आर्थिकी लेख प्राचीन भारत की आर्थिक व्यवस्था में छुपे हैं विश्व की वर्तमान आर्थिक समस्याओं के हल December 23, 2021 / December 23, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment आज जब विकसित अर्थव्यवस्थाओं में कई प्रकार की आर्थिक समस्याएं (मुद्रा स्फीति, नागरिकों के बीच लगातार बढ़ रही आर्थिक असमानता, बेरोजगारी, घाटे की वित्त व्यवस्था, शासन पर लगातार बढ़ रहा ऋण, आदि) उत्पन्न हो रही हैं और उनका कोई हल निकट भविष्य में दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे समय में इन विकसित देशों में […] Read more » The solutions to the current economic problems of the world are hidden in the economic system of ancient India. प्राचीन भारत की आर्थिक व्यवस्था
आर्थिकी राजनीति सफल आर्थिक नीतियों से देश के नागरिकों में प्रसन्नता का संचार सम्भव December 19, 2021 / December 19, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment किसी भी देश की आर्थिक नीतियों की सफलता का पैमाना, वहां के समस्त नागरिकों में प्रसन्नता का संचार, ही होना चाहिए। कोई भी नागरिक सामान्यतः प्रसन्न तभी रह सकता है जब उसकी न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से हो जाती हो। आजकल शुरुआती दौर में तो रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की आसानी […] Read more » सफल आर्थिक नीति
आर्थिकी राजनीति भारत सहित वैश्विक स्तर पर क्यों बढ़ रही है मुद्रा स्फीति की दर December 16, 2021 / December 16, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में अमेरिका एवं अन्य यूरोपीयन देशों में मुद्रा स्फीति की दर के आंकड़े जारी किये गए हैं। अमेरिका में नवम्बर 2021 माह में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति की दर 6.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है जो जून 1982 से लेकर आज तक सबसे अधिक मुद्रा स्फीति की दर है। अक्टोबर […] Read more » rate of inflation increasing globally including India Why is the rate of inflation increasing globally including India बढ़ रही है मुद्रा स्फीति की दर
आर्थिकी लेख राष्ट्रवाद का भाव जगाकर कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं विकसित अवस्था में पहुंची हैं December 13, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment वर्ष 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद जापान, जर्मनी एवं ब्रिटेन अपनी अर्थव्यवस्थाओं को नए सिरे से खड़ा करना शुरू किया, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इन तीनों देशों की अर्थव्यस्थाएं पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गई थीं। उक्त तीनों देशों के साथ ही इजराइल ने भी अपनी भूमि वापिस प्राप्त […] Read more » राष्ट्रवाद का भाव
आर्थिकी भारत में ब्याज दरें एवं खुदरा महंगाई दर कम करने के प्रयास कर रही है केंद्र सरकार December 11, 2021 / December 11, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारतीय रिजर्व बैंक ने दिनांक 8 दिसम्बर 2021 को घोषित की गई मौद्रिक नीति में लगातार नौवीं बार नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इस संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने रुख को नरम रखा है। मार्च और मई 2020 में रेपो रेट में लगातार दो बार कटौती की गई थी। इसके […] Read more » Central government is making efforts to reduce interest rates and retail inflation in India ब्याज दरें एवं खुदरा महंगाई दर कम
आर्थिकी राजनीति वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है December 8, 2021 / December 8, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य जारी किया है। इस परिदृश्य में बताया गया है कि वर्ष 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5.9 प्रतिशत की विकास दर हासिल की जा सकेगी और वर्ष 2022 में यह घटकर 4.9 प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगी, जबकि वर्ष 2020 में पूरे विश्व में […] Read more » भारतीय अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति
