लेख समाज सार्थक पहल शर्मिंदगी झेलने को मजबूर आधी आबादी March 2, 2023 / March 2, 2023 | Leave a Comment साल 2017 में अक्षय कुमार अभिनीत एक फ़िल्म आई थी- टॉयलेट एक प्रेम कथा। इस फ़िल्म की कहानी ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता के महत्व जैसे गंभीर मुद्दे पर प्रकाश डालती है, लेकिन आज़ादी के अमृत काल में भी अगर आधी आबादी को खुले में शौच के लिए जाना पड़े। फिर अमृत काल और सरकारी तंत्र […] Read more »
खेल जगत खेल की दुनिया में ये कैसी गंदगी! June 17, 2022 / June 17, 2022 | Leave a Comment सोनम लववंशी बलात्कार और यौन अपराध समाज के हर क्षेत्र में व्याप्त है। इससे खेल भी अछूते नहीं रहे हैं। खेल संस्थानों में प्रशिक्षण के दौरान यौन उत्पीड़न की शिकायतें वर्तमान दौर में बढ़ती जा रही है। कहने को तो खेलों को एक सुरक्षित क्षेत्र माना जाता रहा है। लेकिन यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों […] Read more » What a mess in the world of sports बलात्कार और यौन अपराध स यौन शोषण सेक्सटॉर्शन
लेख समाज कृषि क्षेत्र में भी लैंगिक असमानता, कैसे आगे बढ़ें आधी आबादी?… December 11, 2021 / December 11, 2021 | Leave a Comment सोनम भारतीय मीडिया या यूं कहें टीवी पत्रकारिता के दौर में जनसरोकार के विषय नदारद ही दिखते हैं। लेकिन बीते दिनों एक ऐसा मामला निकलकर सुर्खियों में आया। जो अपना एक व्यापक सरोकार रखता है। जी हां कहने को तो भारतीय संविधान में समानता और स्वतंत्रता की लंबी- चौड़ी बातें लिखी हुईं हैं। फिर भी […] Read more » Gender inequality even in agriculture how to proceed with half the population? कृषि क्षेत्र में भी लैंगिक असमानता
लेख भारतीय समाज और अंतर्राष्ट्रीय दिवस October 10, 2021 / October 10, 2021 | Leave a Comment सोनम लववंशी आए दिन हम सभी किसी न किसी दिवस विशेष का हिस्सा बनते, लेकिन क्या वह दिवस अपने सकल उद्देश्यों को प्राप्त कर पाता है? यह अपने-आपमें एक यक्ष प्रश्न है। जी हाँ 11 अक्टूबर को हर वर्ष अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति […] Read more » Indian Society and International Day
विधि-कानून देश में महिला न्यायाधीशों की हिस्सेदारी कम क्यों? September 30, 2021 / September 30, 2021 | Leave a Comment समानता लोकतांत्रिक समाज की जीवन रेखा है। तो वहीं दूसरी तरफ़ इतिहास इस बात का सदैव साक्षी रहा है कि हमारे देश में महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर हर पल पर संघर्ष करती आईं हैं। ऐसे में कहने को भले हम एक नये युग में जी रहे है जहां समता और समानता की पैरवी संविधान […] Read more » Share of women judges in the country] देश में महिला न्यायाधीश न्यायाधीशों की हिस्सेदारी कम महिला न्यायाधीशों की हिस्सेदारी
राजनीति विधि-कानून धर्म से बड़ी भारतीयता, यह कब स्वीकार करेंगे हम… August 24, 2021 / August 24, 2021 | Leave a Comment हिंदी सिनेमा में एक बहुत ही मशहूर गीत है कि, “मांझी जो नाव डुबोए, उसे कौन बचाये? जी हां इस गीत से शुरुआत इसलिए, क्योंकि जब देश और समाज को चलाने वाले लोग ही देश और समाज की भलाई से इतर सोचेंगे, फ़िर देश तरक़्क़ी की बिसात पर आगे कैसे बढ पाएगा? हम लोकतंत्र के […] Read more » Indianness is bigger than religion uniform civil code समान नागरिक संहिता
