राजनीति भीम मीम की राजनीति और आतंकी पीएफआई का मिशन 2047 August 3, 2022 / August 3, 2022 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment भीम मीम की राजनीति का षड़यंत्र भारत में शताधिक वर्षों से किया जा रहा है। जोगेंद्रनाथ मंडल, इस कुत्सित राजनीति का एक पठनीय व स्मरणीय अध्याय है, दलित बंधुओं को अवश्य पढ़ना चाहिए। आज भी दलितों पर सर्वाधिक अत्याचार मुस्लिमों द्वारा किए जाते हैं। ये अत्याचार केवल सामाजिक प्रकार के नहीं होते बल्कि वे आपराधिक […] Read more » mission of terrorist PFI 2047 Politics of Bhim Mim and the mission of terrorist PFI 2047 आतंकी पीएफआई का मिशन 2047 भीम मीम की राजनीति
राजनीति विधि-कानून ये न्याय है या मज़ाक ? August 3, 2022 / August 3, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on ये न्याय है या मज़ाक ? डॉ. वेदप्रताप वैदिक यह शुभ-संकेत है कि भारत की न्याय-व्यवस्था की दुर्दशा पर हमारे प्रधानमंत्री और प्रमुख न्यायाधीशों ने आजकल खुलकर बोलना शुरु किया है। हम आजादी का 75 वाँ साल मना रहे हैं लेकिन कौनसी आजादी है, यह! यह तो सिर्फ राजनीतिक आजादी है याने अब भारत में ब्रिटिश महारानी की जगह राष्ट्रपति और […] Read more » Is this justice or a joke PM on justice system of India
राजनीति ममता सरकार की दुर्दशा August 1, 2022 / August 1, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक प. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार भयंकर दुर्गति को प्राप्त हो गई है। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि ममता बेनर्जी की सरकार इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर सकती है। ममता के राज में मैं जब-जब कोलकाता गया हूँ, वहां के कई पुराने उद्योगपतियों और व्यापारियों से बात […] Read more » plight of mamta government ममता सरकार की दुर्दशा
राजनीति ईश्वर के पहरेदार बने बैठे ये ‘स्वयंभू धर्म दूत’ August 1, 2022 / August 1, 2022 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री इज़राइल के चैनल 13 के एक यहूदी टीवी पत्रकार गिल तामरी ने पिछले दिनों सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में प्रवेश कर वहाँ का एक वीडियो बनाया और उस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। उसके बाद सऊदी अरब प्रशासन में खलबली मच गयी। सऊदी पुलिस ने इस मामले […] Read more » These 'self-styled messengers' sitting as the guards of God ईश्वर के पहरेदार स्वयंभू धर्म दूत
राजनीति श्रीलंका में हालात होते रहे खराब, पर सरकार ने नहीं दिया उस पर ध्यान . . . August 1, 2022 / August 1, 2022 by लिमटी खरे | Leave a Comment (लिमटी खरे) रावण की लंका कहा जात है भारत के पड़ोसी देश को। श्रीलंका में जो भी हो रहा है वह वास्तव में बहुत दुखद और डरावना है। श्रीलंका में आम जनता का गुस्सा अचानक तो नहीं ही फूटा होगा। लगातार ही आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में सियासी अस्थिरता लंबे समय से बनी […] Read more » The situation in Sri Lanka kept getting worse श्रीलंका श्रीलंका में हालात
राजनीति कोश्यारी की गलती क्या है? August 1, 2022 / August 1, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के एक बयान को लेकर महाराष्ट्र के नेता लोग कैसा धमाल मचा रहे हैं ? कोश्यारी ने मारवाड़ियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि यदि मारवाड़ी और गुजराती व्यापारियों को हटा दिया जाए तो मुंबई देश की आर्थिक राजधानी नहीं रह पाएगी। कोश्यारी […] Read more » कोश्यारी की गलती
