गजल तसव्वुर ए मसर्रत March 7, 2025 / March 7, 2025 by श्लोक कुमार | Leave a Comment तुम्हारी तसव्वुर इस कदर मुझे सता रहीहर दीप्त की भांति बता रहीहर तरफ दिखता दीद तुम्हाराये वासर अब ढलने को , शाम का अक्स बना रहातुम्हारी नशीली आँखें मुझे क्षतिग्रस्त कर रहीहर लफ्ज़, तकल्लुफ को मरहम कह रहीये अहोरात्र भी सिर्फ तुमसे शुरू होता हैमेरी तन्हाई को दूर कर , मेरी प्रियतमइन परवश आंखों को […] Read more »
गजल भजन: श्री वैष्णो मैया February 12, 2025 / February 12, 2025 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment तर्ज: पंजाबीबोल: मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं मु : मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं -२तू मेरी विनिती सुन लेना -२चरणों में शीश झुका दिया मैंसुबह श्याम ध्यान लगाया हूँ मैंतू अपनी शरण लगा देनामैया जी, दाती जी, तेरे दर पर आ गया मैं अ १ : दुष्कर्मो और सब […] Read more » श्री वैष्णो मैया
गजल भजन : चेतावनी January 31, 2025 / January 31, 2025 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment तर्ज: चिंता करे बलाये हमारी मु : चिंता करो न मुर्ख प्राणी हो होचिंता करो न मुर्ख प्राणी हो हो -२इस मिथ्या संसार कीशरण पकड़ ले अब ही प्यारे हो हो, राधा के भरतार की अ १: तन मन धन उस का दिया हैउसको अर्पण करदे तूकोई कष्ट न होने देगापूर्ण समर्पण कर दे तूतेरा […] Read more » नन्द किशोर पौरुष
गजल खाटू श्याम जी का गुणगान May 14, 2024 / May 14, 2024 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment खाटू श्याम जी का गुणगान (तर्ज- मेरे सर पे रख दो बाबा) आयौ आयौ रे खाटू में मेरो श्याम धनी सरकार-2श्याम धनी सरकार, मेरो श्याम धनी सरकार| आयौ आयौ रे.. शीश मुकुट कानो में कुण्डल, तन पीताम्बर भाल पै चन्दन-2तीन बाण काँधे पे सोहे-2, नील पे असवर|आयौ आयौ रे……… फागन एकादशी का मेला, भक्तो की […] Read more »
गजल भजन श्री जी राधारानी (तर्ज- मेरे सर पे रख दो बाबा) May 14, 2024 / May 14, 2024 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment तेरे दर पै आया हूँ राधा, सुन लो मेरी अरदासबार बार मोहि दीजिये, बरसाने को वास (श्री चरनों में वास)| जब जब मै कोई जनम है पाऊं, बरसाने में ही मै आऊ- 2नितदिन तेरे दर्शन करके, तेरी ही महिमा गाउतेरे भजनों से मिट जाये-2, मेरी जनम जनम की प्यासबार बार मोहि………….चाहे मानव जनम मिले, या […] Read more »
गजल हर नदी के पास वाला घर तुम्हारा August 17, 2023 / August 14, 2023 by डॉ. राकेश जोशी | Leave a Comment हर नदी के पास वाला घर तुम्हाराआसमां में जो भी तारा, हर तुम्हारा बाढ़ आई तो हमारे घर बहे बसबन गई बिजली तो जगमग घर तुम्हारा तुम अभी भी आँकड़ों को गढ़ रहे होदेश भूखा सो गया है पर तुम्हारा कोई भी तुमको मदारी क्यों कहेगाछोड़कर जाएगा जब बन्दर तुम्हारा ये ज़मीं इक दिन उसी […] Read more »
गजल बादल गरजे तो डरते हैं नए-पुराने सारे लोग August 16, 2023 / August 14, 2023 by डॉ. राकेश जोशी | Leave a Comment बादल गरजे तो डरते हैं नए-पुराने सारे लोगगाँव छोड़कर चले गए हैं कहाँ न जाने सारे लोग खेत हमारे नहीं बिकेंगे औने-पौने दामों मेंमिलकर आए हैं पेड़ों को यही बताने सारे लोग मैंने जब-जब कहा वफ़ा और प्यार है धरती पर अब भीनाम तुम्हारा लेकर आए मुझे चिढ़ाने सारे लोग गाँव में इक दिन एक […] Read more »
गजल जो ख़बर अच्छी बहुत है आसमानों के लिए August 15, 2023 / August 14, 2023 by डॉ. राकेश जोशी | Leave a Comment जो ख़बर अच्छी बहुत है आसमानों के लिएवो ख़बर अच्छी नहीं है आशियानों के लिए इस नए बाज़ार में हर चीज़ महंगी हो गईबीज से सस्ता ज़हर है पर किसानों के लिए भूख से चिल्लाए जो वो, खिड़कियाँ तू बंद करशोर ये अच्छा नहीं है तेरे कानों के लिए हक़ की बातें करने वालों के […] Read more »
गजल अब उजालों से कोई आता नहीं है August 14, 2023 / August 14, 2023 by डॉ. राकेश जोशी | Leave a Comment अब उजालों से कोई आता नहीं है भीड़ में भी कोई चिल्लाता नहीं है मैं कभी डरता नहीं हूँ भीगने से सर पे कोई छत नहीं, छाता नहीं है जिन किताबों में ग़रीबी मिट गई है उन किताबों से मेरा नाता नहीं है बिल्लियों के संग वो पाला गया है शेर होकर भी वो गुर्राता […] Read more »
गजल जब हकीक़त सामने है क्यों फ़साने पर लिखूँ August 14, 2023 / August 14, 2023 by डॉ. राकेश जोशी | Leave a Comment जब हकीक़त सामने है क्यों फ़साने पर लिखूँ है ये बेहतर, दर्द में डूबे ज़माने पर लिखूँ खेत पर, खलिहान पर, मैं भूख-रोटी पर कभी बंद होते जा रहे हर कारखाने पर लिखूँ फूल, भँवरे और तितली की कहानी छोड़कर आदमी के हर उजड़ते आशियाने पर लिखूँ ख़त्म होते जा रहे रिश्तों के आँसू पर […] Read more »
गजल हर बात पर यूं आंसू बहाया नहीं जाता September 27, 2022 / September 27, 2022 by अजय एहसास | Leave a Comment हर बात पर यूं आंसू बहाया नहीं जाताहर बात दिल का सबको बताया नहीं जातासब घूमते हैं आज साथ में लिए नमकहर जख्म दिल का सबको दिखाया नहीं जाता। हो दर्द सही इश्क का ईनाम तो आताखाली ही सही हाथ में वो जाम तो आताअब तो लबों पे उसके मेरा नाम आ गयावो बेवफा है […] Read more » हर बात पर यूं आंसू बहाया नहीं जाता
गजल जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा। April 29, 2022 / April 29, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा।एक से नही,दासियों से इश्क लड़ाया होगा।। चेहरे पर गेसू फैलाकर,सबको बहकाया होगा।अपने खूबसूरत चेहरे को जरूर छिपाया होगा।। जब तुमने सोलहवां जन्म दिन मनाया होगा।हर कोई तेरे लिये उपहार भी लाया होगा।। चले तो होगे तेरे प्यार के चर्चे सबको पता होगा।पर तूने सहेलियों से कुछ भी […] Read more » जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा।