कविता एंड्रीनी रिच की चार कविताएं November 2, 2010 / December 20, 2011 | Leave a Comment 1. जीत भीतरी तहों में कुछ पसर रहा है, हमसे अनकहा त्वचा के अंदर भी उसकी उपस्थिति अघोषित है जीवन के समस्त रूप-प्रत्यय नाटकीय स्वार्थों की सघन झाड़ियों में उलझे मशीनी देवताओं से संवाद नहीं करना चाहते, स्पष्टत: कटे-छँटे शरणार्थी प्राचीन या अनित्य ग्रामों से हमारे अवसरवादी चाहनाओं में फँसे पगलाकर ढूँढ़ रहे हैं एक […] Read more » poem एंड्रीनी रिच
राजनीति संघ के बहाने, चले वोट कमाने November 1, 2010 / December 20, 2011 | 8 Comments on संघ के बहाने, चले वोट कमाने -तरुणराज गोस्वामी किसी गाँव में एक कुत्ता रहता जो खा–खाकर बहुत मोटा तगड़ा हो रहा था। उसने गाँव में अच्छी खासी धमक जमा रखी थी, उसने गाँव भर में फैला रखा था कि उसके पूर्वज ही हर प्रकार के हमलों से ग्रामीणों की रक्षा करते रहे हैँ और वही सबका रखवाला है ये अलग बात […] Read more » RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया की आचार संहिता बनाएगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय November 1, 2010 / December 20, 2011 | 8 Comments on मीडिया की आचार संहिता बनाएगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय -माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल की महापरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले – डा. नंदकिशोर त्रिखा, प्रो. देवेश किशोर, रामजी त्रिपाठी और आशीष जोशी बने प्रोफेसर भोपाल, 1 नवंबर, 2010। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल की पिछले दिनों सम्पन्न महापरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। महापरिषद के अध्यक्ष और प्रदेश […] Read more » Makhanlal Chaturvedi Patrakarita Vishwavidyalay माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
राजनीति छत्तीसगढ़ के दस साल: राजनैतिक स्थिरता और सांस्कृतिक पहचान उपलब्धि November 1, 2010 / December 20, 2011 | 5 Comments on छत्तीसगढ़ के दस साल: राजनैतिक स्थिरता और सांस्कृतिक पहचान उपलब्धि -तपेश जैन अपनी भाषा, अपना राज, यही तो है प्रगति का राज। इस भावना के अनुरुप छत्तीसगढ़ राज्य का सपना खूबचंद बघेल ने मध्यप्रदेश के पुनर्गठन से पहले देखा और उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्न दृष्टा कहलाने का गौरव प्राप्त हुआ। पचास साल के अनवरत संघर्ष के बाद एक नवंबर सन् दो हजार को ये […] Read more » Chattishgarh छत्तीसगढ़
राजनीति अरुंधती राय, पहले कश्मीर का इतिहास तो पढो! November 1, 2010 / December 20, 2011 | 17 Comments on अरुंधती राय, पहले कश्मीर का इतिहास तो पढो! – सुबेदार जम्मू-काश्मीर आतंकबाद और अलगाव बाद के करण चर्चा क़ा विषय बना हुआ है वहा कि वास्तविकता कुछ इस प्रकार है ——– कुल क्षेत्रफल –२२२२३६ वर्ग कि.मी.——- पाक अधिकृत —-७८११४ वर्ग कि.मी. बर्तमान में भारत में— १०१३८७ वर्ग कि.मी.–पाक ने ची…न को दिया–५१८० वर्ग कि.मी—–चीन अधिकृत —.[१९६२ में ३७५५ वर्ग कि.मी.] भाषा, भूगोल और […] Read more » Arundhati Roy अरुंधती राय जम्मू- कश्मीर
समाज बंटा हुआ भारतीय समाज November 1, 2010 / December 20, 2011 | 6 Comments on बंटा हुआ भारतीय समाज -शिशिर चन्द्र आज भारतीय समाज कई भागों में विभाजित हो गया है. 1947 में जो विभाजन देश ने देखा, वो अब काफी पीछे छूट गया है. ऐसा लगता था कि देश विभाजन के बाद समग्रता को प्राप्त करेगा; लेकिन यह दिवा स्वप्न ही साबित हुआ. आज विभाजन की लकीरें और गहरी हो गयी हैं. सिर्फ […] Read more » Indian भारतीय
