लेख ईश्वर सृष्टि की रचना व संचालन क्यों व किसके लिए करता है? September 3, 2021 / September 3, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य, आस्तिक हो या नास्तिक, बचपन से ही उसके मन में सृष्टि व इसके विशाल भव्य स्वरूप को देखकर अनेक प्रश्न व शंकायें होती हैं। एक प्रश्न यह होता है कि इस सृष्टि का रचयिता कौन है और उसने किस उद्देश्य से इसकी रचना की है? इसका उत्तर या तो मिलता […] Read more » Why and for whom does God create and operate the universe? ईश्वर
लेख महाभारत के कृष्ण आदर्श योगी, आप्त एवं अनुकरणीय महापुरुष August 31, 2021 / August 31, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य योगेश्वर श्री कृष्ण जी पूरे विश्व में विख्यात हैं। इसका कारण उनका श्रेष्ठ आदर्श जीवन, उनके कार्य और श्रीमद्भगवद् गीता में उनके द्वारा अर्जुन को दिया गया उपदेश है। योगेश्वर कृष्ण लगभग 5,200 वर्ष से कुछ पूर्व इस भारत भूमि के मथुरा नामक नगर में जन्मे थे। उनकी माता देवकी, पिता […] Read more » apt and exemplary great man Krishna ideal yogi of Mahabharata आप्त एवं अनुकरणीय महापुरुष महाभारत के कृष्ण आदर्श योगी
धर्म-अध्यात्म लेख ईश्वर अनादि काल से हमारा साथी है और हमेशा रहेगा August 29, 2021 / August 29, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यअथर्ववेद के एक मन्त्र ‘अन्ति सन्तं न जहात्यन्ति सन्तं न पश्यति। देवस्य पश्य काव्यं न ममार न जीर्यति।।’ में कहा गया है कि ईश्वर जीवात्मा के अति समीप है। वह जीवात्मा का त्याग नहीं करता। इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि ईश्वर हमारे अति समीप है, जीवात्मा उसका त्याग नहीं कर सकता […] Read more » God is our companion from time immemorial and always will be ईश्वर
धर्म-अध्यात्म जीवात्मा, ईश्वर और प्रकृति के समान अनादि, नित्य व अविनाशी सत्ता है August 23, 2021 / August 23, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम दो पैर वाले प्राणी हैं जो ज्ञान प्राप्ति में सक्षम होने सहित बुद्धि से युक्त मनुष्य कहाते हैं। हमारा शरीर भौतिक शरीर है। हमारा शरीर पंचभूतो अग्नि, वायु, जल, पृथिवी व आकाश से मिलकर बना है। पंचभूतों में से किसी एक व सभी अवयवों में चेतन होने का गुण नहीं […] Read more » eternal and imperishable being like God and nature. God The soul is the eternal
पर्व - त्यौहार लेख कृष्ण जन्माष्टमी एवं श्रावणी पर्व August 23, 2021 / August 23, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य श्रावण का महीना वर्षा ऋतु का सबसे अधिक वर्षा वाला महीना होता है। आजकल तो देश में बड़े–बड़े नगर बस गये हैं। सुविधाजनक सड़के हैं व सड़को पर विद्युत से मिलने वाले प्रकाश की व्यवस्था है। नगरों व ग्रामों में भी बसे एवं कारें चलती हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान […] Read more » कृष्ण जन्माष्टमी कृष्ण जन्माष्टमी एवं श्रावणी पर्व श्रावणी पर्व
लेख मनुष्य की चहुंमुखी उन्नति का आधार विद्या की वृद्धि से ही सम्भव August 19, 2021 / August 19, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य के जीवन के दो यथार्थ हैं, पहला कि उसका जन्म हुआ है और दूसरा कि उसकी मृत्यु अवश्य होगी। मनुष्य को जन्म कौन देता है? इसका सरल उत्तर यह है कि माता-पिता मनुष्य को जन्म देते हैं। यह उत्तर सत्य है परन्तु अपूर्ण भी है। माता-पिता तभी जन्म देते हैं जबकि ईश्वर […] Read more » उन्नति का आधार विद्या
धर्म-अध्यात्म पृथिवी सहित समस्त सृष्टि को परमात्मा ने जीवात्माओं के लिये बनाया है August 12, 2021 / August 12, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हमारा यह संसार अर्थात् हमारी पृथिवी, सूर्य, चन्द्र आदि सब ग्रह–उपग्रह प्रकृति नामक अनादि सत्ता से बने हैं। प्रकृति की संसार में चेतन ईश्वर व जीवात्मा से भिन्न स्वतन्त्र जड़ सत्ता है। इस अनादि प्रकृति को परमात्मा व अन्य किसी सत्ता ने नहीं बनाया है। इस प्रकृति का अस्तित्व स्वयंभू और […] Read more » God has created the entire universe including the earth for the souls. सृष्टि को परमात्मा ने जीवात्माओं के लिये बनाया है
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द का निर्माण स्वामी विरजानन्द की शिक्षा ने किया August 10, 2021 / August 10, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द विश्व–दिग्विजयी ऋषि हैं। उन्होंने सभी मतों के आचार्यों को शंका समाधान, वार्ता तथा शास्त्रार्थ का अवसर देकर एवं साथ ही सभी मतों के आचार्यों की शंकाओं का समाधान कर तथा 55 से अधिक शास्त्रार्थों में विजयी होकर वह विश्व गुरु व दिग्विजयी विद्वान् बने हैं। उन्होंने सत्यार्थप्रकाश रूपी जो […] Read more » Rishi Dayanand was created by the education of Swami Virjanand. स्वामी विरजानन्द स्वामी विरजानन्द जी की 153वी पुण्यतिथि स्वामी विरजानन्द जी की 153वी पुण्यतिथि 14 सितम्बर
धर्म-अध्यात्म परम दयालु, कृपालु और हमारा हितैषी परमेश्वर August 10, 2021 / August 10, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य यदि हम विचार करें कि संसार में हमारे प्रति सर्वाधिक प्रेम, दया, सहानुभूति कौन रखता है, कौन हमारे प्रति सर्वाधिक सम्वेदनशील, हमारे सुख में सुखी व दुःखी में दुखी, हमारे प्रति दया, कृपा व हित की कामना करने वाला है, तो हम इसके उत्तर में अपने माता–पिता, आचार्य और परमेश्वर को […] Read more » परमेश्वर
धर्म-अध्यात्म विश्व के प्रथम ग्रन्थ वेदों के हिन्दी में प्रचारक ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज August 5, 2021 / August 5, 2021 | Leave a Comment धार्मिक एवं सामाजिक संस्था आर्य समाज की स्थापना स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई नगरी में की थी। स्वामी जी की मातृभाषा गुजराती थी। आर्यसमाज एक धार्मिक एवं सामाजिक संगठन व आन्दोलन है जिसका उद्देश्य धर्म, समाज व राजनीति के क्षेत्र से असत्य को दूर करना व उसके स्थान पर […] Read more » ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज
धर्म-अध्यात्म लेख सात्विक धन एवं पुण्य कर्म ही लोक-परलोक में जीवात्मा के सहायक August 2, 2021 / August 2, 2021 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को अपना जीवन जीनें के लिए धन की आवश्यकता होती है। भूमिधर किसान तो अपने खेतों में अन्न व गो पालन कर अपना जीवन किसी प्रकार से जी सकते हैं परन्तु अन्य लोग चाहें कितने विद्वान हों, यदि नौकरी या व्यापार न करें तो उनका जीवन व्यतीत करना दुष्कर होता […] Read more » Satvik wealth and virtuous deeds are the helpers of the soul in the afterlife. सात्विक धन एवं पुण्य कर्म
धर्म-अध्यात्म क्या आप तीन अनादि पदार्थों को जानते हैं? July 30, 2021 / July 30, 2021 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यहम संसार में जन्म लेकर आंखों से अपने सम्मुख विचित्र संसार को देखते हैं तो इसकी सुन्दरता एवं विविध पदार्थों को देखकर उन पर मुग्ध हो जाते हैं। यह संसार किससे, कब व कैसे बना? ऐसे प्रश्न बुद्धिमान व कुछ ज्ञान रखने वाले मनुष्य के मन में उपस्थित होते हैं। इसका प्रायः यही […] Read more »