विविधा राम बाग के इतिहास का रहस्य April 19, 2017 | Leave a Comment विशेष स्वच्छ भारत अभियान सम्पन्न डा. राधेश्याम द्विवेदी रामबाग यमुना नदी के बायें तट पर स्थित है। इसे आराम बाग और बाग-ए-गुल अफसान के नाम से भी जाना जाता है। राम बाग की अवधारणा और निर्माण भारत में पहले मुगल बादशाह बाबर ने 1528 में करवाया था। यह चीनी का रोजा से 500 मीटर, एतमादुद […] Read more » राम बाग
समाज सार्थक पहल अनोखा मदरसा ‘मुईन उल इस्लाम’ में सद्भावना का पाठ April 18, 2017 | Leave a Comment आगरा देवरैठा का मदरसा हिंदू-मुस्लिम एकता की किसी मिसाल से कम नहीं है। यहां धर्म की दीवार तोड़ बच्चे उर्दू और संस्कृत दोनों विषयों की शिक्षा एकसाथ गृहण कर रहे हैं। मुस्लिम बच्चे संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण जबकि हिंदू बच्चे कुरान की आयतें पढ़ते हैं। शिक्षक हों या बच्चे, सभी कहते हैं, मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना। कक्षा आठ की छात्रा निशा खान के मुंह से गायत्री मंत्र का उच्चारण सुन लगेगा मानो इस बच्ची की जुबां पर स्वयं सरस्वती मां विराजमान हो गई हैं। मासूम से चेहरे पर न तो किसी धर्म की परछाई दिखाई पढ़ती है और न ही किसी प्रकार का धार्मिक भेदभाव। कक्षा सात के छात्र ऋषभ उर्दू सीखता है और कुरान की आयतें भी पढ़ता है। Read more » Featured मुईन उल इस्लाम हिंदू-मुस्लिम एकता
समाज स्वास्थ्य-योग जानलेवा फ्लोराइड और उसके चिकित्सीय उपाय April 17, 2017 | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी फ्लोराइड क्या है:-कई देशों जैसे सं. रा. अमेरिका आदि में पीने के पानी के फ्लोरिडेशन की नीति इतने लंबे समय से प्रभावी है कि अधिकांश लोग इसपर ध्यान ही नहीं देते. लेकिन अब बहुत से वैज्ञानिक और जनस्वास्थ्य अधिकारी यह प्रश्न उठा रहे हैं कि राष्ट्रव्यापी फ्लोरिडेशन का क्या औचित्य है और […] Read more » fatal floride Featured Floride जानलेवा फ्लोराइड फ्लोराइड फ्लोराइड चिकित्सीय उपाय
लेख शख्सियत रंग नारायण पाल जूदेव वीरेश ‘रंगपाल’ April 16, 2017 | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी कवियित्री मां से मिली प्रेरणा :- रंगपाल नाम से विख्यात महाकवि रंग नारायण पाल जूदेश वीरेश पाल का जन्म नगर पंचायत हरिहरपुर में फागुन कृष्ण 10 संवत 1921 विक्रमी को हुआ था। उनके पिता का नाम विश्वेश्वर वत्स पाल तथा माता का नाम श्रीमती सुशीला देवी था । उनके पिता जी राजा […] Read more » रंग नारायण पाल जूदेव वीरेश ‘रंगपाल’
लेख शख्सियत साहित्य मानवीय चेतना और राष्ट्रीयता के कवि : पंडित बलराम प्रसाद मिश्र ‘द्विजेश’ April 16, 2017 | Leave a Comment डा. राधे श्याम द्विवेदी ‘नवीन’ पारिवारिक परिचय:-बस्ती जिले का मिश्रौलिया गांव में हर दयाल मिश्र का एक अच्छा खाता पीता घराना था। वह एक जमीदार थे। वे अपनी पालकी के साथ बस्ती राजा के यहाँ भी आया जाया करते थे। उन पर राजा साहब की कृपा दृष्टि बनी रहती थी। उनके पुत्र का नाम उदित […] Read more » Featured पंडित बलराम प्रसाद मिश्र ‘द्विजेश’
दोहे बाबा तेरी ज्योति से ज्योति April 15, 2017 | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी ‘नवीन’ आचार्य पं. मोहन प्यारे द्विवेदी ‘मोहन’ (01.04.1909-15.04.1989) स्मृति पखवारा 29वी पुण्य तिथि पर सादर श्रद्धांजलि बाबा तेरी ज्योति से ज्योति, हर पल जलती जाती है । दुनिया की झंझावातों से वह, कभी नहीं बुझ पाती है ।। जब एक भी दीया जलता है, सारी दुनिया प्रकाशित होती है। जब एक बुद्धत्व […] Read more » बाबा तेरी ज्योति से ज्योति