महिला-जगत लेख आज़ादी की 75 वीं वर्षगाँठ के दौरान कहाँ खड़ी है देश की मातृ शक्ति… August 13, 2021 / August 13, 2021 | 2 Comments on आज़ादी की 75 वीं वर्षगाँठ के दौरान कहाँ खड़ी है देश की मातृ शक्ति… इस बार 15 अगस्त को हम देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मनाने जा रहें हैं। बेशक यह हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है। इस आजाद भारत में महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती नजर आ रही है। हमारे देश की महिलाओं ने धरती से लेकर आसमान […] Read more » देश की मातृ शक्ति
खेल जगत औछी मानसिकता का परिणाम है खिलाड़ी की जाति खोजना… August 5, 2021 / August 5, 2021 | Leave a Comment जाति है कि आख़िर जाती क्यों नहीं? देश की राजनीति में जातिवाद का जहर किसी से छिपा नही है। लेकिन जब यही जातिवाद का जहर खेलों और खिलाड़ियों के लिए भी शुरू हो जाए तो कई सवाल खड़े होते हैं। जब भी खिलाड़ी अपने बेहतर खेल प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाते हैं। फ़िर लोग […] Read more » खिलाड़ी की जाति खोजना
लेख नर और नारी की समानता का द्योतक है शिव का अर्धनारीश्वर स्वरूप July 25, 2021 / July 25, 2021 | Leave a Comment सोनम लववंशी यह सत्य है कि हम आधुनिक होती जीवनशैली और बाहरी चकाचौंध में अपने वास्तविक मूल्यों को दरकिनार कर रहे हैं। लेकिन हम भले ही आधुनिकता का चोला क्यों न ओढ़ ले पर प्रकृति हमें हमारी संस्कृति से जोड़ने का कार्य करती है। जी हां यह सच है कि हम ज़िन्दगी को जिस नजरिये […] Read more » Ardhanarishvara form of Shiva signifies the equality of male and female नर और नारी की समानता शिव का अर्धनारीश्वर स्वरूप
महिला-जगत लेख महिलाओं पर सवाल उठाने से पहले स्वयं में झांकने की ज़रूरत July 14, 2021 / July 14, 2021 | Leave a Comment एक तरफ हम चांद और मंगल पर जीवन बसाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। तो वही दूसरी तरफ हमारे समाज का एक बड़ा तबका महिलाओं के ‘ड्रेसकोड’ में ही उलझा हुआ है। अब हम इक्कीसवीं सदी में भले पहुँच गए हो, लेकिन महिलाओं के कपड़ो को लेकर राजनीति आम हो चली है और हो भी […] Read more » Before questioning women you need to look within yourself. महिलाओं पर सवाल उठाने से पहले
समाज महिलाओं के साथ दोयम रवैये का अंत आख़िर कब होगा? July 8, 2021 / July 9, 2021 | Leave a Comment धर्म कोई भी हो। चाहे वह हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई। सभी धर्म में महिलाओं के इज्जत और मान सम्मान की बात कही गई है। हमें हमारा समाज हमेशा यही बताता आया है कि महिलाओं की इज्जत करनी चाहिए। खासकर हिंदू धर्म में तो महिलाओं को देवताओं के समान माना गया है। लेकिन अगर इसी […] Read more » महिलाओं के साथ दोयम रवैये का अंत
पर्यावरण लेख बकस्वाहा को स्वाहा होने से बचाना होगा June 11, 2021 / June 11, 2021 | Leave a Comment पर्यावरण और जीवन एक-दूसरे के पूरक हैं। एक में भी छेड़छाड़ करने का असर दूसरे पर भी पड़ता है। अब तक की आई महामारियों ने इस बात को और भी साफ़ कर दिया है। पर्यावरण और महामारियों के बीच पुराना सम्बंध रहा है। वह चाहें साल 1347 में यूरोप में फैली ब्लैक डेथ की बात […] Read more » बकस्वाहा