लेख हिंदी साहित्य में बाजारवाद: चुनौतियां और समाधान June 7, 2014 | 1 Comment on हिंदी साहित्य में बाजारवाद: चुनौतियां और समाधान -डॉ. भगवान गव्हाडे- हिंदी साहित्येतिहास के हर काल में बाजार का वर्णन किसी न किसी रूप में होता रहा है । कबीर, सूर, तुलसी, मीरा आदि अनेक संत कवियों के काव्य में भी बाजार की उपस्थिति दर्ज की गई है । बाजार हमारी आवश्यकताओं की परिपूर्ति करता था क्योंकि बाजार और मेलों के साथ आनंद […] Read more » हिंदी साहित्य हिन्दी हिन्दी चुनौती
विविधा ‘आवारा मसीहा’ का आरंभ स्थल भागलपुर June 5, 2014 | Leave a Comment – कुमार कृष्णन- विष्णु प्रभाकर जीः (जन्मदिन 21 जून) पर विशेष हिन्दी साहित्य में एक प्रख्यात नाम है- विष्णु प्रभाकर। श्री प्रभाकर ने अपने दीर्घ साहित्यिक सेवाकाल में हिन्दी की अक्षय निधि को अनेकानेक विधाओं से सम्मुनत किया है। खासकर नाटक, एकांकी तथा जीवनी साहित्य के क्षेत्र में वे तो मूर्धन्य साहित्यकार हैं, पर साहित्य […] Read more » ‘आवारा मसीहा’ का आरंभ स्थल भागलपुर भागलपुर विष्णु प्रभाकर
परिचर्चा डरानेवाले और डरने वाले! June 5, 2014 | 1 Comment on डरानेवाले और डरने वाले! -फखरे आलम- मोदी से डराने वाले और मोदी से डरने वाले, दोनों ही हार गये। मोदी के खिलापफ जितना दुस्त प्रचार किया गया, मोदी उतनी ही तेजी से दिल्ली की सत्ता के करीब जाते गये और 2014 का चुनाव परिणाम अकेली ही भाजपा को सरकार बनाने का मौका दे डाला। भाजपा और एनडीए को प्राप्त […] Read more » डरानेवाले और डरने वाले! नरेंद्र मोदी मोदी जीत मोदी सरकार
राजनीति जादू वह, जो सिर चढ़ बोले June 5, 2014 | Leave a Comment -विजय कुमार- दिल्ली में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभक्तों की सशक्त सरकार बन गयी है। एक अंग्रेजी कहावत charity begins at home के अनुसार अच्छे काम घर से ही प्रारम्भ होते हैं। इसलिए मोदी ने वंशवाद से मुक्ति का अभियान भा.ज.पा. से ही प्रारम्भ किया है। राजस्थान में वसुंधरा राजे ने लोकसभा की सभी […] Read more » जादू वह जो सिर चढ़ बोले नरेंद्र मोदी भाजपा सरकार मोदी सरकार राजग सरकार
गजल उनके इंतज़ार में… June 4, 2014 | Leave a Comment -लक्ष्मी जायसवाल- बेजुबां ये अश्क़ अपना हाल खुद ही बताते हैं। आज भी तुम पर ये अपना अधिकार जताते हैं।। याद में तेरी अश्क़ बहाना भी गुनाह अब हो गया। कैसे कहें कि दिल का चैन पता नहीं कहां खो गया।। चैन-सुकून की तलाश में सब कुछ छूट गया है। क्यों मुझसे अब मेरा वजूद […] Read more » उनके इंतज़ार में शायरी हिन्दी शायरी
राजनीति उम्मीदों की सरकार: मोदी सरकार June 1, 2014 | 1 Comment on उम्मीदों की सरकार: मोदी सरकार -फख़रे आलम- अपार जनादेश प्राप्त करके, भाजपा, एनडीए ने मोदी के नेत्व में सरकार का गठन कर लिया है। मोदी की अगवादी में जितनी बड़ी जीत थी, उसका जश्न भी उतना ही बड़ा रहा। सार्क देशों के मेहमनों एवं अपने देश के लगभग चार हजार नागरिकों के सामने मोदी ने अपने विश्वासपात्रा कर्मठ और छोटे […] Read more » नरेंद्र मोदी भाजपा सरकार मोदी सरकार मोदी से उम्मीद राजग सरकार
