धर्म-अध्यात्म राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है राम मंदिर निर्माण September 16, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है राम मंदिर निर्माण -डा. मुरली मनोहर जोशी आज भारत के सामने अनेक प्रकार की चुनौतियां हैं। उन चुनौतियों की पृष्ठभूमि में हमें राम मंदिर के मुद्दे को देखना चाहिए। क्या राम मंदिर भारत की अन्य प्रमुख समस्याओं का समाधान कर सकता है। क्या अयोध्या विवाद के समाधान द्वारा देश की अन्य समस्याओं के समाधान का कुछ मार्ग निकल […] Read more » Ram Birthplace अयोध्या आंदोलन श्रीरामजन्मभूमि
समाज श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन : राष्ट्रीय अस्मिता की अभिव्यक्ति September 15, 2010 | 2 Comments on श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन : राष्ट्रीय अस्मिता की अभिव्यक्ति – विनायकराव देशपाण्डे श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन केवल हिन्दू मुस्लिम संघर्ष नहीं, मंदिर-मस्जिद विवाद नहीं यह राष्ट्रीयता बनाम अराष्ट्रीय का संघर्ष है। राष्ट्र माने केवल भू भाग, जमीन का टुकड़ा नहीं वरन् उस जमीन पर बसने वाले समाज में विद्यमान एकत्व की भावना है। यह भावना देश का इतिहास, परम्परा, संस्कृति से निर्माण होती है। राम […] Read more » रामजन्मभूमि आंदोलन
राजनीति आतंकवाद की शब्दावली में नया शब्द भगवा आतंकवाद? September 15, 2010 / December 22, 2011 | 3 Comments on आतंकवाद की शब्दावली में नया शब्द भगवा आतंकवाद? – डा. रमेश शर्मा कुछ समय से एक नूतन शब्द ‘भगवा आतंकवाद’ समाज के सामने परोसा जा रहा है। इसे हिन्दु आतंकवाद, भगवा ब्रिगेड, सैफरन उग्रवाद जैसे उपनामों से प्रचरित किया जा रहा है। मीडिया और राजनैतिक दल इस विशेषण को दुनिया भर में संदेश देने के लिए प्रयुक्त कर रहे हैं। सरकार आधिकारिक तौर […] Read more » terrorism भगवा आतंकवाद
राजनीति मुस्लिम तुष्टिकरण September 15, 2010 / December 22, 2011 | 2 Comments on मुस्लिम तुष्टिकरण -जगत मोहन जिस देश का गृहमंत्री अपने ही देश के बहुसंख्यक समाज को आतंकवादी कहे जबकि वह उसी समाज का हिस्सा है, तो यह सोचना होगा कि वह कहीं मानसिक दिवालियेपन का शिकार तो नहीं हो रहे या फिर इसके पीछे उनका कोई स्वार्थ है। लेकिन इस दिवालियेपन का शिकार तो उस सरकार के मुखिया […] Read more » Muslim तुष्टिकरण मुस्लिम
समाज गरीबों के खेत, अमीरों के पेट September 15, 2010 / December 22, 2011 | 2 Comments on गरीबों के खेत, अमीरों के पेट -देवाशीष मिश्रा पिछले कुछ समय से दो खबरों से जुड़ी बातें लगातार अखबारों और इलेक्ट्रानिक चैनलों में जोर-शोर से आ रहीं हैं। एक बढ़ती मँहगाई जिससे आम जन त्राहि-त्राहि कर रहा है। दूसरा सरकारी व्यवस्था में सड़ता अनाज। भारत में रोज ना जाने कितने पेट खाली ही सो जाते हैं, इस उम्मीद में कि शायद […] Read more » Rich अमीर गरीब
समाज शिक्षा, संस्कृति और समाज… September 15, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on शिक्षा, संस्कृति और समाज… -राजीव बिश्नोई प्रेम को परिभाषित करना वर्तमान परिदृश्य में मुश्किल है। चूँकि हर रोज इस बात पर बहस ज्यादा हो रही है कि क्या प्रेम करने वालों को सामाजिक मान्यता मिलनी चाहिए विशेषकर उस समाज में जिसकी बुनियाद मनु, अरुस्तु या ओशो का मिला-जुला रूप हो सकती हैं। जबकि प्रेम का आंकलन उन लोगों के […] Read more » Education शिक्षा समाज संस्कृति
