लेख “आद्य धर्मग्रन्थ वेदों का हिन्दी में प्रचार करने वाली अपूर्व संस्था आर्यसमाज” August 6, 2019 / August 6, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। धार्मिक एवं सामाजिक संस्था आर्य समाज की स्थापना स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई नगरी में की थी। स्वामी जी की मातृभाषा गुजराती थी। आर्यसमाज एक धार्मिक एवं सामाजिक संगठन व आन्दोलन है जिसका उद्देश्य धर्म, समाज व राजनीति के क्षेत्र से असत्य को दूर करना […] Read more » Arya Samaj scripture in Hindi unique organization promoting the Vedic
धर्म-अध्यात्म “श्रीकृष्ण और शाल्व का सौभनगर (अलवर) में हुए युद्ध का वर्णन” August 5, 2019 / August 5, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति के आदर्श पुरुषों में से एक हैं। महर्षि दयानन्द ने उन्हें आप्त पुरुष कहा है। महाभारत में उनका प्रशंसनीय इतिहास वर्णित है। उनका समस्त जीवन संघर्षों से भरा रहा। जन्म काल से ही उन्होंने ऐसे-ऐसे कार्य किये कि जिन्हें पढ़कर आश्चर्य होता है। महाभारत युद्ध में पांडवों को […] Read more » description of the war in Saubhnagar (Alwar) shalav sri krishna
लेख “श्रेष्ठ धन इहलोक व परलोक में जीवात्मा का हितकारक” August 2, 2019 / August 2, 2019 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून मनुष्य को अपना जीवन जीनें के लिए धन की आवश्यकता होती है। भूमिधर किसान तो अपने खेतों में अन्न व गो पालन कर अपना जीवन किसी प्रकार से जी सकते हैं परन्तु अन्य लोग चाहें कितने विद्वान हों, यदि नौकरी या व्यापार न करें तो उनका जीवन व्यतीत करना दुष्कर होता […] Read more » and worldly life best wealth world of wealth
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ईश्वर सभी शुभ-अशुभ कर्मों का फलदाता होने से न्यायाधीश है” August 1, 2019 / August 1, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। संसार में तीन अनादि एवं नित्य सत्तायें हैं ईश्वर, जीव एवं प्रकृति। संसार की यह तीन सत्तायें सनातन एवं शाश्वत् हैं। यह सत्तायें कभी उत्पन्न नहीं हुई एवं इनका अस्तित्व स्वयंभू, स्वमेव व अपने आप है। यह तीनों सत्तायें एक दूसरे से पृथक एवं स्वतन्त्र अस्तित्व वाली हैं। इन सत्ताओं का […] Read more » fruitful God good and bad deeds
लेख “पं0 लेखराम न होते तो हम ऋषि दयानन्द के खोजपूर्ण जीवन चरित से वंचित रहते” July 31, 2019 / July 31, 2019 | Leave a Comment महर्षि दयानन्द जी का जन्म सन् 1825 में गुजरात राज्य के टंकारा नामक ग्राम में हुआ था। आपने अपनी आयु के चौदहवें वर्ष में शिवरात्रि का व्रत रखा था। इससे आपको मूर्तिपूजा की अनुपयोगिता का रहस्य ज्ञात हुआ था। आपको सच्चे शिव की तलाश थी। इसके बाद चाचा तथा बहिन की मृत्यु ने आपमें वैराग्य […] Read more » deprived of the explanatory life-style Rishi Dayanand
लेख “पं0 लेखराम न होते तो हम ऋषि दयानन्द के खोजपूर्ण जीवन चरित से वंचित रहते” July 30, 2019 / July 30, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। महर्षि दयानन्द जी का जन्म सन् 1825 में गुजरात राज्य के टंकारा नामक ग्राम में हुआ था। आपने अपनी आयु के चौदहवें वर्ष में शिवरात्रि का व्रत रखा था। इससे आपको मूर्तिपूजा की अनुपयोगिता का रहस्य ज्ञात हुआ था। आपको सच्चे शिव की तलाश थी। इसके बाद चाचा तथा बहिन की […] Read more » life character pandit lekhraam Rishi Dayanand
