राजनीति लोकतंत्र के स्तंभों में संतुलन का अभाव July 18, 2021 / July 18, 2021 | Leave a Comment लोकतांत्रिक देशों की कतार में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक ,समृद्ध लोकव्यवस्था, धर्मनिर्पेक्षता, व बहुसांस्कृतिकता को समेटे हुए एक अकेला ही देश है ।इसी लोकतंत्र को बनाये रखने के लिए चार मजबूत स्तम्भो को निर्मित किया गया । न्यायपालिका कार्यपालिका विधायका मीडिया इस चौथे खम्बे को बाकी 3 इकाइयों के काम पर काम निगाह रखने , […] Read more » Lack of balance in the pillars of democracy pillars of democracy
लेख रोजगार की खातिर फिर पलायन को मजबूर June 11, 2021 / June 11, 2021 | Leave a Comment कोरोना संकट में पहले लाॅकडाउन और फिर हुए अनलाॅक के बाद से देश की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है। शहरों के साथ-साथ देश के ग्रामीण इलाकों में भी लोग पुरानी दिनचर्या में वापस लौट आए हैं। लेकिन इन सब में सबसे अधिक मज़दूर तबका ही ऐसा प्रभावित हुआ है, जिसका जीवन अभी भी […] Read more » forced migration migration for the sake of employment रोजगार की खातिर फिर पलायन
राजनीति किसान आन्दोलन समस्या नही वरन् ताला राजनीति December 22, 2020 / December 22, 2020 | Leave a Comment डॉ० अजय पाण्डेय देश में किसान आंदोलन चल रहा है, किसान भड़के हए है । इनकी वजह से लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही आंदोलन और बंद की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को भी हजारों करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। इन जटिल होती स्थितियों के बीच […] Read more » किसान आन्दोलन ताला राजनीति
समाज युवा सम्मान ही राष्ट्र बदलने का आधार August 1, 2020 / August 1, 2020 | Leave a Comment भारत एक युवा देश है। या ये कहें युवा शक्ति के मामले में हम विश्व में सबसे समृद्ध देश है। भारत सरकार की यूथ इन इंडिया,2017 की रिपोर्ट के अनुसार देश में 1971 से 2011 के बीच युवाओं की आबादी में 34.8% की वृद्धि हुई । इस रिपोर्ट में 15 से 33 वर्ष तक के […] Read more » Youth honor is the basis for changing the nation युवा सम्मान
राजनीति मजबूत लोकतंत्र के लिए नए लीडर तलाश जरूरी July 24, 2020 / July 24, 2020 | Leave a Comment भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जिसमें सबको अपने-अपने अनुसार जीवन यापन करने की पूरी स्वतंत्रता है। लोकतंत्र की नींव जनता के मतों पर टिकी होती है। लेकिन उत्तराखंड हो या अरुणाचल प्रदेश-लोकतांत्रिक मूल्यों को टूटते-बिखरते देखा गया है। ऐसी ही स्थितियों और राजनीतिक प्रक्रिया के कारण आम लोगों में अरुचि और अलगाव […] Read more » It is necessary to find new leaders for strong democracy मजबूत लोकतंत्र
राजनीति अशांति, आतंक, भूख,भष्टाचार के समय मे June 26, 2020 / June 26, 2020 | 1 Comment on अशांति, आतंक, भूख,भष्टाचार के समय मे देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं के कमजोर पड़ने और राजनीतिक पार्टियों के भीतर लोकतंत्र की समाप्ति होने के कारण देश में .राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक संकट गहराता जा रहा है।कोरोना, अर्थव्यवस्था एवं राष्ट्रीय सुरक्षा आदि संकटो से हम घिरते चले जा रहे हैं निश्चय ही इस समय भारत गंभीर खतरों से घिरा हुआ है क्या कारण […] Read more » Corruption hunger In times of turmoil Terror कोरोना महामारी
समाज ज़िंदगी पहले कभी इतनी सिमटी न थी June 4, 2020 / June 4, 2020 | Leave a Comment कोरोना महामारी ने देश और दुनिया के मानव जीवन को संकुचित कर दिया है, हमने स्पैनिश फ्लू, प्लेग, चेचक, हैजा, मलेरिया जैसी विकराल महामारियों को नही देखा, जिसने लाखों-लाख लोगों को काल के गाल में समां दिया। उनके किस्से पढ़े और अपने बडों से सुने जरूर हैं, कि गाँव के गाँव चंद दिनों में खत्म […] Read more » ज़िंदगी
लेख स्वास्थ्य-योग हमें एक नयी जीवन शैली अपनानी होगी May 23, 2020 / May 23, 2020 | Leave a Comment कोरोना महामारी के कहर ने सब कुछ बदल दिया है। बहुत सारी अपरिहार्य चीजें भी आज एक अलग दुनिया की हो गई है। यह एक यक्ष प्रश्न है कि क्या हम अपनी पहले जैसी जीवन शैली प्राप्त करेंगे? क्या लॉकडाउन में ढील दिए जाने या खत्म होने के बाद जीवनशैली फिर पुराने ढर्रे पर लौटेगी? […] Read more » We have to adopt a new lifestyle amid corona नयी जीवन शैली अपनानी होगी
पर्यावरण प्रकृति की ओर एक कदम May 17, 2020 / May 17, 2020 | Leave a Comment प्रकृति सदियों से ही मनुष्य के आध्यात्मिक व सांसारिक जीवन के लिए ही एक प्रेरणा साबित हुई है हमारी विचारधारा, हमारी जीवन-शैली में बदलाव हो या हमारी बेहतरी लिए प्रकृति का हमेशा से ही हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण किरदार रहा हैं जहाँ एक तरफ प्रकृति ने महान लेखकों, कवियों, चित्रकारों, संगीतकारों को प्रेरित किया […] Read more » प्रकृति की ओर एक कदम
समाज गांव से शहरो की ओर पलायन जिम्मेदार कौन May 17, 2020 / May 17, 2020 | Leave a Comment भारत गाँवों का देश है। भारत की अधिकतम जनता गाँवों में निवास करती हैं। महात्मा गाँधी जी कहते थे कि वास्तविक भारका दर्शन गाँवों में ही सम्भव है जहाँ भारत की आत्मा बसती है। गांव देश की उन्नति में अपना पूर्ण सहयोग दे रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी कहते थे देश की […] Read more » migration from village to cities Who is responsible for migration from village to cities गांव से शहरो की ओर पलायन
विश्ववार्ता कोरोना नही वरन् भविष्य की चिंता मे प्रवासी भारतीय May 15, 2020 / May 15, 2020 | Leave a Comment मानव प्रवास कोई नयी घटना नही है शदियों से देश दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लोग कई पीढ़ियों से पलायन करते रहे हैं। ब्रिटेन में रह रही 30 प्रतिशत आबादी रोमन काल के दौरान विदेशों से पलायन करके आई थी। प्रवास के कारण समय-समय पर अलग-अलग रहे है आजप्रवासी मजदूरो का पलायन कोरोना महामारी और […] Read more » migrant labourers प्रवासी भारतीय
आर्थिकी राजनीति अपने मूल्य उद्देश्यो से भटकती मनरेगा योजना May 6, 2020 / May 6, 2020 | Leave a Comment महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा ) 2005 मे एक विधान के रूप मे लागू किया गया इस योजना के अन्तर्गत ग्रामीण परिवार के वयस्क सदस्यों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयीं है लेकिन इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि कृषि संकट और आर्थिक मंदी […] Read more » मनरेगा योजना