साहित्य आओ मनाएं हिन्दी दिवस September 15, 2010 / December 22, 2011 | Leave a Comment हर्ष ही नहीं गर्व का विषय है हिन्दी विश्व मंच पर एक अग्रणी भाषा है। विश्व के अनेक देश हिन्दी को पाठयक्रम में पढ़ाए जाने का निश्चय कर चुके हैं। रूस और कुछ अन्य पड़ोसी देशों में हिन्दी पढ़ाना आरंभ हो गया है। अब अंग्रेजी उनके बीच संपर्क भाषा का काम कर रही है जिन्हें […] Read more » hindi हिंदी
साहित्य हिन्दी एक सम्पन्न भाषा : द्विवेदी September 14, 2010 / December 22, 2011 | 3 Comments on हिन्दी एक सम्पन्न भाषा : द्विवेदी भोपाल,14 सितंबर। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में हिन्दी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनसंचार विभाग के अध्यक्ष संजय द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि हिन्दी भाषा को दीन-हीन मानना एक गलत सोच है। हिन्दी भाषा दीन-हीन नहीं बल्कि दिन-ब-दिन प्रभावशाली और सम्पन्न हो रही है। हिन्दी […] Read more » hindi हिंदी
साहित्य सिर्फ रस्म बन कर न रह जाए ये दिन : पूजा श्रीवास्तव September 14, 2010 / December 22, 2011 | 4 Comments on सिर्फ रस्म बन कर न रह जाए ये दिन : पूजा श्रीवास्तव एक बार फिर 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाने के लिए लोग तैयार हैं। सर्वविदित है कि इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं। कई संगोष्ठियां, कई परिचर्चाएं होती हैं और तमाम लोग हिन्दी के प्रति अपने प्रेम को जाहिर करते हैं। हिन्दी की दुर्दशा पर घडिय़ाली आंसू भी बहाए जाते है। पर सवाल ये […] Read more » Hindi Diwas हिंदी दिवस
साहित्य राजभाषा हिंदी – अनुवाद एवं तकनीकी समावेश की सार्थकता September 14, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on राजभाषा हिंदी – अनुवाद एवं तकनीकी समावेश की सार्थकता दिलीप कुमार पांडेय, संयुक्त सचिव, राजभाषा, गृह मंत्रालय, भारत सरकार स्वातंत्र्योत्तर भारत में स्वाधीनता और स्वावलम्बन के साथ-साथ स्वभाषा को भी आवश्यक माना गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के तुरंत बाद गांधीजी ने खुले शब्दों में कहा कि ‘प्रांतीय भाषा या भाषाओं के बदले में नहीं बल्कि उनके अलावा एक प्रांत से दूसरे प्रांत का संबंध जोड़ने […] Read more » Hindi Diwas हिंदी दिवस
धर्म-अध्यात्म धर्म के नाम पर नफरत का कारोबार September 11, 2010 / December 22, 2011 | 3 Comments on धर्म के नाम पर नफरत का कारोबार -आर.ल.फ्रांसिस इस्लाम को मानवता विरोधी बताते हुए अमेरिकी चर्च के एक हिस्से ने 9/11 को अमेरिका पर हुए अलकायदा के हमले की वर्षगांठ पर पवित्र कुरान को जलाने की घोषणा करके दुनिया भर के मुस्लिम समाज में बैचानी पैदा कर दी है। फलोरिडा के डोव वर्ल्ड आउटरीच सेंटर के पास्टर टेरी जॉस अपनी निंदा की […] Read more » Muslim ईसाई कुरान मुस्लिम
धर्म-अध्यात्म ”कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” September 11, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on ”कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” -आर एल फ्रांसिस भारत भूमि में जन्मा कौन ऐसा व्यक्ति होगा जिसने श्रीकृष्ण का नाम न सुना हो? श्रीकृष्ण को वन्दे जगदगुरु भी कहा जाता है। श्रीरामचन्द्र के समान श्रीकृष्ण भी करोड़ों भारतवासियों की श्रद्वा और भक्ति के पात्र रहे है। वास्तव में श्रीकृष्ण की सम्पूर्ण जीवन लीला, उनका दुष्टों से लड़ना और सज्जनों की […] Read more » Shri Krishna श्रीकृष्ण