शख्सियत सुभाष बाबू को श्रद्धांजलि February 23, 2015 / February 24, 2015 | 1 Comment on सुभाष बाबू को श्रद्धांजलि यह मेरा सौभाग्य ही है कि मैं भारत के महान सपूत, स्वतंत्राता संग्राम के एक अगवा ओर आजाद हिन्द फौज के महान नायक पर कुछ लिखने का प्रयास कर रहा हूँ। मैं खुशकिस्मत हूँ कि देश के जननायक, महान वीर और शहीद सुभाष चन्द्र बोस के एक प्रमुख सहयोगी कर्नल महबूत अहमद से मिला हूँ। […] Read more » सुभाष बाबू को श्रद्धांजलि
शख्सियत खान अब्दुल गफ्फार खान: सीमान्त गाँधी January 30, 2015 | 1 Comment on खान अब्दुल गफ्फार खान: सीमान्त गाँधी मैं जब भी नई दिल्ली स्थित खान मार्केट जाता था, मुझमें जानने की इच्छा होती थी, यह खान कौन थे और स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भी उनके भाई को भारत में इतना आदर और सम्मान की नजरों से क्यों देखा जाता है और पाकिस्तानी को खान चाचा क्यों पसंद नहीं है? खान अब्दुल गफ्फार खान […] Read more » खान अब्दुल गफ्फार खान सीमान्त गाँधी
हिंद स्वराज धर्मान्तरण December 18, 2014 | Leave a Comment हंगामा है क्यों बरपा थोड़ी सी जो पी है डाका तो नहीं डाला चोरी तो नहीं की है। धर्मान्तरण ही तो किया है! क्या धर्मान्तरण करना इतना जघन्य अपराध् है। जबरन तो धर्म परिवर्तन नहीं किया है? अथवा करवाया गया है। अगर करवाया भी गया है तो इसके लिए वर्तमान की केन्द्र सरकार जिम्मेवार केसे […] Read more » religious conversion धर्मान्तरण
जन-जागरण बर्लिन की दिवार: 25 वर्ष के पश्चात! December 14, 2014 | Leave a Comment बर्लिन की दिवार को गिराऐ जाने का 25वाँ वर्षगाठ बड़े ही हर्ष व उल्लास के साथ जर्मनी में मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर विश्व भर से खुशियों में शामिल होने के लिऐ लोग जर्मनी में जमा हो रहे हैं। आध्ुनिक और प्रगतिशील पश्चिमी बर्लिन जो कभी कम्यूनिष्ट रूस का उपनिवेश रह चुका […] Read more » Wall of Berlin बर्लिन की दिवार
आर्थिकी कालाधन December 10, 2014 / December 10, 2014 | 1 Comment on कालाधन कालेधन पर बहुत बात हो चुकी है। हमारे देश और समाज में गजब की असमानता और संतुलन का अभाव है। किसी के पास इतने धन है कि वह अपने, अपनों और सरकार से छुपाये छुपाये विदेशी बैंकों के शरण में पहुँच गया है। देश में कई कर्मचारी धन्ना सेठ निकल रहे हैं। कहीं अनाज […] Read more » कालाधन
टॉप स्टोरी संस्कृत के पक्ष में दो शब्द December 4, 2014 / December 8, 2014 | Leave a Comment भाषा न तो किसी की जागीर है और न ही इसे सीमाओं की परिधि में समेटा जा सकता। यह तो रुचि के अनुरूप है। भाषा को जबरन किसी पर नहीं थोपा जा सकता। हमारे देश में वर्ग, जाति और धर्म के आधर पर जिस प्रकर से भाषाओं का बंटबारा हुआ वह अच्छी बात नहीं […] Read more » in support of Sanskrit संस्कृत संस्कृत के पक्ष मे
जन-जागरण नालंदा का अतित और वर्तमान October 26, 2014 | Leave a Comment नालंदा विश्वविद्यालय का अतित क्या था? वह सब कुछ इतिहास के पन्नों में लिखा है। भविष्य भी भविष्य के गर्व में और वर्तमान बड़े जोर शोर और उत्साह से प्रारम्भ किया गया था। बड़े-बड़े नामी लोगों को नालंदा से जोड़ा गया था। राज्य और केन्द्र की सरकारें नहीं बल्कि विश्व के देशों का संगठन उसमें […] Read more » नालंदा का अतित और वर्तमान
जन-जागरण विश्ववार्ता पेट्रो डॉलर और विश्व शान्ति! October 19, 2014 | Leave a Comment ब्रिकस के सदस्य देशों में ब्राजिल, रुस, भारत, चीन और दक्षिणी कोरिया जैसे देश शामिल है। और इन देशों के संगठन ने विश्व के देशों की चैन छीन रखी है। वही अमेरिका इनके प्रयासों से हताश और अन्दर से डरा हुआ है। ऐसा कभी कभी लगता है कि अमेरिका तीसरी विश्व युद्ध की तैयारी में […] Read more » पेट्रो डॉलर और विश्व शान्ति!
शख्सियत नोबेल मलाला October 15, 2014 | Leave a Comment कैलाश सत्यार्थी और मलाला युसूफ जई को संयुक्त रूप से इस वर्ष का शान्ति नोबेल पुरुस्कार के लिए चुना गया है। कैलाश जी को यह सम्मान बचपन बचाने के लिए तो मलाला को मुस्लिम समाज में बालिकाओं को शिक्षा के लिए प्रेरित करने पर दिया जा रहा है। इन दोनों को नोबेल मिलने में जहां […] Read more » मलाला
जन-जागरण यह हौसलों की उड़ान है October 1, 2014 | 2 Comments on यह हौसलों की उड़ान है यह हौसलों की उड़ान है। भूटान – थैम्पू से अमेरिका ;वाशिंगटन डीसी तक! नगर निगम से केन्द्रीय मंत्रालय तक! देश और विदेश में, समाज और भारतवासियों के सभी वर्गों और समुदायों के मध्य! उनके कार्यप्रणाली, उठाये जाने वाले कदमों की बहुत चर्चाएं हैं। यह चर्चाऐं आशाओं की, उम्मीदों की चर्चाऐं हैं। जब भाजपा, एन डीए […] Read more » यह हौसलों की उड़ान है
विविधा हज और भारतीय हाजी! September 23, 2014 | Leave a Comment 5 अक्टूबर को भारत में बकरीद अर्थात् इर्द उल अजहा है। संभवतः भारत या उपमहादीप में बकरीद मनाने से एक दो दिन पूर्व सउदी अरब मक्का में वार्षिक हज की अदायगी संभव है। हज का महीना है। मक्का और सउदी अरब में लगभग संपूर्ण विश्व के मुसलमानों का जमावड़ा लगा है। अनेकों समाचार हज, व्यवस्था […] Read more » भारतीय हाजी हज
परिचर्चा ऊर्जा ही ऊर्जा September 7, 2014 / September 7, 2014 | 4 Comments on ऊर्जा ही ऊर्जा -फख़रे आलम- भारतीय जनता पार्टी एनडीए गठबंधन ऊर्जा के साथ सत्ता में आई और तब से आज तक प्रधानमंत्री, उनकी पूरी कैबिनेट ऊर्जावान दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री जब बोलते हैं कुछ घोषणा करते है। किसी कार्य अथवा उपलब्धि वर्णन करते हैं तो पहले से अधिक आत्मविश्वासी दिखाई देते हैं और उनके अन्दर ऊर्जा ही […] Read more » ऊर्जा ही ऊर्जा एनडीए केंद्र सरकार भाजपा