धर्म-अध्यात्म मनुष्य जीवन की उन्नति के लिए आर्यसमाज के सत्संगों में जाना चाहिये November 16, 2021 / November 16, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य व समाज की उन्नति आर्यसमाज में जाने व आर्यसमाज के प्रचार के कार्यों से होती है। आर्यसमाज का छठा नियम है कि आर्यसमाज को मनुष्यों की शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति कर संसार का उपकार करना चाहिये। हम जब आर्यसमाज के सत्संगों में जाते हैं तो वहां इस नियम का […] Read more » For the advancement of human life one should attend the satsangs of Arya Samaj. आर्यसमाज के सत्संगों में जाना चाहिये
धर्म-अध्यात्म सृष्टिकर्ता और पालक ईश्वर कहां रहता है और क्या करता है? November 15, 2021 / November 15, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर और उसके अन्य सभी गुण, कर्म और सम्बन्ध वाचक नाम वेदों से संसार में प्रसिद्ध हुए हैं। वेद, सृष्टि के आरम्भ में मनुष्यों की अमैथुनी सृष्टि के साथ परमात्मा की ओर से चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा के माध्यम से प्राप्त हुए ज्ञान व उसकी पुस्तकें हैं। इस […] Read more » Where does the Creator and Guardian God live and what does he do? ईश्वर कहां रहता है
धर्म-अध्यात्म सृष्टि की प्रलयावस्था में हम सभी जीव 4.32 अरब वर्ष तक बिना जन्म-मरण गहरी निद्रा में रहेंगे November 14, 2021 / November 14, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य एक चेतन आत्मा है जो अनादि, नित्य, अविनाशी तथा अमर है। यह भाव पदार्थ है। इसका कभी अभाव नहीं होता और न ही हो सकता है। भाव पदार्थ का कदापि अभाव न होना और अभाव से भाव पदार्थ का अस्तित्व में न आना वैज्ञानिक सिद्धान्त है। हम हैं, इसका अर्थ […] Read more » In the doomsday stage of the universe we all living beings will remain in deep sleep without birth and death for 4.32 billion years. सभी जीव 4.32 अरब वर्ष तक बिना जन्म-मरण गहरी निद्रा में रहेंगे
लेख गाय सर्वोत्तम हितकारी पशु होने सहित मनुष्यों की पूजनीय देवता है November 5, 2021 / November 5, 2021 | 1 Comment on गाय सर्वोत्तम हितकारी पशु होने सहित मनुष्यों की पूजनीय देवता है –मनमोहन कुमार आर्य परमात्मा ने इस सृष्टि को जीवात्माओं को कर्म करने व सुखों के भोग के लिए बनाया है। जीवात्मा का लक्ष्य अपवर्ग होता है। अपवर्ग मोक्ष वा मुक्ति को कहते हैं। दुःखों की पूर्ण निवृत्ति ही मोक्ष कहलाती है। यह मोक्ष मनुष्य योनि में जीवात्मा द्वारा वेदाध्ययन द्वारा ज्ञान प्राप्त कर एवं […] Read more » Cow is a god revered by humans including being the best beneficiary animal गाय सर्वोत्तम हितकारी पशु
लेख महान आर्य संन्यासी स्वामी श्रद्धानन्द October 29, 2021 / October 29, 2021 | 1 Comment on महान आर्य संन्यासी स्वामी श्रद्धानन्द -मनमोहन कुमार आर्य वैदिक धर्म एवं संस्कृति के उन्नयन में स्वामी श्रद्धानन्द जी का महान योगदान है। उन्होंने अपना सारा जीवन इस कार्य के लिए समर्पित किया था। वैदिक धर्म के सभी सिद्धान्तों को उन्होंने अपने जीवन में धारण किया था। देश भक्ति से सराबोर वह विश्व की प्रथम धर्म–संस्कृति के मूल आधार ईश्वरीय […] Read more » swami shraddhanand The great Aryan monk Swami Shraddhanand महान आर्य संन्यासी स्वामी श्रद्धानन्द स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म वेद ईश्वर प्रदत्त स्वतः प्रमाण धर्मग्रन्थ है October 17, 2021 / October 17, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर और धर्म दो महत्वपूर्ण शब्द हैं। ईश्वर उस सत्ता का नाम है जिसने इस संसार को बनाया है और जो इसका संचालन कर रही है। धर्म उस सत्य और तर्कपूर्ण आचार संहिता का नाम है जिसका आचरण मनुष्य को करना होता है और जिसको करने से मनुष्य का जीवन दुःखों […] Read more » Vedas are self-evident scripture given by God वेद
