लेख यदि ईश्वर न होता तो क्या संसार का अस्तित्व होता? December 11, 2021 / December 11, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यहमारे इस संसार में जन्म लेने से पूर्व से ही यह संसार इसी प्रकार व्यवस्थित रुप से चल रहा है। हमसे पूर्व हमारे माता-पिता, उससे पूर्व उनके माता-पिता और यही परम्परा सृष्टि के आरम्भ से चली आ रही है। इस परम्परा का आरम्भ कब व कैसे हुआ? इसका उत्तर है कि यह परम्परा […] Read more » If there was no God would the world exist? ईश्वर न होता तो क्या संसार का अस्तित्व होता
लेख वेदों का सत्यस्वरूप, ईश्वर विषयक वेद-विचार और ऋषि दयानन्द December 11, 2021 / December 11, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्ययह निर्विवाद है कि मूल वेद संहितायें ही संसार में सबसे पुरानी पुस्तकें हैं। वेद शब्द का अर्थ ज्ञान होता है। अतः चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद ज्ञान की पुस्तकें हैं। इन चारों वेदों पर ऋषि दयानन्द का आंशिक और अनेक आर्य वैदिक विद्वानों का सभी वेदों पर भाष्य वा टीकायें […] Read more » Truth of Vedas Vedas and thoughts about God and Sage Dayanand ईश्वर विषयक वेद-विचार और ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म लेख वैदिक कर्म-फल सिद्धान्त सत्य नियमों पर आधारित यथार्थ दर्शन है December 8, 2021 / December 8, 2021 | 2 Comments on वैदिक कर्म-फल सिद्धान्त सत्य नियमों पर आधारित यथार्थ दर्शन है -मनमोहन कुमार आर्यवैदिक धर्म सृष्टि का सबसे पुराना धर्म है। यह धर्म न केवल इस सृष्टि के आरम्भ से प्रचलित हुआ है अपितु इससे पूर्व जितनी बार भी प्रलय व सृष्टि हुई हैं, उन सब सृष्टि कालों में भी एकमात्र वैदिक धर्म ही पूरे विश्व में प्रवर्तित रहा है। इसका कारण यह है कि ईश्वर, […] Read more » Vedic Karma-False Siddhanta is a real philosophy based on true rules. वैदिक कर्म-फल सिद्धान्त
विश्ववार्ता देश में गुरुकुल होंगे तभी आर्यसमाज को वेदप्रचारक विद्वान मिल सकते हैं December 7, 2021 / December 7, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में वेदों का ज्ञान दिया था। इस ज्ञान को देने का उद्देश्य अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न व उसके बाद जन्म लेने वाले मनुष्यों की भाषा एवं ज्ञान की आवश्यकता को पूरा करना था। सृष्टि के आरम्भ से लेकर महाभारत काल पर्यन्त भारत वा आर्यावर्त सहित विश्व […] Read more » वेदप्रचारक विद्वान
लेख जीवन की सफलता हेतु वेदाध्ययन की आर्ष-शिक्षा पद्धति को अपनाना आवश्यक December 6, 2021 / December 6, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यसंसार में अनेक भाषायें हैं। इन भाषाओं की अपनी-अपनी व्याकरण प्रणालियां हैं। संसार की प्रथम भाषा संस्कृत है। संस्कृत का आरम्भ सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा के चार ऋषियों को वेद ज्ञान के उपदेश से हुआ। यह चार ऋषि थे अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा तथा यह उपदेश चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद […] Read more » For the success of life it is necessary to adopt the method of education of Vedas. वेदाध्ययन की आर्ष-शिक्षा पद्धति को अपनाना आवश्यक
लेख शख्सियत समाज स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती का आर्यसमाज के इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान November 29, 2021 / November 29, 2021 | 1 Comment on स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती का आर्यसमाज के इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान आर्यसमाज के महाधन स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती--मनमोहन कुमार आर्यस्वामी दर्शनानन्द जी का आर्यसमाज के गौरवपूर्ण इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। आपका जन्म माघ मास कृष्ण पक्ष की दशमी के दिन व्रिकमी संवत् 1918 को 158 वर्ष पूर्व लुधियाना जिले के जगरांवा कस्बे में पिता पं0 रामप्रताप शर्मा जी के यहां 160 वर्ष पूर्व हुआ था। इस […] Read more » Proud place of Swami Darshananand Saraswati in the history of Arya Samaj स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
