काफी नहीं है मुआफी
-पुनीता सिंह- महिलाओं के खिलाफ घटिया बयानबाजी के हम सभी अब काफी अभ्यस्त हो चुके
-पुनीता सिंह- महिलाओं के खिलाफ घटिया बयानबाजी के हम सभी अब काफी अभ्यस्त हो चुके
१९८९ में संयुक्त राष्ट विकास कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व की बढ्ती आबादी की पड्ताल करने
हरियाणा के पूर्व डी.जी.पी एस.पी.एस. राठौर के खुले दाँत आजकल मीडिया में चर्चा का विषयबने हुए
शुक्रवार की वारिस और लम्बे जाम में दिल्ली वालों को सरकारी दावों का असली रुप
बरसात आती है या महँगाई बरसती है बाजार मे हर चीज बहुत मंहगी है। बाहर
मानवीय मूल्यों के प्रसंग में आदर्शो की बात करते है सब, एक आईना लगा है
स्वतंत्रता दिवस नज़दीक आते ही भव्य तैयारियाँ शुरु हो जाती है। आजादी के इस पर्व