आर्थिकी लेख अब गरीबी नहीं, अमीरी समस्या है December 4, 2019 / December 4, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-देश की प्रति व्यक्ति आय मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में 10 प्रतिशत बढ़कर 10,534 रुपये महीना पहुंच जाने का अनुमान है। इससे पहले वित्त वर्ष 2017-18 में मासिक प्रति व्यक्ति आय 9,580 रुपये थी। प्रति व्यक्ति औसत आय का बढ़ना देश की समृद्धि का स्वाभाविक संकेत है। आम आदमी की औसत […] Read more » difference increasing between poverty snd rich poverty अमीर और ज्यादा अमीर गरीब और ज्यादा गरीब गरीबी प्रति व्यक्ति औसत आय
आर्थिकी विश्ववार्ता क्या हम मन्दी के दौर में फंस रहे हैं? December 3, 2019 / December 3, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-देश में आर्थिक सुस्ती एवं विकास की रफ्तार में लगातार आ रही गिरावट चिंता एवं चिन्तन का कारण है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई-सितंबर, 2019 की तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि-दर की लगातार छठी बार गिरावट होना असामान्य आर्थिक घटना है। इस तिमाही में जीडीपी दर 4.5 प्रतिशत […] Read more » मन्दी के दौर
आर्थिकी वीडियो खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को सही कारगर नीतियों की संजीवनी बूटी कब ! December 3, 2019 / December 3, 2019 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागीभारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाने के नरेंद्र मोदी सरकार के प्रयासों को शुक्रवार 29 नवंबर को उस समय तगड़ा झटका लगा जब केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, लम्बे समय से मंदी की मार झेलने से बेहाल भारत की अर्थव्यवस्था में ताजा जारी किये गये आकड़ों के अनुसार और गिरावट […] Read more » खस्ताहाल अर्थव्यवस्था विकास दर में भारी गिरावट
आर्थिकी विश्ववार्ता मनमानी अब और नहीं October 11, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment इ. राजेश पाठक सन २००८ में अमेरिका एक आर्थिक मंदी के दौर से गुजर चुका है. अपनी बहुचर्चित किताब, ‘मुद्रा की माया:विश्व का वित्तीय इतिहास’ में लेखक नायल फर्गुसन् ने इस पर प्रकाश डालते हुए लिखा है कि इसका कारण ये नहीं था कि अमेरिका की कंपनियों से निर्माण में कोई गलतियां हुई […] Read more » आर्थिक मंदी
आर्थिकी हमारे विचार August 29, 2019 / August 29, 2019 by डॉ. हेमेंद्र कुमार राजपूत | Leave a Comment डाॅ हेमन्त कुमार फिलहाल अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है और मंदी का अंदेशा उभर आया है, इसलिए रिजर्व बैंक की ओर से वित्तीय रूप से सरकार के हाथ मजबूत करने की पहल को उपयुक्त समय पर उठाया गया कदम ही कहा जाएगा। यदि अर्थव्यवस्था की सुस्ती और गहराने के बाद रिजर्व बैंक […] Read more » Indian Economy world economy
आर्थिकी अर्थव्यवस्था के संकट से उबरने की तैयारी August 28, 2019 / August 28, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- भारत आर्थिक मंदी की मार से त्रस्त होता दिख रहा है, आर्थिक अंधेरा चहुं ओर परिव्याप्त हुआ है। अर्थव्यवस्था इस समय बहुत नाजुक दौर से गुजर रही है। बेरोजगारी बढ़ रही है, व्यापार ठप्प है, बाजार सूने हंै, बड़ी कम्पनियां अपने कर्मियों की छंटनी कर रही है, ऐसे कई आंकड़ें एशिया की तीसरी […] Read more » economy crisis Indian Economy Nirmala Sitharaman
आर्थिकी जल्द तलाशना होगा आर्थिक मोर्चे पर सफलता पाने का मंत्र August 27, 2019 / August 27, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment *हस्तक्षेप / दीपक कुमार त्यागी* *स्वतंत्र पत्रकार व स्तंभकार* भारतीय अर्थव्यवस्था जिस तरह से भी धीरे-धीरे मंदी की तरफ बढ़ रही है वह स्थिति देश के लिए चिंताजनक है। मंदी की मार से बेहाल अर्थव्यवस्था पर अब तो सरकार के अंदर से ही आवाज़े आने लगी हैं। मंदी के चलते भारतीय शेयर बाज़ार लोगों की […] Read more » Mantra to find success on the economic front
आर्थिकी आर्थिक मोर्चे पर भारत August 7, 2019 / August 7, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी प्रधाननमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में आज आर्थिक मोर्चे पर देश के सामने कई चुनौतियां मौजूद हैं। इन सभी संकटों से निपटते हुए देश को निरंतर गतिशीलता के उच्च पायदान तक पहुंचाना एनडीएनीत भाजपा सरकार के लिए कोई सामान्य कार्य नहीं है, इसलिए सरकार इन दिनों जैसा निर्णय ले रही है, […] Read more » economic economic march India
आर्थिकी भीड़तंत्र में फाइव ट्रिलियन इकनॉमी सपना या हकीकत July 12, 2019 / July 12, 2019 by दीपक कुमार | Leave a Comment *हस्तक्षेप / दीपक कुमार त्यागी एडवोकेट**स्वतंत्र पत्रकार व स्तंभकार* देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से लेकर समस्त मोदी सरकार का मंत्रीमंडल देश को आने वाले पांच वर्षों में “5 लाख करोड़ डॉलर” की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कर रहे हैं। जिस प्रकार से बजट भाषण देते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला […] Read more » dream or reality Economy Five trillion economy in the crowd
आर्थिकी विकास के साथ सम्यक् आर्थिक नजरिया जरूरी July 9, 2019 / July 9, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग –केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आम बजट प्रस्तुत किया। भारत को अगले पांच साल में पांच लाख करोड़ डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य का रोडमैप इसमें झलक रहा था। इसके लिये कृषि आधारित बुनियादी ढांचा बनाने, नये अवसर तलाशने, कृषि संस्थानों को मजबूत बनाने, बेरोजगारी दूर करने और सार्वजनिक-निजी […] Read more » Budget budget 2019 Development economic Economy Modi government Proper economic perspective
आर्थिकी आर्थिक मोर्चे पर भारत की सुदृढ़ता January 11, 2019 / January 11, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग एक बार फिर विश्व बैंक ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया है। जबकि उसने वर्ष 2021 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट का पुर्वानुमान जारी किया है। हमारी अर्थव्यवस्था का दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था एवं मंदी से अप्रभावित अर्थव्यवस्था होना, देश के लिये एक सुखद अहसास […] Read more »
आर्थिकी आर्थिक आरक्षण की सुबह का होना January 11, 2019 / January 11, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment नरेन्द्र मोदी सरकार ने आर्थिक निर्बलता के आधार पर दस प्रतिशत आरक्षण देने का जो फैसला किया है वह निश्चित रूप से साहिसक कदम है, एक बड़ी राजनीतिक पहल है। इस फैसले से आर्थिक असमानता के साथ ही जातीय वैमनस्य को दूर करने की दिशा में नयी फिजाएं उद्घाटित होंगी। निश्चित ही मोदी सरकार ने […] Read more » economical reservation आर्थिक आरक्षण