राजनीति लोकतंत्र लोक-सुख का है या लोक-दुःख का? November 5, 2019 / November 5, 2019 | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-देश के सामने हर दिन नयी-नयी समस्याएं खड़ी हो रही हैं, जो समस्याएं पहले से हैं उनके समाधान की तरफ एक कदम भी आगे नहीं बढ़ रहे हैं, बल्कि दूर होते जा रहे हैं। रोज नई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, कर रहे हैं। तब ऐसा लगता है कि पुरानी समस्याएं पृष्ठभूमि में […] Read more » लोकतंत्र लोकतंत्र लोक-दुःख लोकतंत्र लोक-सुख
समाज स्वयं को बदले, खुद रोशनी बने November 4, 2019 / November 4, 2019 | Leave a Comment – ललित गर्ग –भागम-भाग, तनाव एवं घटनाबहुल आज के इस युग में सकारात्मक होना, ऊर्जावान होना इंसान के लिये एक बेहतरीन बात है और इसी के माध्यम से मानव जीवन ने ऊंचाइयों को छुआ है। यह सकारात्मकता एवं ऊर्जस्विलता ही है, जिसने आम इंसानों को ऐतिहासिक पुरुषों के रूप में महानता प्रदान की है। कई […] Read more » खुद रोशनी बने
लेख विविधा समाज नैतिकता का दीप बुझने न पाए November 2, 2019 / November 2, 2019 | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश में एक नयी चुस्त-दुरूस्त, पारदर्शी, जवाबदेह और भ्रष्टाचार मुक्त कार्यसंस्कृति को जन्म दिया है, इस तथ्य से चाहकर भी मुंह नहीं मोड़ा जा सकता। न खाऊंगा का प्रधानमंत्री का दावा अपनी जगह कायम है लेकिन न खाने दूंगा वाली हुंकार अभी अपना असर नहीं दिखा पा रही है। […] Read more »
विश्ववार्ता शख्सियत आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल October 31, 2019 / October 31, 2019 | Leave a Comment सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जन्मजयन्ती, 31 अक्टूबर, 2019-ललित गर्ग –भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन एवं आजादी के बाद आधुनिक भारत को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने के कारण सरदार वल्लभभाई पटेल ने राजनीतिक इतिहास में एक गौरवपूर्ण, ऐतिहासिक एवं स्वर्णिम स्थान प्राप्त किया। वास्तव में वे आधुनिक भारत के शिल्पी थे। भारत […] Read more »
राजनीति भूखमरी एवं अभाव में भारत का अग्रणी होना! October 31, 2019 / October 31, 2019 | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:- एक तरफ भारत को दुनिया में एक उभरती आर्थिक महाशक्ति के रूप में देखा जा रहा है और दूसरी तरफ सबसे ज्यादा भूखे लोगों के देश के रूप में इसकी गिनती होती है, यह विरोधाभास मोदी सरकार के विकास एवं संतुलित समाज की संरचना पर एक प्रश्न है। किसी भी देश में […] Read more » भूखमरी एवं अभाव
राजनीति भाजपा के लिये चुनौती भी और चिन्ता भी October 29, 2019 / October 29, 2019 | 1 Comment on भाजपा के लिये चुनौती भी और चिन्ता भी -ललित गर्ग – हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे अनुमान के विपरीत आए हैं। भाजपा को पूरा विश्वास था और मतदान पश्चात के सर्वेक्षण भी बता रहे थे कि दोनों राज्यों में भाजपा को ऐतिहासिक जीत हासिल होंगी, यह भाजपा का अहंकार था या विश्वास। भले ही दोनों ही प्रांतों में सत्ता विरोधी लहर नजर […] Read more »
राजनीति करतारपुर की राह में कांटे नहीं, फूल बिछाये October 23, 2019 / October 23, 2019 | 1 Comment on करतारपुर की राह में कांटे नहीं, फूल बिछाये . ललित गर्ग .गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोज्य करतारपुर की तीर्थ यात्रा की राह में पाकिस्तान सरकार द्वारा कांटे बिछाना न केवल दुखद बल्कि निंदनीय भी है। गुरुनानक देव केवल सिखों के ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मानवता के एक महान् धर्मगुरु हैं, भारत में ही नहीं बल्कि समूची दुनिया में उनको आदर […] Read more »
मनोरंजन वर्त-त्यौहार पांच पर्वों का संगम है दीपावली October 23, 2019 / October 23, 2019 | Leave a Comment दीपावली, 27 नवम्बर 2019 पर विशेष– ललित गर्ग – दीपावली पांच पर्वों का अनूठा त्योहार है। इसमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और यमद्वितीया आदि मनाए जाते हैं। दीपावली की रात्रि को महानिशीथ के नाम से जाना जाता है। इस रात्रि में कई प्रकार के तंत्र-मंत्र से महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर पूरे साल के […] Read more » 27 नवम्बर 2019 dipawali Diwali दीपावली
राजनीति मुफ्त बाँटने की होड क्यों एवं कब तक? October 21, 2019 / October 21, 2019 | Leave a Comment – ललित गर्ग – भारतीय राजनीति में खैरात बांटने एवं मुक्त की सुविधाओं की घोषणाएं करके मतदाताओं को ठगने एवं लुभाने की कुचेष्टाओं का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है। महाराष्ट्र एवं हरियाणा विधानसभा चुनाव के सन्दर्भ में ऐसी अतिश्योक्तिपूर्ण घोषणाओं को हमने देखा एवं आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए अरविन्द केजरीवाल ऐसी […] Read more » मुफ्त बाँटने की होड
लेख आइए जिंदगी को सवारें October 21, 2019 / October 21, 2019 | Leave a Comment -ललित गर्ग-जिंदगी को हर कोई अनूठा रचना चाहता है एवं तरक्की के शिखर देना चाहता है। इसी भांति जिन्दगी के मायने भी सबके लिये भिन्न-भिन्न है। किसी के लिए जिन्दगी कर्म है, तो किसी के लिए रास्ता। ऐसे भी कई मिल जाएंगे, जिन्होंने इस बारे में कभी सोचा ही नहीं। जिंदगी को कुछ लोग प्रकृति […] Read more » आइए जिंदगी को सवारें
विविधा घर ही नहीं, घट को भी रोशन करें October 20, 2019 / October 20, 2019 | Leave a Comment – ललित गर्ग – भारत को त्यौहारों का देश माना जाता है। दीपावली सबसे अधिक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार दीपों का पर्व है। जब हम अज्ञान रूपी अंधकार को हटाकर ज्ञान रूपी प्रकाश प्रज्ज्वलित करते हैं तो हमें एक असीम और आलौकिक आनन्द का अनुभव होता है। दीपावली शब्द संस्कृत से लिया गया है। […] Read more »
राजनीति बैंकों के विश्वास पर ग्रहण लगना! October 18, 2019 / October 18, 2019 | Leave a Comment -ः ललित गर्ग :- पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव बैंक के तीन खाताधारकों ने पिछले दो-तीन दिनों में अपनी जीवनलीला इसलिये समाप्त कर दी कि बैंक के डूबने का भय उत्पन्न हो गया। इस बैंक में जमा अपनी मेहनत की जमा पूंजी के खतरे में होने की संभावनाओं ने ही इन तीनों को आत्महत्या करने को […] Read more »