विविधा भारतीय लोकतंत्र अब ८७ वां आदर्श-भ्रष्ट तंत्र November 1, 2010 / December 20, 2011 | 2 Comments on भारतीय लोकतंत्र अब ८७ वां आदर्श-भ्रष्ट तंत्र -एल. आर. गाँधी कलमाड़ी जी की असीम कृपा से – खेल खेल में कम से कम एक क्षेत्र में तो हमने अपने पडोसी चीन को पीछे छोड़ ही दिया- कठोर स्पर्धा के बाद ‘भ्रष्टाचार की ऊंची कूद’ में हमने यह सफलता अर्जित की. अब हम भ्रष्ट देशों की सूची में ८७ वीं पायदान पर पहुँच […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
प्रवक्ता न्यूज़ वाट ऍन आईडिया सर जी November 1, 2010 / December 20, 2011 | 1 Comment on वाट ऍन आईडिया सर जी -राजीव बिशनोई “Only first class business and that in first class way……” David Ogilvy की ये लाइने विज्ञापन जगत की रीढ़ की हड्डी मानी जाती हैं, David Ogilvy ने विज्ञापन जगत को नायब नुस्खे दिए हैं। 1948 में उन्होंने अपनी फार्म की शुरुआत की, जो बाद में Ogilvy & Mather के नाम से जानी गई […] Read more » Advertisement विज्ञापन
व्यंग्य जूते भी ईमानदार हो गए… October 30, 2010 / December 20, 2011 | 5 Comments on जूते भी ईमानदार हो गए… -आशीष तिवारी दिल्ली में गिलानी की सभा में किसी ने उनपर जूता फेंक दिया. ये जूता उनको लगा नहीं. अब इसे क्या कहेगे आप? इससे पहले भी कई लोगों को निशाना बना कर जूते फेंके जा चुके हैं. कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को भी नीरिह जूते का निशाना बनाने की कोशिश की गयी थी पर […] Read more » Honest ईमानदार
धर्म-अध्यात्म लौकिक व अलौकिक के अद्भुत समन्वय हैं राम October 30, 2010 / December 20, 2011 | 4 Comments on लौकिक व अलौकिक के अद्भुत समन्वय हैं राम -डॉ. दयाकृष्ण विजय वर्गीय ‘विजय’ भगवान राम को जहाँ महाभारतकार वेद व्यास ने गीता में वीरता के विग्रह के रूप में देखा है, वहीं तुलसी ने उन्हें परब्रह्म के अवतार के रूप में पहचाना है। लोकमानस उन्हें मर्यादापुरुषोत्तम के रूप में जानता है। जो परब्रह्म के अवतार को स्वीकार नहीं करते वे उन्हें एक महापुरुष […] Read more » Shri Ram श्री राम
सार्थक पहल लगन से ठान लो, तो कुछ भी मुश्किल नहीं October 30, 2010 / December 20, 2011 | 2 Comments on लगन से ठान लो, तो कुछ भी मुश्किल नहीं ॰ स्वाभिमान टाइम्स की सफल शुरुआत के मौके पर कार्यक्रम आयोजित ॰ बिग ब्रॉडकास्टिंग एंड मल्टीमीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन ने की अन्य राज्यों में संस्करण शुरू करने की घोषणा ॰ जल्द ही शुरू होगा राष्ट्रीय स्तर का टेलिविजन चैनल और प्रकाशित की जाएगी मासिक अंग्रेजी समाचार पत्रिका पावर प्लस नई दिल्ली : कौन कहता […] Read more » Problem स्वाभिमान टाइम्स
कविता कविता: व्यस्तता October 30, 2010 / December 20, 2011 | 4 Comments on कविता: व्यस्तता व्यस्तता आज हम हर पल व्यस्तता का बहाना बना रहे हैं व्यस्तता की आड़ लेकर अपनों से ही बहुत दूर हुऐ जा रहे हैं जरा सोचिए, दिल से सोचिए कहीं हम रिश्तों के नाम पर औपचारिकता तो नहीं निभा रहे हैं आज हम हर पल व्यस्तता का बहाना बना रहे हैं पहले जब कोई दुःख […] Read more » poem व्यस्तता