समाज कब तक विस्फोट बर्दाश्त करेंगे हम September 15, 2011 / December 6, 2011 | Leave a Comment पंकज चतुर्वेदी दिल्ली हाई-कोर्ट के प्रवेश द्वार पर सात सितम्बर को हुए धमाके की गूंज जनता को तो सुनायी पड़ गयी पर जिम्मेदार शायद इस से अनजान है |इस धमाके के तार जिम्मेदारों की सभा पर हुए हमले के ,जिम्मेदार अफजल गूरू से जुड जाने के कारण ममला फिर दिल्ली से कश्मीर पहुँच गया है […] Read more » Delhi High Court Delhi High Court BOMB BLAST दिल्ली हाई-कोर्ट
विविधा आंदोलन से पहले आवश्यक है आत्म सुधार August 20, 2011 / December 7, 2011 | 1 Comment on आंदोलन से पहले आवश्यक है आत्म सुधार पंकज चतुर्वेदी देश भर में उठा यह नया तूफान निश्चय ही सत्तारूढ़ दल को हतप्रभ करने वाला है | गाँधी ,विनोबा और जयप्रकाश के बाद संभवता अन्ना वो पहले व्यक्ति है ,जो सत्ता विहीन तो है पर सत्ता का सारा ताम-झाम उनके आगे बौना साबित हो रहा है | वैसे इस सब में आज के […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे
हिंद स्वराज कब आयेगी उत्तरपूर्व की बारी July 30, 2011 / December 7, 2011 | Leave a Comment पंकज चतुर्वेदी पिछले दिनों उत्तरपूर्व से सटे दार्जिलिंग क्षेत्र में एक लंबे समय से चले आ रहें गोरखा आंदोलनकारियों और पश्चिम बंगाल की नयी सरकार के मध्य एक नए समझौते पर सहमति बनी है ,यद्यपि यह समझौता सुभाष घिसिंग के संगठन के बजाय हाल ही के वर्षों में बने संगठन के साथ हुआ है| इस […] Read more » Arunachal Pradesh अरुणाचल प्रदेश त्रिपुरा नागा लैंड मणिपुर मिजोरम मेघालय
विधि-कानून जल्दी ही बनेगा अतिथि संख्या और भोजन-प्रकार नियंत्रण कानून May 18, 2011 / December 13, 2011 | 2 Comments on जल्दी ही बनेगा अतिथि संख्या और भोजन-प्रकार नियंत्रण कानून क्या भारत को पाकिस्तान से प्रेरित होकर कुछ करना चाहिए ,निशचय ही हम में से अधिकांश का उत्तर ना में होगा |लेकिन इस विषय में कुछ ऐसा ही है कि जो पाकिस्तान ने किया है और इस बार वह नापाक नहीं नेक है और हमे उसका अनुसरण करना चाहिए | विगत दिनों हमारे देश में […] Read more » Guest Number अतिथि संख्या भोजन-प्रकार नियंत्रण कानून
राजनीति आसान नहीं है भारत में चुनाव सुधार March 5, 2011 / December 15, 2011 | 2 Comments on आसान नहीं है भारत में चुनाव सुधार इन दिनों भारत में चुनाव सुधार और चुनावी तौर-तरीकों में बदलाव की बयार तेज है |ऐसा कृत्रिम वातावरण निर्मित किया जा रहा ,कि लगता है की भारत के सब राज नेता और राजनितिक दल चुनाव सुधार करके ही दम लेंगे |भारत में लोकतंत्र का ये यज्ञ पहली बार सन १९५२ में हुआ था | इन […] Read more » चुनाव
विविधा बढ़ता भ्रष्टाचार–कौन जिम्मेदार? January 26, 2011 / December 15, 2011 | 3 Comments on बढ़ता भ्रष्टाचार–कौन जिम्मेदार? पंकज चतुर्वेदी हम शीर्ष पर है, तो इस पर हमें गर्व होना चाहिये लेकिन यदि क्षेत्र और विषय का पता चले तो हमारा सर शर्म से झुक जाता है। हमारा लज्जित होना स्वाभाविक है, क्योंकि हम भ्रष्टाचार के मामले में शीर्ष पर है। यह आंकलन भ्रष्टाचार के खिलाफ दुनिया भर में अलख जागने वाली संस्था […] Read more » increasing corruption भ्रष्टाचार