लेख साहित्य लछिराम भट्ट : बस्ती के छन्द परम्परा के जनक April 15, 2017 | Leave a Comment लछिराम की प्रसादगुणयुक्त ब्रजभाषा में रचनाएँ है। कुछ के नाम ये हैं - मुनीश्वर कल्पतरु, महेंद्र प्रतापरस भूषण, रघुबीर विलास, लक्ष्मीश्वर रत्नाकर, प्रतापरत्नाकर, रामचंद्रभूषण, हनुमंतशतक, सरयूलहरी, कमलानंद कल्पतरु, मानसिंह जंगाष्टक, , सियाराम चरण चंद्रिका, करुणाभरण नाटक, प्रेम रत्नाकर, राम रत्नाकर, लक्ष्मीश्वर रत्नाकर, रावणेश्वर कल्पतरु ,महेश्वर विलास ,नायिका भेद, देवकाली शतक, राम कल्पतरु, गंगा लहरी और नखशिख परम्परा आदि उनकी उत्कृष्ट रचनायें है। Read more » लछिराम भट्ट
विविधा क्या ताजमहल के बंद कमरों में हिन्दू मूर्तियां है ? April 15, 2017 | Leave a Comment अलेक्जेन्डर कनिंघम जैसे सैन्य अधिकारियों ने भारतीय इतिहास को जिस प्रकार तोड़ कर लिखा, आज उसी को प्रामाणिक माना जाता है. अलेक्जेन्डर कनिंघम ने कब्र इंतजामिया को ताजमहल से बाहर किया और सात मंजिला ताजमहल के मुख्य मकबरे को छोड़ कर शेष 500 कमरों में ताले लगवा दिए, जो आज भी लगे हुए हैं. Read more » Featured tajmahal a shiva mandir ताजमहल के बंद कमरों में हिन्दू मूर्तियां ताजमहल में हिन्दू मूर्तियां
विविधा आगरा में पहली बार यमुना चुनरी मनोरथ महोत्सव का भव्य कार्यक्रम आयोजित April 12, 2017 | Leave a Comment गुरु वशिष्ठ मानव सर्वांगीण विकास सेवा समिति ने यमुना किनारा के लक्ष्मी नारायण मन्दिर राम घाट पर विधि-विधान से दूध, फूल, मिष्ठान से यमुना जी की पूजा अर्चना की। भगवान श्रीकृष्ण की पटरानी यमुना महारानी का प्राकट्योत्सव मंगलवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य यमुना महारानी का दुग्धाभिषेक किया गया और चुनरी ओढ़ाई गई। Read more » Featured यमुना चुनरी मनोरथ महोत्सव यमुना शुद्धीकरण संचेतना महाभियान
विविधा जीवन के अलौकिक संकेत प्रतीक व बिम्ब April 10, 2017 | Leave a Comment पूरी तरह से खिले हुए फूल को प्रस्फुटित फूल कहा जाता है। देखने में बहुत प्यारा तथा मन को आनन्दित करता हैं परन्तु उसका दर्द दूसरा कोई नहीं समझता है। किसी को उसकी वेदना का आभास भी शायद ना होता हो। माली पुजारी नारी या युवा ? यहां तक कि उसे माध्यम बनाकर पे्रम का इजहार करने वाले अपने लक्ष्य को साध लेते हैं पर वे प्रस्फुटित फूल कीवेदना को शायद ही समझ पाते हों या समझना चाहते हों। Read more » Featured life Old young जीवन जीवन में मुस्कुराहट जीवन में मुस्कुराहट के फूल खिलाते रहिए ढलती दोपहर में यौवन प्रौढ़ता मुस्कुराहट के फूल
राजनीति सामाजिक सांस्कृतिक संगठन के विरोध में बननेवाले दो राजनीतिक पुच्छल तारे March 31, 2017 | Leave a Comment डीएसएस के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तेजप्रताप को पहले आरएसएस का प्रशिक्षण लेने की सलाह दे दी. उन्होंने कहा कि तेजप्रताप को पहले आरएसएस की ट्रेनिंग लेनी चाहिए, उसके बाद कोई संगठन बनाने की बात करनी चाहिए. प्रशिक्षण लेने के बाद संगठन की असफलता का शक कम हो जाएगा, बिना प्रशिक्षण के असफलता का भय बना रहेगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आरएसएस की विचारधारा को महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार मानते हैं. Read more » Featured पुच्छल तारे राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ की स्थापना :
शख्सियत 109वीं जयन्ती के अवसर पर पण्डित मोहन प्यारे द्विवेदी को श्रद्धान्जलि March 31, 2017 / March 31, 2017 | Leave a Comment 108 वीं जयन्ती के पावन अवसर पर हार्दिक श्रद्धांजलि डा. राधेश्याम द्विवेदी ’नवीन’ सुकवि आचार्य पंडित मोहन प्यारे द्विवेदी ’’मोहन’’का जन्म संवत 1966 विक्रमी तदनुसार 01 अप्रैल 1909 ई. में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला के हर्रैया तहसील के कप्तानगंज विकास खण्ड के दुबौली दूबे नामक गांव मे एक कुलीन परिवार में हुआ था। पंडित […] Read more » Featured पण्डित मोहन प्यारे द्विवेदी ’’मोहन ’’