राजनीति गंदे नालों से गुज़रती जिंदगी February 27, 2013 / February 27, 2013 | 1 Comment on गंदे नालों से गुज़रती जिंदगी कमाल अज़हर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में दिए गए अपने भाषण में राजनीति से दूर केवल विकास की बातें करने के बाद यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि अब राजनीतिक दल युवा भारत की मानसिकता को समझने लगे हैं। जो धर्म और जाति की बजाए विकास का […] Read more »
विविधा जीवन के लिए संघर्ष करते सरहद के निवासी February 27, 2013 / February 27, 2013 | 1 Comment on जीवन के लिए संघर्ष करते सरहद के निवासी काजल काज़मी नौ महीने की अहमियत क्या होती है यह उस मां से अधिक कौन बता सकता है जिसने हजारों कठिनाईयां सहने के बाद एक बच्चे को जन्म दिया हो। यदि वह बच्चा मृत हो तो उसपर क्या गुजरेगी इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है। जम्मू स्थित पुंछ से करीब 14 किमी दूर पीर पंजाल […] Read more »
समाज अभिशप्त जिंदगी जी रहा मुसहर समुदाय February 19, 2013 | 3 Comments on अभिशप्त जिंदगी जी रहा मुसहर समुदाय खुशबू कुमारी कुछ गज जमीन। जर्जर मकान। सितुहा, घोंघा व मूसा पकड़ कर जीवन की नैया खेते-खेते थक-हार चुका मुसहर समुदाय अब भी हाशिये पर खड़ा है। इस समुदाय की ओर किसी सरकारी नुमाइंदे की नजर नहीं पड़ती है। मुजफ्फरपुर जिले से करीब 60 किमी दूर साहेबगंज प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित शाहपुर मुसहर टोली 1970 […] Read more » मुसहर समुदाय
जन-जागरण चालाक कंपनियों की चाल है वेलेंटाइन डे February 12, 2013 | 2 Comments on चालाक कंपनियों की चाल है वेलेंटाइन डे बी.पी.गौतम अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण-उत्तर कोरिया, चीन आदि देशों की नजर में भारत एक सर्वश्रेष्ठ बाजार है और उनकी नजर में यहां रहने वाले लोग सिर्फ एक ग्राहक। विदेशी कंपनियां भारतीयों को सबसे भोला ग्राहक समझती हैं, क्योंकि थोड़ी सी भूमिका बनाने के बाद ही भारतीय आसानी से चंगुल में फंस जाते हैं। भारत में लगातार बढ़ रही वेलेंटाइन डे […] Read more » ‘वेलेंटाइन डे’
प्रवक्ता न्यूज़ अफजल को फांसी February 12, 2013 | 3 Comments on अफजल को फांसी आर. के. गुप्ता मौहम्मद अफजल को आखिरकार 2014 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस सरकार ने 09 फरवरी, 2013 को फांसी दे ही दी। उच्चतम न्यायालय ने 20 अक्टूबर, 2006 को अफजल को फांसी पर लटकाने की तारीख भी तय कर दी थी परन्तु लगभग 7 वर्ष तक कुछ कांग्रेसी नेताओं एवं […] Read more »
जरूर पढ़ें भारत वर्ष के चार (4 ) नाम February 10, 2013 / February 10, 2013 | 3 Comments on भारत वर्ष के चार (4 ) नाम !जगद्गुरु शंकराचार्य भगवान प्रजापति – अधिष्ठाता -प्रकृति शक्ति पीठ ने कहा कि—- भारत वर्ष के चार (4 ) नाम India’s four (4) Name –? —— हे महामानवों – भारत का मूल स्वाभीमान व संस्कृति है –आर्य संस्कृति व सनातन धर्म जो सत्युग से चली आ रही है भारतीय भू भाग में अफगानिस्तान से नेपाल तक […] Read more »
टॉप स्टोरी प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए इतना मंथन क्यों February 2, 2013 | 1 Comment on प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए इतना मंथन क्यों राघवेंद्र प्रसाद मिश्र लोकसभा चुनाव 2014 में होने हैं और इसके मध्य चुनाव होने के कोई आसार भी नजर नहीं आ रहे है। ऐसे समय में कांग्रेस व भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का मंथन करने का क्या औचित्य? मीडिया जगत को भी खबरों की विश्वसनीयता के संकट को देखते हुए ऐसे […] Read more »
गजल कौन किसको क्या कहे . । February 1, 2013 / February 1, 2013 | Leave a Comment कामिनी कामायनी रायगा है उनकी महफिल,है वहाँ दीवाने सब , बेरहम,महरुम बंदे ,बदगुमानी से है भरे । किसको है फुर्सत यहाँ पर ,बज्म का देखे मिजाज सब कहर ढाने को आगे ,सब जहर से हैं भरे । वह शिकस्ता नाव अपनी कब से कोने में खड़ी जाना था उस पर जिनको ,सब के सब डरके […] Read more »
विविधा करगिलः समृद्ध विरासत का गवाह है January 29, 2013 / January 29, 2013 | Leave a Comment हमज़ा अली किसी भी क्षेत्र की पहचान उसकी सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत से होती है। यही विरासत उसे अन्य क्षेत्रों से अलग मुकाम दिलाता है। औद्योगिकीकरण और विकास की राह पर आगे बढ़ने के बावजूद दुनिया के लगभग सभी देश अपनी समृद्ध विरासत पर न सिर्फ गर्व करते हैं बल्कि उसे संजोये रखने का भी […] Read more » करगिल
विविधा गांव की समस्याओं का हल क्या है? January 29, 2013 / January 29, 2013 | 2 Comments on गांव की समस्याओं का हल क्या है? इश्तेयाक़ अहमद भारत दुनिया के उन चंद विकासशील देशों में एक है जो तेजी से विकास कर रहा है। गांवों की तरक्की हो रही है। लोगों का रहन-सहन और शिक्षा का विकास हो रहा है। सरकारी योनाओं का लाभ गांव गांव तक पहुंच रहा है। पक्की सड़कों का निर्माण, नाले का निर्माण, नालों की साफ […] Read more »
बच्चों का पन्ना कहां खो गया है बचपन January 29, 2013 | Leave a Comment सैयद अनीसुल हक़ हाल के दिनों राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में महिलाओं के साथ हो रही बदसलूकी को किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। पूरी दुनिया में महिलाओं और बच्चों के अधिकार और सरंक्षण के लिए कई सरकारी और गैर सरकारी संगठनें सक्रिय भूमिका अदा कर रही हैं। […] Read more »
विविधा तनाव में जीने को मजबूर सरहद के बाशिंदे January 29, 2013 | Leave a Comment आशुतोष शर्मा, पुंछ भारत पाकिस्तान के बीच एक बार फिर सीमा पर बढ़े तनाव का असर उसके रिश्ते पर भी नजर आने लगा है। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का स्पष्टे शब्दों में संबंध असामान्य होने की चेतावनी ने सर्दी के इस मौसम में भी तपिश बढ़ा दी है। वहीं दोनों देशों द्वारा बुजुर्गों को बार्डर […] Read more »