पर्व - त्यौहार लेख विजया-दशमी दशहरा पर्व और रावण के वध की यथार्थ तिथि October 12, 2021 / October 12, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यप्रत्येक वर्ष भारत व देशान्तरों में जहां भारतीय रहते हैं, आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी को दशहरा पर्व मनाते हैं। इस पर्व से यह घटना जोड़ी जाती है कि इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने अधर्म के पर्याय लंका के राजा रावण का वध किया था। क्या यह तिथि वस्तुतः रावण वध […] Read more » the exact date of the killing of Ravana Vijaya-Dashmi Dussehra festival रावण के वध की यथार्थ तिथि विजया-दशमी दशहरा पर्व
लेख अनादि ईश्वरीय ज्ञान वेद ही विज्ञान की तरह सबका सार्वभौमिक धर्म October 11, 2021 / October 11, 2021 | Leave a Comment हमारी इस सृष्टि की रचना सर्वव्यापक ईश्वर ने की है जो सच्चिदानन्दस्वरूप, अनादि, अमर, निराकार, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ व सर्वव्यापक है। उसके गुण, कर्म, स्वभाव व अन्य सभी नियम सत्य हैं व सर्वव्यापक भी हैं। ऐसा नहीं है कि ईश्वर के नियम भारत में कुछ और हों और अमेरिका व किसी अन्य देश में कुछ और। […] Read more » Eternal Divine Knowledge Veda is the universal religion of all like science ईश्वरीय ज्ञान वेद
धर्म-अध्यात्म सृष्टि रचना एवं सभी अपौरुषेय रचनायें ईश्वर के अस्तित्व का प्रमाण हैं October 3, 2021 / October 3, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम संसार में अनेक रचनायें देखते हैं। रचनायें दो प्रकार की होती हैं। एक पौरुषेय और दूसरी अपौरुषेय। पौरुषेय रचनायें वह होती हैं जिन्हें मनुष्य बना सकते हैं। हम भोजन में रोटी का सेवन करते हैं। यह रोटी आटे से बनती है। इसे मनुष्य अर्थात् स्त्री वा पुरुष बनाते हैं। मनुष्य […] Read more » The creation of the universe and all the unpaurusheya creations are the proof of the existence of God. ईश्वर के अस्तित्व का प्रमाण
धर्म-अध्यात्म जन्म-जन्मान्तरों में हमारे सुख का आधार वैदिक शिक्षाओं का आचरण September 24, 2021 / September 24, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यहम संसार में हमने पूर्वजन्मों के कर्मों का फल भोगने तथा जन्म-मरण के चक्र से छूटने वा दुःखों से मुक्त होने के लिये आये हैं। मनुष्य जो बोता है वही काटता है। यदि गेहूं बोया है तो गेहूं ही उत्पन्न होता है। हमने यदि शुभ कर्म किये हैं तो फल भी शुभ होगा […] Read more » सुख का आधार वैदिक शिक्षा
लेख ईश्वर प्रदत्त वेद-ज्ञान के जन-जन में प्रचार के लिए समर्पित ऋषि दयानन्द September 17, 2021 / September 17, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य वेद कहानी किस्से अथवा किसी धर्म प्रचारक मनुष्य के उपदेशों का ग्रन्थ नहीं है अपितु यह इस संसार की रचना करने व इसका पालन कर रहे सर्वव्यापक, सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान एवं सच्चिदानन्दस्वरूप परमात्मा का दिव्य ज्ञान है जो उसने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को अमैथुनी […] Read more » ऋषि दयानन्द
लेख हिंदी दिवस स्वामी दयानन्द और हिन्दी September 14, 2021 / September 14, 2021 | Leave a Comment –-मनमोहन कुमार आर्यभारतवर्ष के इतिहास में महर्षि दयानन्द पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने पराधीन भारत में सबसे पहले राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के लिए हिन्दी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण जानकर मन, वचन व कर्म से इसका प्रचार-प्रसार किया। उनके प्रयासों का ही परिणाम था कि हिन्दी शीघ्र लोकप्रिय हो गई। यह ज्ञातव्य है कि हिन्दी को स्वामी […] Read more » Swami Dayanand and Hindi स्वामी दयानन्द और हिन्दी हिन्दी दिवस 14 सितम्बर