राजनीति कांग्रेस और सोनिया परिवार का भविष्य June 3, 2019 / June 3, 2019 | Leave a Comment भारत में लोकतंत्र का महापर्व सम्पन्न हो चुका है। भा.ज.पा. को पहले से भी अधिक सीटें मिली। जैसे गेहूं के साथ खरपतवार को भी पानी लग जाता है, वैसे ही रा.ज.ग. के उसके साथियों को भी फायदा हुआ; पर आठ सीटें बढ़ने के बावजूद कांग्रेस की लुटिया डूब गयी। अब वह अपने भविष्य के लिए […] Read more » sonia and congress Sonia Gandhi कांग्रेस कांग्रेस और सोनिया सोनिया
राजनीति ढपोर शंख April 5, 2019 / April 5, 2019 | Leave a Comment कल शाम को मैं बरामदे में बैठा था कि शर्मा जी आ गये। हम भावी लोकसभा चुनाव पर चर्चा करने लगे। कांग्रेस ने कई ऐसी घोषणाएं की हैं, जिनका पूरा होना असंभव है। खासकर 72,000 रु. प्रतिवर्ष देने की घोषणा। पूर्वोत्तर में घुसपैठियों का खुला समर्थन और आतंकग्रस्त क्षेत्र में सैनिकों की रक्षा के […] Read more »
व्यंग्य समरथ को नहिं दोष गुसाईं April 1, 2019 / April 1, 2019 | Leave a Comment कहावतों का संसार अजब-गजब है। बड़ी से बड़ी बात को छोटे में कहना हो, तो कहावत का सहारा लिया जाता है। हर भाषा में ये कहावतें विद्यमान हैं। इनसे किसी भी लेख, व्यंग्य, निबंध या भाषण की सुंदरता बढ़ जाती है। भाषा की तरह हर क्षेत्र और जाति-बिरादरी के लिए भी कहावतें बनी हैं। इनमें […] Read more »
व्यंग्य साहित्य मेरी दावेदारी भी लिख लें February 25, 2019 / February 25, 2019 | Leave a Comment किसी भी विवाह या जन्मदिन समारोह में जाएं, तो वहां कुछ राशि भेंट देना एक परम्परा है। कहीं इसे व्यवहार कहते हैं, तो कहीं शुभकामना या आशीर्वाद। मेजबान कुछ संकोच से ‘‘इसकी क्या जरूरत थी ?’’ कहकर उसे जेब में रख लेता है। कुछ जगह कुछ बुजुर्ग मेज-कुर्सी डालकर बैठे रहते हैं। वे मेहमान की […] Read more »
राजनीति कांग्रेस की मानसिक बंधुआगीरी February 11, 2019 / February 11, 2019 | Leave a Comment सारे देश में इस समय भारी राजनीतिक हलचल है। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। कई राजनीतिक विश्लेषक पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनावों के आधार पर लोकसभा के समीकरण हल कर रहे हैं; पर विधानसभा चुनाव में लोग मुख्यमंत्री चुनते हैं, जबकि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री। प्रियंका के आने से उ.प्र. की मुरदा कांग्रेस […] Read more »
प्रवक्ता न्यूज़ आधुनिक चाणक्य नानाजी देशमुख January 31, 2019 / January 31, 2019 | Leave a Comment ग्राम कडोली (जिला परभणी, महाराष्ट्र) में 11 अक्तूबर, 1916 (शरद पूर्णिमा) को श्रीमती राजाबाई की गोद में जन्मे चंडिकादास अमृतराव (नानाजी) देशमुख ने भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी। 1967 में उन्होंने विभिन्न विचार और स्वभाव वाले नेताओं को साथ लाकर उ.प्र. में सत्तारूढ़ कांग्रेस का घमंड तोड़ दिया। अतः कांग्रेस वाले उन्हें नाना फड़नवीस […] Read more » Nanaji Deshmukh नानाजी देशमुख
