण है कि लगातार हमले और उकसाने की कार्रवाई से भारत क्षुब्द्ध तो नजर आता है, लेकिन हरकत में नहीं। सवाल यही है कि आखिर कब तक भारतीय […] Read more » Featured terrorist attack in Uri तक शहादत देते रहेंगे हिन्दुस्तानी जवान
विविधा प्यास बुझानी है तो धरती को करना होगा रिचार्ज April 18, 2016 | Leave a Comment आधुनिक दौड़ में विकास की अंधी प्रतिस्पर्धा में हर कोई बस भागना चाहता है। एक-दूसरे से आगे निकल जाने की होड़ इतनी भयंकर है कि नुकसान क्या हो रहा है और दरअसल मूल क्या छूट रहा है इसका किसी को अंदाजा ही नहीं है। हर वह शख्स जो जिंदगी से विकास का नाता लिए तेजी […] Read more » conservation of water drought in India Featured how to get rid of drought water harvesting धरती को करना होगा रिचार्ज प्यास धरती रिचार्ज
राजनीति देश के नाम पर तो एक हो गए होते : जेएनयू विवाद February 15, 2016 / March 8, 2016 | Leave a Comment जेएनयू से देशद्रोह का जो संदेश निकलकर आया उसके पीछे कौन है और इसने देश का क्या नुकसान किया ये जानना और उस पर क्रिया व प्रतिक्रिया सामने आना लाजमी है, पर देश इसके बाद जो तमाशा देख रहा है यकीन जानिए उससे पूरा देश आहत है। पर हैरत की बात यह है कि सिर्फ […] Read more » JNU anti national जेएनयू जेएनयू विवाद
विविधा दिल्ली को दिल नहीं मानोगे तो कैसे चलेगा ? February 5, 2016 | 1 Comment on दिल्ली को दिल नहीं मानोगे तो कैसे चलेगा ? दिल्ली की जो सूरत आज दिखाई दे रही है वह सूरत दिल्ली को दिलदार कहने लायक बिलकुल भी नहीं है और सवाल यही खड़ा होता है कि हम दिल्ली को अगर अपना दिल नहीं मानेगे तो कैसे चलेगा काम? दिल्ली यूं तो अपने आप में एक प्रदेश है, लेकिन महज इसे एक प्रदेश मानकर राजनीतिक […] Read more » Delhi Featured दिल्ली को दिल नहीं मानोगे तो कैसे चलेगा
जन-जागरण राजनीति बैठी भैंस में लाठी मारने से बचें हिन्दुस्तानी November 27, 2015 | Leave a Comment अतुल गौर देश में असहिष्णुता वैसे तो मौजूदा दौर में कहीं भी परिलक्षित नहीं होती और अगर किसी को यह असहिष्णुता दिखाई देती भी है तो वह हिन्दुस्तानी जो वाकई में खुद को भारतीय कहता है कम से कम बॉलिबुड अभिनेता आमिर खान जैसी गलती करते हुये, बैठी हुई भैंस में लाठी न मारें। क्रिया […] Read more » Featured बैठी भैंस में लाठी मारने से बचें हिन्दुस्तानी
राजनीति मोदी को टोपी पहनाने की राजनीति July 17, 2015 / July 17, 2015 | 8 Comments on मोदी को टोपी पहनाने की राजनीति बीते दिन देश के महा महिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की इफ्तयार दावत थी, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में ही मौजूद थे और मौजूद ही नहीं इफ्तयार दावत से चंद फासले की दूरी पर कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे। तभी यह मसला तेजी से उठा और सवाल खड़े किए गए कि आखिर राष्ट्रपति […] Read more » मोदी