परिचर्चा कब तक रहेंगी ये सिसकियां… May 31, 2014 / June 4, 2014 | Leave a Comment -लक्ष्मी जायसवाल- आज हमारा समाज काफी उन्नति कर रहा है। विश्व मंच पर भारत की सशक्त उपस्थिति हमारे उन्नत और विकासशील होने का प्रमाण दे रही हैं। हमारे देश में भी लड़कियां पढ़-लिख कर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। ये सब बातें पढ़-सुन कर मन बहुत खुश हो जाता है लगता है जैसे […] Read more » अत्याचार महिलाएं लाचार महिलाओं पर अत्याचार
राजनीति सही दिशा देता मोदी का पहला हफ्ता May 31, 2014 / May 31, 2014 | 1 Comment on सही दिशा देता मोदी का पहला हफ्ता -वीपी वैदिक- यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले हफ्ते पर नजर डालें तो लगता है कि पांच साल में तो देश की शक्ल ही बदल जाएगी। इस सप्ताह में मोदी ने जिस रफ्तार और मौलिकता का परिचय दिया, वह असाधारण थी। उन्होंने शपथ ली, उसके पहले ही हेरात में हमारे दूतावास पर आतंकवादियों का हमला […] Read more » नरेंद्र मोदी भाजपा सरकार मोदी सरकार राजग सरकार सही दिशा देता मोदी का पहला हफ्ता
प्रवक्ता न्यूज़ उत्सव बड़े जनादेश का May 28, 2014 / May 30, 2014 | Leave a Comment -फख़रे आलम- नई दिल्ली स्थित भारत के प्रशासनिक खण्ड पर बड़े उत्सव का माहौल है। जश्न की तैयारियां और सरकार के शपथग्रहण समारोह का बड़े ही बेसबरी से लोग प्रतिक्षा कर रहे हैं। यह भव्य समारोह है। सब से बड़े जनादेश का। लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं नरेन्द्र मोदी और उनके मंत्रीमंडल के शपथ लेने […] Read more » अच्छे दिन नरेंद्र मोदी मोदी शपथ मोदी सरकार
गजल उल्फत-ए-ज़िन्दगी May 27, 2014 | Leave a Comment -लक्ष्मी जायसवाल- क्यों मेरी ज़िन्दगी पर मेरा इख़्तियार नहीं है क्या इस पर अब मेरा कोई भी अधिकार नहीं है। ज़िन्दगी के खेल में कैसे मैं इतनी पिछड़ गई कि अपने ही सपनों से अब मैं फिर बिछड़ गई। संवरने लगी थी ज़िन्दगी मेरे नादां अरमानों से क्यों मैं इन्हें संभाल नहीं पायी वक़्त के […] Read more » गज़ल जीवन पर गज़ल
विविधा दुर्भाग्यशाली इतिहास मगर आशावादी भविष्य May 27, 2014 | Leave a Comment -अभिषेक तिवारी- भारतीय इतिहास का शर्मनाक मोड़ तीसरी पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल ऐसा जरूरी नहीं कि हर पढ़ा-लिखा व्यक्ति एक अच्छा इंसान भी हो। उसके लिए जरूरी है तो वो अच्छाई जो नि:स्वार्थ भाव से अपने देश की सेवा के लिए सही निर्णय लेते हुए अपनी स्वार्थी महत्वकांशाओं को पीछे रखे। भारत की अर्थव्यवस्था का […] Read more » पंचवर्षीय योजना भारत भविष्य सरकारी योजना
विविधा नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं May 26, 2014 | Leave a Comment -गिरीश बिल्लोरे- प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र दामोदर मोदी जी का व्यक्तित्व मानो उदघोषित कर रहा है कि शून्य का विस्फ़ोट हूं..! एक शानदार व्यक्तित्व जब भारत में सत्तानशीं होगा ही तो फ़िर यह तय है कि अपेक्षाएं और आकांक्षाएं उनको सोने न देंगीं. यानी कुल मिलाकर एक प्रधानमंत्री के रूप में सबसे पहले सबसे […] Read more » नरेंद्र मोदी भाजपा सरकार राजग सरकार