धर्म-अध्यात्म इंसानियत की राह में धर्म के गतिरोधक. June 29, 2011 / December 9, 2011 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on इंसानियत की राह में धर्म के गतिरोधक. श्रीराम तिवारी इंसान ने अपनी पृकृति प्रदत्त नैसर्गिक वौद्धिक बढ़त से जब पृथ्वी पर थलचरों ,जलचरों और नभचरों पर विजय हासिल की होगी तो उसके सामने नित नई-नई प्राकृतिक ,कबीलाई और पाशविक वृत्तियों की चुनौतियां भी आयीं होगी.पहिये और आग के आविष्कार से लेकर परिवार,कुटुंब,समाज,राष्ट्र और ’वसुधेव कुटुम्बकम’ तक आते -आते इंसान जागतिक स्तर पर […] Read more » Religion इंसानियत गतिरोधक धर्म
धर्म-अध्यात्म प्रवक्ता न्यूज़ यज्ञ से प्रकृति का बना रहता है संतुलन June 28, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment परमपूज्य ब्रह्मलीन योगीराज श्री देवराहा बाबाजी महाराज की 21वीं पुण्य स्मृति के अवसर पर रमना मैदान के मानस मंदिर प्रांगण में त्रिकालदर्शी परमसिद्ध योगीराज व अध्यात्म गुरु संतश्री देवराहा शिवनाथ दास जी महाराज के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ का 23 जून को समापन हो गया। इस महायज्ञ का महा प्रसाद […] Read more » Vishnu Mahayagya विष्णु महायज्ञ संतश्री देवराहा शिवनाथ दास
धर्म-अध्यात्म विविधा समाज सच सच बतलाना निगमानंद.. June 27, 2011 / December 9, 2011 by सुनील अमर | 13 Comments on सच सच बतलाना निगमानंद.. सुनील अमर प्रिय निगमानंद, पैंतीस साल की उम्र कुछ कम तो नहीं होती! खासकर उस मुल्क में जहाँ के बच्चे इन दिनों पैदा होने के बाद 35 महीने में ही जवान हो जाते हों, तुम बच्चे ही बने रहे? साधु के साधु ही रह गये तुम और उसी निगाह से इस मुल्क के निजाम को […] Read more » Swamy Nigmanand स्वामी निगमानंद
धर्म-अध्यात्म स्वामी रामतीर्थ : ”सफलता का रहस्य” June 27, 2011 / December 9, 2011 by रामदास सोनी | Leave a Comment रामदास सोनी आज आपके समक्ष प्रस्तुत है स्वामी रामतीर्थ द्वारा जापान प्रवास के दौरान दिया गया विश्व विख्यात व्याख्यान ”सफलता का रहस्य।” आशा है कि आप इसे पढ़कर अपने आप पर विश्वास ही नहीं करेंगे वरन् भारत कि समग्र हिन्दू समाज को भी इसके बारे में अवगत करायेंगे। ”क्या यह आश्चर्यजनक नहीं प्रतीत होता कि […] Read more » Swamy Ramteerth स्वामी रामतीर्थ
धर्म-अध्यात्म हिन्दुओं का पलायनवाद : आखिर कब तक June 27, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on हिन्दुओं का पलायनवाद : आखिर कब तक विकास सिंघल हिन्दू पलायनवादी क्यों है? हिन्दू कब तक सहेंगे और कब तक समझौतावादी बने रहेंगे। समझौतावाद ही हमारी कमजोरी बन गया है। और जब तक ये समझोतावाद बना रहेगा तब तक दुसरे लोग हमे ऐसे ही झुकाते रहेंगे। और ऐसे ही हम अपनी इस मात्रभूमि, जन्मभूमि, कर्मभूमि, पुण्यभूमि भारत वर्ष का बटवारा होते देखते […] Read more » Hindu Religion हिंदू धर्म
धर्म-अध्यात्म सिख गुरु परम्परा व मुगल वंश के संघर्ष में श्री गुरु अर्जुनदेव जी की शहादत June 24, 2011 / December 11, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 3 Comments on सिख गुरु परम्परा व मुगल वंश के संघर्ष में श्री गुरु अर्जुनदेव जी की शहादत डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री मध्यकालीन भारतीय दशगुरु परम्परा के पंचम गुरु श्री गुरु अर्जुनदेव का जन्म 15 अप्रैल, 1563 ई. को हुआ। प्रथम सितंबर, 1781 को अठारह वर्ष की आयु में वे गुरु गद्दी पर विराजित हुए। 30 मई, 1606 को उन्होंने धर्म व सत्य की रक्षा के लिए 43 वर्ष की आयु में अपने […] Read more » Sikh religion गुरू अर्जुनदेव सिख धर्म