राजनीति अपने पड़ौसी देशों की बिगड़ती आर्थिक एवं सामरिक स्थिति को सम्हालने में मदद कर रहा भारत July 29, 2022 / July 29, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत के पड़ौसी देशों यथा श्रीलंका, पाकिस्तान, बंगलादेश, मालदीव, नेपाल, अफगानिस्तान, लाओस एवं कुछ अफ्रीकी देशों की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और ऐसा शायद इनमें से कुछ देशों द्वारा भारत के ही एक अन्य पड़ौसी देश चीन से लिए गए बहुत बड़ी राशि के कर्ज के चलते हो रहा है। चीन ने […] Read more » India is helping in handling the deteriorating economic and strategic situation of its neighboring countries
राजनीति प्रकृति संरक्षण: हमारे समाधान प्रकृति में हैं July 28, 2022 / July 28, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment सत्यवान ‘सौरभ’ प्रकृति में कई प्रकार की प्रजातियां एक पारिस्थितिकी तंत्र में कार्य करती हैं। प्रत्येक जीव अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ-साथ पर्यावरण के विभिन्न अन्य जीवों के लिए भी कुछ उपयोगी योगदान देता है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है ताकि यह पहचाना जा सके कि […] Read more » Nature Conservation प्रकृति संरक्षण
राजनीति माले-मुफ्त, दिले-बेरहम July 28, 2022 / July 28, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ वेदप्रताप वैदिक उर्दू में एक कहावत है कि माले-मुफ़्त और दिले-बेरहम! इसे हमारे सभी राजनीतिक दल चरितार्थ कर रहे हैं याने चुनाव जीतने और सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए वे वोटरों को मुफ्त की चूसनियाँ पकड़ाते रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे रेवड़ी संस्कृति कहा है, जो कि बहुत सही शब्द है। […] Read more » Dil-Brueless freebie politics Male-Free
राजनीति मजहबी षड्यंत्र के चलते 33 करोड़ हिन्दू देवताओ का भृम फैलाया गया July 28, 2022 / July 28, 2022 by दिव्य अग्रवाल | Leave a Comment – दिव्य अग्रवाल सनातन धर्म इस ब्रह्माण्ड का आधार है । जिसका व्याख्यान असंख्य धर्मपुस्तको व पुराणों में किया गया है। परन्तु इसके विपरीत एक सत्य यह भी है कि सनातन धर्म को कमजोर व धर्म के प्रति हीन भावना को प्रोत्साहित कर सनातनियो में विघटन उत्तपन करने हेतु मुगल काल मे इस्लामिक कट्टरपंथियो ने […] Read more » 33 करोड़ हिन्दू देवता The illusion of 33 crore Hindu gods was spread due to religious conspiracy.
राजनीति कहीं देश विरोध में तो नहीं बदल रहा राजनीतिक विरोध July 28, 2022 / July 28, 2022 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानीवर्तमान में यह तो सबको पता है कि क्या बोलना चाहिए, लेकिन इसका पालन व्यवहार में बहुत कम दिखाई देता है। इसी प्रकार एक और महत्वपूर्ण बात यह भी है कि हमें यह पता नहीं होता कि क्या नहीं बोलना और करना है। राजनीतिक जीवन में मर्यादित व्यवहार करने की आशा सबसे की जाती […] Read more » Is the political opposition changing in the country's opposition?
राजनीति मुफ्त की संस्कृति पर लगाम लगाना जरूरी July 28, 2022 / July 28, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग मुफ्त की रेवड़ियां बांटने वाली राजनीति देश के विकास की एक बड़ी बाधा है, यह आम जनता को अकर्मण्य एवं कामचोर बनाने के साथ-साथ राजनीति को दूषित करती है। जो नेता इसे परोपकार मानते हैं, वे देश की जनता को गुमराह करते हैं। यह सरासर प्रलोभन एवं चुनावों में अपनी जीत को सुनिश्चित […] Read more » It is necessary to rein in the culture of free मुफ्त की संस्कृति