लेख नियमित स्वाध्याय सब मनुष्यों के जीवन का आवश्यक अंग होना चाहिये November 26, 2021 / November 26, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य की आत्मा अनादि, नित्य, अजर, अमर, सूक्ष्म, ससीम, जन्म-मरणधर्मा, कर्म के बन्धनो में बंधी हुई, वेद ज्ञान प्राप्त कर उसके अनुसार कर्म करते हुए मोक्ष को प्राप्त होने वाली एक चेतन सत्ता है। चेतन सत्ता में ज्ञान एवं प्रयत्न गुण होता है। जीवात्मा एकदेशी होने से अल्पज्ञ होता है। इसको […] Read more » Regular self-study should be an essential part of the life of all human beings. नियमित स्वाध्याय
प्रवक्ता न्यूज़ मकर संक्रान्ति पर्व कब, क्यों एवं कैसे मनाते हैं? November 26, 2021 / November 26, 2021 | Leave a Comment मकर-संकान्ति पर्व दिनांक 14 जनवरी पर--मनमोहन कुमार आर्यभारतीय पर्वों में एक पर्व मकर संक्रान्ति पर्व है। यह शीतकाल में जनवरी महीने की 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य वा पृथिवी मकर संक्रान्ति में प्रवेश करते हैं। इसी दिन से रात्रि की अवधि का घटना तथा दिन (सूर्योदय से सूर्यास्त) की समयावधि का […] Read more » why and how is Makar Sankranti celebrated? मकर संक्रान्ति पर्व मकर-संकान्ति पर्व दिनांक 14
लेख ऋतुराज वसन्त के आगमन के स्वागत का पर्व वसन्त-पंचमी November 26, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमाघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसन्त पंचमी का वैदिक पर्व मनाया जाता है। आगामी 5 फरवरी, 2022 को वसन्त पंचमी है, उस दिन यह पर्व मनाया जायेगा। इस पर्व से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों को हम यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। इस दिन शीत के आतंक का समापन हो चला […] Read more » 2022 को वसन्त पंचमी 5 फरवरी ऋतुराज वसन्त वसन्त-पंचमी
लेख सन्तान के जीवन में माता-पिता का स्थान स्वर्ग से भी बढ़कर है November 23, 2021 / November 23, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम संसार में अपनी अपनी माता के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं वा हमने अपनी माता से जन्म लिया है। यदि माता न हो तो हम अपने जन्म की कल्पना भी नहीं कर सकते। परमात्मा ने इस सृष्टि को बनाया है और उसी ने इस माता–पुत्र के पवित्र सम्बन्ध को भी […] Read more » The place of parents in the life of a child is more than heaven माता-पिता का स्थान स्वर्ग से भी बढ़कर
प्रवक्ता न्यूज़ अविद्या व अन्धविश्वास दूर किये बिना मनुष्य जाति का कल्याण सम्भव नहीं November 17, 2021 / November 17, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यअविद्या, अज्ञान व अन्धविश्वास ये सभी शब्द व इनसे उत्पन्न धार्मिक व सामाजिक प्रथायें परस्पर पूरक व एक दूसरे पर आश्रित हैं। यदि अविद्या, अज्ञान व स्वार्थ आदि न हों तो किसी भी समाज व सम्प्रदाय में अन्धविश्वास उत्पन्न नहीं हो सकते। अज्ञान व अविद्या दूर करने का एक मात्र साधन व उपाय […] Read more » The welfare of mankind is not possible without removing ignorance and superstition. अविद्या व अन्धविश्वास दूर
लेख गोरक्षा आन्दोलन के आद्य प्रवर्तक ऋषि दयानन्द November 16, 2021 / November 16, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यऋषि दयानन्द ने गोरक्षार्थ गोहत्या बन्द किये जाने के समर्थन में गोकरुणानिधि नामक एक लघु पुस्तिका लिखी है। यह पुस्तक अपने विषय की गागर में सागर के समान पुस्तक है। इस पुस्तक से हम ऋषि दयानन्द के कुछ विचार प्रस्तुत कर रहे है। ऋषि दयानन्द लिखते हैं कि ‘वे धर्मात्मा, विद्वान लोग धन्य […] Read more » Rishi Dayanand the originator of the cow protection movement गोरक्षा आन्दोलन के आद्य प्रवर्तक ऋषि दयानन्द