धर्म-अध्यात्म धर्म का बाजार या बाजार का धर्म June 22, 2011 / December 11, 2011 by श्यामल सुमन | 3 Comments on धर्म का बाजार या बाजार का धर्म श्यामल सुमन कई वर्षों का अभ्यास है कि रोज सबेरे सबेरे उठकर कुछ पढ़ा लिखा जाय क्योंकि यह समय मुझे सबसे शांत और महफूज लगता है। लेकिन जब कुछ पढ़ने लिखने के लिए तत्पर होता हूँ तो अक्सर मुझे दो अलग अलग स्थितियों का सामना अनिवार्य रूप से करना पड़ता हैं। पहला – टी०वी० के […] Read more » Religion धर्म बाजार
धर्म-अध्यात्म धर्म या व्यापार? June 18, 2011 / December 11, 2011 by आर. सिंह | 13 Comments on धर्म या व्यापार? आर. सिंह ऐसे तो धर्म की आड़ में व्यापार हमेशा होता आया है,अतः यह कोई नयी बात नहीं,पर यहाँ तो धर्म की आड़ में जुर्म हुआ है, अतःइसका शीर्षक होना चाहिये था धर्म और जुर्म.आज मेरे सामने दो समाचार हैं. दोनों धर्म की आड़ में जुर्म से संबंधित हैं. पहला समाचार यों है, १९८७ में जब […] Read more » Religion जुर्म धर्म व्यापार
धर्म-अध्यात्म निगमानन्द : लक्ष्य मिला न ठाम June 18, 2011 / December 11, 2011 by श्यामल सुमन | 1 Comment on निगमानन्द : लक्ष्य मिला न ठाम श्यामल सुमन निगमानन्द जी बिना हो हल्ला के इस “असार” संसार को छोड़ कर चले गए और छोड़ गए गंगा को उसकी उसी पीड़ा के साथ जिसके लिए उन्होंने जान दिया। इसी के साथ उनके जननी और जनक की मानसिक छटपटाहट को भी समझने की जरूरत है। निगमानन्द कब अनशन पर बैठे? कब कोमा मे […] Read more » Swamy Nigmanand निगमानंद
धर्म-अध्यात्म राजनीति डॉ. लोहिया की सोच-गंगा-स्वामी निगमानंद का बलिदान June 18, 2011 / December 11, 2011 by अरविन्द विद्रोही | 1 Comment on डॉ. लोहिया की सोच-गंगा-स्वामी निगमानंद का बलिदान अरविन्द विद्रोही डॉ. राम मनोहर लोहिया सिर्फ एक व्यक्ति का नाम नहीं एक सम्पूर्ण आन्दोलन है | समाज-देश के हर पहलु पर सजग नज़र व सटीक – प्रखर – सार्थक विचार रखने वाले युग दृष्टा डॉ लोहिया भारत की राजनीति में कमज़ोर तबके के अमिट हस्ताक्षर है | डॉ लोहिया का साफ़ कहना था कि […] Read more » Swamy Aseemanand गंगा डॉ. राममनोहर लोहिया स्वामी असीमानंद
धर्म-अध्यात्म संतों के सामाजिक सरोकार June 17, 2011 / December 11, 2011 by विजय कुमार | 7 Comments on संतों के सामाजिक सरोकार विजय कुमार बाबा रामदेव के अनशन से जिनके स्वार्थों पर आंच आ रही थी, ऐसे अनेक नेताओं ने यह टिप्पणी की, कि बाबा यदि संत हैं, तो उन्हें अपना समय ध्यान, भजन और पूजा में लगाना चाहिए। यदि वे योग और आयुर्वेद के आचार्य हैं, तो स्वयं को योग सिखाने और लोगों के इलाज तक […] Read more » Sant संत
धर्म-अध्यात्म राजनीति स्वामी निगमानंद का बलिदान..याद रखेगा-हिन्दुस्तान… June 17, 2011 / December 11, 2011 by श्रीराम तिवारी | 3 Comments on स्वामी निगमानंद का बलिदान..याद रखेगा-हिन्दुस्तान… श्रीराम तिवारी “काटे मलय परशु सुन भाई! निज गुण देहि सुगंध वसाई!! “ताते सुर शीसन चढत,जग वल्लभ श्रीखंड! अनल दाहि पीटत घनहिं,परशु बदन यह दंड!! उपरोक्त चौपाई और उसके नीचे जो दोहा मानस से उद्धृत किया गया है दोनों ही बहुत सरलतम हिंदी में और प्रासंगिकता के लिए प्रस्तुत आलेख की पृष्ठभूमि के बेहतरीन प्रस्तर निरुपित […] Read more » Swamy Nigmanand स्वामी निगमानंद