खाटू श्याम जी का गुणगान

खाटू श्याम जी का गुणगान (तर्ज- मेरे सर पे रख दो बाबा)

आयौ आयौ रे खाटू में मेरो श्याम धनी सरकार-2
श्याम धनी सरकार, मेरो श्याम धनी सरकार| आयौ आयौ रे..

शीश मुकुट कानो में कुण्डल, तन पीताम्बर भाल पै चन्दन-2
तीन बाण काँधे पे सोहे-2, नील पे असवर|
आयौ आयौ रे………

फागन एकादशी का मेला, भक्तो की हो रही रेलम-पेला -2
व्याकुल हो रहे सारे सेवक(डबरिया)- 2, करने को दीदार(मनुहार) | आयौ आयौ रे………

मोर छड़ी ये सबपै घुमावै, दुःख- दरिद्र सब दूर भगावै -2
भक्तिदान दे दे के करता -2, भव-सागर से पार(भव से बेड़ा पार)
आयौ आयौ रे………

गले में याके वैजन्ती/मुतियन माला, येहै अहिलवती को लाला-2
पाण्डव-वंशज भीम का पोता -2, गजब का है दातार
आयौ आयौ रे………

नन्दों भईया निसदिन ध्यावै, राकेश हरदम शीश झुकावै- 2
(सरे भगता निसदिन ध्यावै, हमसब हरदम शीश झुकावे- 2)
(सारे टाबरिया तुम्हे मनावै, तुमको प्यारे शीश नवावे- 2)
हारे का ये साथ निभावे- 2, सेवक बोल रहे जयकार
आयौ आयौ रे………

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