राजनीति लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू January 11, 2019 / January 11, 2019 | 1 Comment on लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू बहुत साल पहले मोदी सूटिंग का एक विज्ञापन आता था ‘ए मैड मौड मूड मेड मोदी’। इसे बनाने वाले के दिमाग को दाद देनी होगी। मोदी ब्रांड तो अब भी है; पर उसमें वो चमक नहीं है, जो कभी ‘रायबहादुर’ गूजरमल मोदी के जमाने में थी। लेकिन पिछले कुछ साल में एक और मोदी बहुत […] Read more » Narendra Modi मोदी
राजनीति अटल जी, बातें और यादें August 17, 2018 / August 17, 2018 | Leave a Comment विजय कुमार बात संभवतः सितम्बर 1983-84 की है। मैं उन दिनों बरेली में प्रचारक था। पश्चिमी उ.प्र. के सभी जिला प्रचारकों की एक बैठक मथुरा में हुई। स्व. दीनदयाल उपाध्याय का पैतृक गांव नगला चंद्रभान मथुरा जिले में ही है। उनके निधन के बाद वहां उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष मेला होता है। अनेक तरह […] Read more » अटल जी बातें और यादें भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रधर्म
राजनीति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और दलित August 11, 2018 / August 11, 2018 | Leave a Comment विजय कुमार, दलित शब्द कब, कहां और क्यों प्रचलित हुआ, इस पर कई मत हैं। प्राचीन भारत में वर्ण व्यवस्था के बावजूद दलित नहीं थे। कहते हैं कि भारत में इस्लामी हमलावरों ने कुछ लोगों का दलन और दमन कर उन्हें घृणित कामों में लगाया। आज भी किसी चीज को बुरी तरह तोड़ने को दलना […] Read more » Featured दलित शब्द दीनदयाल शोध संस्थान भारत विकास परिषद भारतीय कुष्ठ निवारक संघ वनवासी कल्याण आश्रम विद्या भारती विद्यार्थी परिषद विवेकानंद केन्द्र आ विश्व हिन्दू परिषद सेवा भारती
शख्सियत कारवां गुजर गया July 23, 2018 / July 23, 2018 | Leave a Comment विजय कुमार छात्र जीवन से मेरी रुचि साहित्य में रही है। कविता मंचीय हो या पत्रिका में प्रकाशित, उनके प्रति विशेष आकर्षण था। इसी से कुछ तुकबंदी करने की भी आदत बन गयी। पश्चिमी उ.प्र. में खतौली का श्रावणी मेला, मुजफ्फरनगर की नुमाइश, मेरठ में नौचंदी मेला, सरधना में बूढ़े बाबू का मेला, दिल्ली में […] Read more » Featured कारवां गुजर गया दिल्ली में गणतंत्र दिवस मुजफ्फरनगर मेला श्रावणी मेला
व्यंग्य राजनीतिक आंसुओं का रासायनिक विश्लेषण July 17, 2018 / July 17, 2018 | 1 Comment on राजनीतिक आंसुओं का रासायनिक विश्लेषण – विजय कुमार, आंसू का साहित्य में बड़ा महत्व है। भाषा कोई भी हो, पर आंसू की खुराक के बिना उसकी गाड़ी आगे नहीं बढ़ती। न जाने कितनी कविता, शेर, गजल, कहानी और उपन्यासों के केन्द्र में आंसू ही हैं। सुमित्रानंदन पंत के शब्दों में – वियोगी होगा पहला कवि, आह से उपजा होगा […] Read more » Featured ऑक्सीजन और थोड़ा कैल्शियम; कुमारस्वामी राजनीतिक आंसुओं का रासायनिक विश्लेषण राष्ट्रगान सुमित्रानंदन पंत हाइड्रोजन
कहानी स्विस बैंकों के रहस्य July 4, 2018 / July 4, 2018 | Leave a Comment विजय कुमार, शर्मा जी बड़े आदमी हैं। इसलिए वे दूसरों के यहां नहीं जाते। उनकी मान्यता है कि बड़ा आदमी कहीं क्यों जाए ? अगर वो हर किसी के पास जाने लगा, तो फिर वह भी अरविंद केजरीवाल की तरह आम आदमी हो जाएगा। इसलिए वे सुबह दस बजे खा-पीकर लोगों से मिलने के […] Read more » Featured टैक्स चोरी मोदी सरकार लोकसभा के चुनाव शर्मा जी स्विस बैंकों के रहस्य