हिंद स्वराज राष्ट्रभाषा हिन्दी का सम्मान कीजिए March 31, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on राष्ट्रभाषा हिन्दी का सम्मान कीजिए -गुंजेश गौतम झा- सन् 1947 में भारत और भारतवासी विदेशी दासता से मुक्त हो गए। भारत के संविधान के अनुसार हम भारतवासी ‘प्रभुता-सम्पन्न-गणराज्य’ के स्वतंत्र नागरिक है। परंतु विचारणीय यह है कि जिन कारणों ने हमें लगभग एक हजार वर्षों तक विदेशी शासन के जुए को ढोने के लिए विवश किया था, क्या वे […] Read more » respect our mother tounge- Hindi राष्ट्रभाषा हिन्दी का सम्मान कीजिए
महत्वपूर्ण लेख हिंद स्वराज आर्यों का आदि देश आर्यावत्र्त (भारत) है March 8, 2014 / March 8, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 5 Comments on आर्यों का आदि देश आर्यावत्र्त (भारत) है राकेश कुमार आर्य एक षडय़ंत्र के अंतर्गत भारत को नष्ट करने के लिए जो मिथ्या और भ्रामक कथा-कहानियां गढ़ी गयी है उनमें सबसे प्रमुख है-आर्यों का विदेशी होना। प्रश्न है कि ऐसी कहानियां गढ़ी क्यों गयीं? इसका उत्तर ये है कि भारतीयों के प्राचीन धर्म और इतिहास को मिटाकर भारत में ईसाइयत का प्रबलता से […] Read more » आर्यों का आदि देश आर्यावत्र्त (भारत) है
हिंद स्वराज ‘‘ वतन का हर ज़र्रा देवता है ‘‘। November 9, 2013 / November 9, 2013 by जावेद उस्मानी | 5 Comments on ‘‘ वतन का हर ज़र्रा देवता है ‘‘। जावेद उस्मानी भारत का सौहाद्र दुनिया के लिए मिसाल है लेकिन गाहे बगाहे कुछ सरफिरे अपने निहित स्वार्थ के कारण व्यर्थ के विवादो को हवा देते रहते है इनमें दिशाविहीन और विचारहीन ,सियासतदां भी शामिल हैं। धर्म ,जाति और भाषा पर ऐसे तत्वो का हस्यापद आचरण व विषवमन समरसता और मानवता के विरुद्ध अपराध से […] Read more » वतन का हर ज़र्रा देवता है
लेख हिंद स्वराज हिन्दी कविता में जन्मभूमि-वंदना October 14, 2013 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य हमारे कवियों ने मां भारती के प्रति हर देशवासी को जागरूक बनाये रखने हेतु समय-समय पर देशभक्ति और जन्मभूमि के प्रति समर्पण का भाव भरने हेतु प्रशंसनीय कार्य किया है। उनके कार्यों की वंदना यह लेखनी यूं कर सकती है :- धन्य उनकी लेखनी और धन्य उनके कार्य, हमको सदा बताते रहे […] Read more » हिन्दी कविता में जन्मभूमि-वंदना
महत्वपूर्ण लेख हिंद स्वराज हमें भारतीयों की दिग्विजयों से परिचित नही कराया जाता October 7, 2013 / October 7, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 9 Comments on हमें भारतीयों की दिग्विजयों से परिचित नही कराया जाता भारतीय इतिहास को अत्यंत दुर्बल और कायर हिंदू जाति का इतिहास सिद्घ करने के लिए तथा यहां 1235 वर्ष तक चले स्वतंत्रता संघर्ष को उपेक्षित करने के लिए हमें भारतीय शासकों के विश्व विजयी अभियानों से अथवा उत्सवों से परिचित नही कराया जाता है। देश की महानता के मापदण्ड जब आप किसी जाति के […] Read more » हमें भारतीयों की दिग्विजयों से परिचित नही कराया जाता
कला-संस्कृति हिंद स्वराज प्राचीन भारत में गणित September 14, 2013 / September 14, 2013 by विश्वमोहन तिवारी | 6 Comments on प्राचीन भारत में गणित विश्व मोहन तिवारी पायथागोरस सिद्धान्त सभी शिक्षित लोग जानते हैं, किंतु वे यह नहीं जानते कि वास्तव में इसके रचयिता पायथागोरस नहीं, वरन हमारे वैदिक ऋषि बौधायन ( ८०० ई.पू.) हैं, जिऩ्होंने यह रचना पायथागोरस ( ५७० ई.पू.- ४९५ ई.पू.) से लगभग ३०० वर्ष पहले की थी। ऐसा भी नहीं है कि पायथागोरस ने इसकी […] Read more » प्राचीन भारत में गणित