राजनीति राजनीतिक दलों के अर्थहीन होते अधिवेशन December 29, 2010 / December 18, 2011 | Leave a Comment पंकज चतुर्वेदी वो गुजरे जमाने की बात है, जब राजनीतिक दल और राजनेताओं को देश में सम्मान की नज़रों से देखा जाता था। मुंबई आतंकी हमले के बाद से राजनेता नाम के इस जीव की सामाजिक साख और घटी है, व दिनों–दिन और घटती ही जा रही है। इस सब के लिए भारत के राजनेता […] Read more » Political parties राजनीतिक दलों
राजनीति लोकतंत्र के मंदिर से टूटती आस December 10, 2010 / December 19, 2011 | 3 Comments on लोकतंत्र के मंदिर से टूटती आस –पंकज चतुर्वेदी पिछले कुछ दिनों से भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी पंचायत में जो कुछ हो रहा है, वो सीधे –सीधे इस देश की भोली-भाली जनता से छल है । आम जनता के कल्याण और विकास का दावा और वादा करके सत्ता सुन्दरी का सुख भोगने वाले हमारे जन प्रतिनिधि ऐसे होंगे ये हमने […] Read more » Democracy लोकतंत्र
विविधा व्यर्थ ही बीत गया जैव –विविधता वर्ष November 19, 2010 / December 19, 2011 | 2 Comments on व्यर्थ ही बीत गया जैव –विविधता वर्ष –पंकज चतुर्वेदी संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष २०१० को जैव –विविधता वर्ष घोषित किया है। ऐसा इस लिए की विश्व भर में जैव –विविधता गहरे संकट में है और इसे भी संरक्षण की जरुरत है। आदम सभ्यता ने अपने ऐश –आराम और सुख सुविधाओं के लिए सब को नजरअंदाज कर प्रकृति और पर्यावरण को बुरी […] Read more » Biodiversity जैव विविधता
राजनीति बस एक सरदार (पटेल )चाहिए कश्मीर के लिये October 29, 2010 / December 20, 2011 | 4 Comments on बस एक सरदार (पटेल )चाहिए कश्मीर के लिये -पंकज चतुर्वेदी कश्मीर में अब निर्णय की उम्मीद दिखेगी इस आस में हम २७ अक्टूबर १९४७ से प्रतिक्षारत है। पाकिस्तान ने अपनी फौज को छदम रूप में भेजकर उस समय तक अधर में लटके कश्मीर को हड़पने की साजिश रची थी। तब से लेकर आज तक कश्मीर की बीमारी दूर होने के बजाय कुछ ऐसे […] Read more » kashmir कश्मीर सरदार पटेल
राजनीति सलवा-जुडूम की खामोश बिदाई October 12, 2010 / December 21, 2011 | 1 Comment on सलवा-जुडूम की खामोश बिदाई -पंकज चतुर्वेदी नक्सल समस्या से जूझने के लिए तैयार की गयी सलवा–जुडूम नाम की सामाजिक दीवार का इस तरह धीरे धीरे धसक जाना बहुत ही निराशाजनक है ।यदपि यह भी सत्य है की, इसकी बुनियाद बहुत ही कमजोर थी। अधिकृत रूप से सन२००५ में सरकार द्वारा शुरू किये जाने के बाद से ही ये विवादास्पद […] Read more » Salva judoom सलवा जुडूम
राजनीति आदिवासी और अल्पसंख्यक नेता की खोज में है राहुल गाँधी October 9, 2010 / December 21, 2011 | 2 Comments on आदिवासी और अल्पसंख्यक नेता की खोज में है राहुल गाँधी –पंकज चतुर्वेदी मध्य प्रदेश की राहुल गाँधी की तीन दिवसीय यात्रा राहुल के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और सिमी की समानता के बयान से सरगर्म रही, तो वही राहुल द्वारा कांग्रेस के लिए मध्य प्रदेश से दस आदिवासी और दस अल्पसंख्यक नेता की खोज का ऐलान भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। सिमी से तुलना के बयान […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गांधी