लेख कोरोना की तीसरी लहर से बचाव एवं युवा वर्ग का टीकाकरण —— June 13, 2021 / June 13, 2021 by संध्या शर्मा | Leave a Comment पिछले साल लाकडाउन के बाद देश ने दूसरे देशों की तुलना में अपने आपको संभाल लिया था।कोरोना की दूसरी लहर का कोफ दिन पर दिन बढ़ता गया वह खतम भी नहीं हुआ है कि अब तीसरी लहर की आने की शुरुआत हो गई है और पिछले वर्ष की तुलना में कई ज्यादा भयावह है। कोरोना […] Read more » Prevention of third wave of corona Prevention of third wave of corona and vaccination of youth vaccination of youth कोरोना की तीसरी लहर
कविता कोरोना की दूसरी दस्तक…!!* April 17, 2021 / April 17, 2021 by संध्या शर्मा | Leave a Comment कोरोना की गतिफिर से तेज हैबुलेट ट्रेन की स्पीड लिए है।। बिना मास्क के पहने लोगइसे हरी झंडी दिखाएकोरोना दिन पे दिनबढ़ता जाए।। कोरोना की दूसरी लहर काखौफ बढ़ता जाएदिन दोगुनी उन्नति करता जाए।। रक्त बीज की तरहमुंह फैलाए,काल का ग्रास बनाए।। वैक्सिंग,मास्क ,शोशल डीस्टेंसिंग है असरदारीअव्यवस्था है इन पर भारी।। बढ़ती जाए अस्पतालों में […] Read more » कोरोना की दूसरी दस्तक
प्रवक्ता न्यूज़ कोरोना का बढ़ता प्रकोप —— April 15, 2021 by संध्या शर्मा | Leave a Comment पिछले साल लाकडाउन के बाद देश ने दूसरे देशों की तुलना में अपने आपको संभाल लिया था।इस बार कोरोना संक्रमण की गति फिर से तेज हो गई है। अब पिछले वर्ष 6 माह में जितने मरीज मिले , उतने इस बार तीन माह में ही हो गए हैं। कोरोना की दूसरी लहर का कोफ दिन […] Read more » कोरोना का बढ़ता प्रकोप
लेख वर्त-त्यौहार होली के रंग में सजी दुनिया सारी…..। March 22, 2021 / March 22, 2021 by संध्या शर्मा | Leave a Comment ” दहन होलिका की पड़वा परधूलिवंदन की डोली है,हर प्रांत की अपनी भाषा और बोली हैदिल को दिल से आज मिलानेआई फिर से होली है।” ब्रजमंडल का सबसे निराला और अनूठा महोत्सव होली है , जिसमे प्रकृति में बसंत पंचमी से ही पूरे देश में मादकता छा जाती हैं। रोम – रोम में मस्ती अपना […] Read more » होली के रंग में सजी दुनिया सारी
कविता कर्तव्य (स्त्री का रक्षक) January 25, 2021 / January 25, 2021 by संध्या शर्मा | Leave a Comment भावनाओं की उत्कृष्टता का,आदर्शवादिता का, प्रेम –समर्पण का समुद्र भरता हैदिव्य ग्रंथ रामायण महकाव्य गढ़ता है।। एक बूढ़ा पक्षीएक स्त्री की रक्षा करता है,उम्र से हारा जटायू भीएक विचार करता है,तू काहे इस झगड़े मेंपड़ता है,अपने पेड़ पर बैठा रह,मन की कमजोरी से हारा हैतभी जटायू का वर्चस जागा हैबूढ़ा हुआ तो क्या हुआअनीति के […] Read more » कर्तव्य