हिंद स्वराज अपने स्वतन्त्रता सैनानियों को हमने बना दिया आदिवासी व जनजाति इत्यादि September 13, 2013 / September 13, 2013 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment गतांक से आगे… भारतीय इतिहास को विकृतीकरण से उबारने का आवाहन करते हुए स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि अब यह हमारे लिए है कि (इतिहास की) शोध का हम अपना व्यक्तिगत स्वतंत्र मार्ग अपनावें और वेदों, पुराणों और अन्य प्राचीन ऐतिहासिक गं्रथों का अध्ययन करें, और जीवन की साधना बना देश का भारत भूमि […] Read more » अपने स्वतन्त्रता सैनानियों को हमने बना दिया आदिवासी व जनजाति इत्यादि
हिंद स्वराज भारत गणराज्य की दशा एवँ दिशा September 7, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment परशुराम कुमार कहावत है कभी भारत में घरों पर सोने के कवेलू हुआ करते थे |यहाँ कि संपत्ति ,उपजाऊ जमीन और अनुकूल वातावरण सारी दुनियाभर के लिए ईर्ष्या का कारण थे ,फलस्वरूप विदेशी आक्रमणकारियों ने इसे बार -बार लूटा |मगर यह तो इतिहास है | स्वतन्त्रता प्राप्ति होने के पश्चात् भौगोलिक स्थिति अनुकूल पर्याप्त संसाधन […] Read more » भारत गणराज्य की दशा एवँ दिशा
राजनीति हिंद स्वराज कश्मीर की शान वहां की सांझी तहज़ीब में ही निहित August 26, 2013 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on कश्मीर की शान वहां की सांझी तहज़ीब में ही निहित तनवीर जाफ़री मुसलमानों का सबसे प्रमुख त्यौहार ईद-उल-फितर पिछले दिनों वैसे तो पूरे देश में सामान्तय: हर्षोल्लास,शांति एवं सद्भावना के वातावरण में मनाया गया। पंरतु जम्मु-कश्मीर राज्य एक बार फिर ईद ही के दिन हिंसा की चपेट में आ गया। खबरों के अनुसार राज्य के किश्तवाड़ क्षेत्र में ईद की नमाज़ के बाद जम्मु-कश्मीर […] Read more » कश्मीर की शान वहां की सांझी तहज़ीब में ही निहित
हिंद स्वराज नहीं डूबना चाहिए नौसेना का हौसला August 19, 2013 / August 19, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -शैलेंद्र जोशी हमारी नौसेना को स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ के उत्साह के बीच एक बड़े हादसे का सामना करना पड़ा। मुंबई में हमारी तटरक्षक पनडुब्बी सिंधुरक्षक समुद्र की गहराई में समा गई और साथ में नौसेना के जवान भी शहीद हो गए। पनडुब्बी में 18 नौसैनिक थे, भारी मशक्कत के बाद शनिवार तक पांच शव […] Read more » नहीं डूबना चाहिए नौसेना का हौसला
विविधा हिंद स्वराज किसका राज, कैसा धर्म August 17, 2013 / August 17, 2013 by अनिल द्विवेदी | 2 Comments on किसका राज, कैसा धर्म अनिल द्विवेदी देर से ही सही, उस सच को देश के पूर्व गृहमंत्री लेकिन अब केंद्रीय वित्त मंती पी. चिदंबरम ने कुबूल कर ही लिया कि जम्मू-कश्मीर में एक वर्ग ऐसा भी है जो आज भी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता है और यह सिलसिला 1990 से चला आ रहा है. लेकिन इसके उलट अफसोस […] Read more » jammu and kashmir
हिंद स्वराज वर्तमान दौर की नीतियों से देश की संप्रभुता ओर स्वाधीनता खतरे में;- August 16, 2013 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment श्रीराम तिवारी जो -जो राष्ट्र अतीत में कभी किसी’परराष्ट्र’ के गुलाम थे और कठिन संघर्ष और बलिदानों की कीमत पर आजाद हुए वे सभी हर साल अपनी आजादी की सालगिरह पर जश्न अवश्य मनाते हैं, शहीदों की कुर्बानी को अवश्य याद करते हैं , उन्हें नमन करते हैं और संकल्प लेते हैं कि वे न […] Read more » देश की संप्रभुता ओर स्वाधीनता खतरे में