आर्थिकी राजनीति आर्थिक मोर्चे पर अंततः सेवा क्षेत्र से भी आई अच्छी खबर December 6, 2021 / December 6, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment मार्च 2020 के बाद कोरोना महामारी की प्रथम एवं दूसरी लहर के दौरान देश के नागरिकों ने न केवल स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का सामना किया बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी भारी कमी देखने में आई जिसके चलते कई नागरिकों ने अपना रोजगार खोया एवं आर्थिक समस्याओं का सामना किया। परंतु, केंद्र सरकार द्वारा समय […] Read more » finally good news came from the service sector as well. on the economic front Services Purchasing Managers Index सर्विसेज परचेसिंग मेनेजर्स इंडेक्स
आर्थिकी राजनीति केंद्र सरकार द्वारा भारत में लागू की गई वित्तीय समावेशन योजना के लाभ दिखने लगे हैं December 3, 2021 / December 3, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment किसी भी देश में वित्तीय समावेशन के सम्बंध में ठोस नीतियों को लागू कर आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाया जा सकता है, गरीबी एवं आर्थिक असमानता को कम किया जा सकता है एवं वित्तीय स्थिरिता की स्थिति को प्राप्त किया जा सकता है। भारत में भी केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जनधन योजना को […] Read more » financial inclusion scheme implemented by the central government in India The benefits of the financial inclusion scheme implemented by the central government in India are visible. वित्तीय समावेशन योजना
आर्थिकी राजनीति द्वितीय तिमाही में उम्मीद से बेहतर रही है आर्थिक वृद्धि दर December 2, 2021 / December 2, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के दूसरे दौर के बीच, वित्तीय वर्ष 2021-22 की द्वितीय तिमाही के दौरान, भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी का दौर जारी रहा है। भारत के सकल घरेलू उत्पाद में जुलाई-सितम्बर 2021 तिमाही में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में सबसे अधिक है। हालांकि […] Read more » Economic growth rate has been better than expected in the second quarter आर्थिक वृद्धि दर
आर्थिकी राजनीति दासता के काल में भारतीय अर्थव्यवस्था को किया गया तहस नहस, अब भारतीयता के “स्व” को जगाना आवश्यक November 30, 2021 / November 30, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में ग्वालियर में आयोजित स्वर साधक शिविर में पधारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक माननीय डॉ. मोहन भागवत जी ने एक कार्यक्रम में कहा कि दुनिया विभिन्न क्षेत्रों में आ रही समस्याओं के हल हेतु कई कारणों से अब भारत की ओर बहुत उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। यह सब […] Read more » now it is necessary to awaken the "self" of Indianness The destruction of the Indian economy was done during the period of slavery भारतीयता के “स्व” को जगाना आवश्यक
आर्थिकी राजनीति दीपावली ने दिया है भारतीय अर्थव्यवस्था को सहारा November 7, 2021 / November 7, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व है। दीपावली के त्यौहार को तो भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक माना गया है। देश में दीपावली पर्व के एक दो माह पूर्व ही सभी परिवारों द्वारा इसे मनाने की तैयारियां प्रारम्भ की जाती है। देश के सभी नागरिक मिलकर वस्तुओं की खूब खरीदारी करते […] Read more » Diwali has given support to the Indian economy दीपावली दीपावली ने दिया है भारतीय अर्थव्यवस्था को सहारा भारतीय अर्थव्यवस्था
आर्थिकी राजनीति भारत में ग्रामीण एवं शहरी अर्थव्यवस्थाओं का तेजी से औपचारीकरण हो रहा है October 9, 2021 / October 9, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में अखिल भारतीय ऋण एवं निवेश सर्वे का प्रतिवेदन वर्ष 2018 के लिए जारी किया गया है। इस प्रतिवेदन के अनुसार वर्ष 2012 एवं 2018 के बीच ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में औसत ऋण की राशि में काफी सुधार देखने में आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण की राशि में 84 प्रतिशत […] Read more » Rural and urban economies are rapidly formalizing in India भारत में ग्रामीण एवं शहरी अर्थव्यवस्था