तर्ज: पंजाबी
बोल: मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं
मु : मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं -२
तू मेरी विनिती सुन लेना -२
चरणों में शीश झुका दिया मैं
सुबह श्याम ध्यान लगाया हूँ मैं
तू अपनी शरण लगा देना
मैया जी, दाती जी, तेरे दर पर आ गया मैं
अ १ : दुष्कर्मो और सब पापों से सदा बचाना तू
मैया जी सदा बचाना तू -२
सत्य पथ और धर्म मार्ग पर सदा चलना तू
तेरी कृपा मिल जाये तो भाव से तर जाऊंगा मैं
तेरा लिया सहारा है, झोली खाली न ले जाऊंगा मैं
मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं -२
अ २: भक्तों और सब संतों की तू ही तो एक वैष्णो रानी
उमा, रमा, राधिका मैया तू ही तो भ्रमणी तू ही तो रुद्राणी
बच्चों ने पुकारा है, तेरी कीर्ति गाऊं मैं
मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं -२
अ ३: असुरों और सब दुष्टों से, तू ही मैया बचाती
जब जब अधर्म बढे पृथ्वी पर, शेर पर चढ़ कर आती
दनुजों को संहारा है, तुझे याद दिलाऊँ मैं, सब देवों को बचाया है, तुझे याद दिलाऊँ मैं
मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं -२
अ ४: सारे मंडल वाले माँ, शरणागत हैं तेरी
नंदों भैया बुलाया हैं, अब करना न देरी
तेरा गुणगान गाय है, तेरे दर शीश झुकाऊं मैं
मैया जी तुम्हे मनाया है, अब तेरी कृपा पाऊं मैं
मैया जी तेरे दर पर आ गया मैं -२
नन्दो भैया हाथरसी