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द ने सभी सुखों का त्याग कर वेदप्रचार क्यों किया?” July 29, 2019 / July 29, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई में आर्यसमाज की स्थापना की और इसके द्वारा संगठित रूप से वेद प्रचार किया। 30 अक्टूबर, सन् 1883 को दीपावली के दिन उन्होंने अपने जीवन की अन्तिम सांस ली थी। उनकी मृत्यु का कारण उनके पाचक व कुछ लोगों के षडयन्त्र द्वारा […] Read more » Aryasamaj Rishi Dayanand vedpromotion
लेख “ईश्वर के कुछ प्रमुख कार्य और हमारा कर्तव्य” July 29, 2019 / July 29, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हम इस संसार में रहते हैं। हमें यह सृष्टि बनी बनाई मिली है। इसमें सूर्य, चन्द्र, पृथिवी को तो हम प्रत्यक्ष देख रहे हैं। हम यह भी जानते हैं कि रात्रि के समय में हमें जो तारे आदि दिखाई देते हैं वह भी सब हमारे सूर्य के समान ग्रह व नक्षत्र […] Read more » God our responsibility some important work of god
लेख “ईश्वर की स्तुति एवं उससे हमारी प्रार्थना” July 29, 2019 / July 29, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ईश्वर ने यह संसार अपनी शाश्वत् प्रजा जीवों के सुख के लिये बनाया है। हमारा कर्तव्य है कि हम उसके उपकारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उसकी स्तुति व प्रार्थना करें। ऋषि दयानन्द ने हमें ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना व उपासना करना सिखाया है। मनुष्य के लिये ईश्वर की उपासना […] Read more » God Praise God and Our Prayer prayer
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ईश्वर सभी मतों के धार्मिक-जनों को भी उनके पाप कर्मों का दण्ड देता है” July 25, 2019 / July 25, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ईश्वर एक अनादि, अनन्त, नित्य, अजर, अमर तथा अविनाशी सत्ता है। उस ईश्वर ने जीवों को उनके कर्मानुसार कर्म फल देने के लिये ही इस ब्रह्माण्ड की रचना की है। जीवों के कर्मानुसार ही उसने सभी जीवों को नाना प्रकार की प्राणी योनियों में जन्म दिया है। अनादि काल से वह […] Read more » all religions with their sins God God punishes the righteous peopleGod punishes the righteous people righteous people
प्रवक्ता न्यूज़ “स्वनामधन्य बाबू देवेन्द्रनाथ मुखोपाध्याय का ऋषि दयानन्द के जीवन साहित्य में प्रमुख स्थान” July 24, 2019 / July 24, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द के अनुसंधान प्रधान जीवन चरित लेखकों में स्वनामधन्य पं0 देवेन्द्रनाथ मुखोपाध्याय जी का नाम प्रमुख विद्वानों में है। आपके द्वारा प्रणीत ऋषि दयानन्द के दो लघु एवं एक वृहद जीवन चरित उपलब्ध होता है। आपने ऋषि दयानन्द के विद्यागुरु स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी का खोजपूर्ण जीवन चरित भी लिखा […] Read more » Rishi Dayanand Swami Dasmuniya Babu
लेख “आत्मा की सत्ता पर स्वामी सत्यप्रकाश सरस्वती जी के सारगर्भित विचार” July 23, 2019 / July 23, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। स्वामी डॉ0 सत्यप्रकाश सरस्वती आर्यसमाज के शीर्ष विद्वानों में से एक थे। आर्यसमाज में वेद और विज्ञान से जुड़े उच्चकोटि के विद्वान कम ही हुए हैं। ऋषि के जीवन काल व उसके बाद पं0 गुरुदत्त विद्यार्थी ऋषि के अनुयायी बने थे। वह भौतिक विज्ञान के उच्च कोटि के विद्वान थे। स्वामी […] Read more » Aryasamaj satyaprakash saraswati Science Ved