राजनीति भारत-जापान दोस्ती से नये वैश्विक संतुलन की कोशिश August 29, 2025 / September 1, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा केवल एक राजनयिक औपचारिकता नहीं, बल्कि इक्कीसवीं सदी की नई एशियाई शक्ति संरचना का संकेत है। यह यात्रा भारत और जापान के बीच ‘दोस्ती के नए दौर’ का आगाज है, जो वैश्विक व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक संतुलन पर गहरा असर डालेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को […] Read more » Attempts to create new global balance through India-Japan friendship भारत-जापान दोस्ती
टेक्नोलॉजी राजनीति अंतरिक्ष की गहराई में अनुसंधान करेगा भारत August 27, 2025 / September 1, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने किया देश का उत्साहवर्धनप्रमोद भार्गवप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष में गहराई से नए अनुसंधानों के लिए वैज्ञानिकों को प्रेरित किया है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर आभासी पटल पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि इस वर्ष का विषय ‘आर्यभट्ट से गगनयान तक‘ भारत के […] Read more » अंतरिक्ष की गहराई में अनुसंधान करेगा भारत
राजनीति अंतरिक्ष में खेती-किसान August 27, 2025 / August 28, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के प्रवासी भारतीय शुभांशु शुक्ला ने भविष्य की सुरक्षित खेती-किसानी के लिए अंतरिक्ष में बीज बो दिए हैं। यह सुनने में आश्चर्य होता है कि अंतरिक्ष लोक में खेती ? आखिर कैसे संभव है ? मनुष्य धरती का ऐसा प्राणी है, जिसकी विलक्षण बुद्धि नए-नए मौलिक प्रयोग करके धरती के […] Read more » Farming in space
राजनीति समर्पण, सेवा और संगठन की सौ वर्षीय यात्रा से विश्वगुरु भारत की ओर August 27, 2025 / August 28, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष : उपलब्धियाँ और नये क्षितिज” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष केवल इतिहास की उपलब्धियाँ नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा का संकल्प हैं। संघ का उद्देश्य है परिवार को सुदृढ़ करना, पर्यावरण का संरक्षण करना, समाज में समरसता लाना, स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को अपनाना तथा नागरिक कर्तव्यों का पालन […] Read more » राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष
राजनीति वोटर अधिकार यात्रा बनाम एजेंडा यात्रा August 27, 2025 / August 27, 2025 by डॉ.वेदप्रकाश | Leave a Comment डॉ.वेदप्रकाश महात्मा गांधी का जीवन राष्ट्रीय और वैश्विक फलक पर शांति और सद्भाव के लिए समर्पित रहा लेकिन उनके नाम के गैरवारिस राहुल गांधी जो विपक्ष के नेता भी हैं, आज राष्ट्रीय और वैश्विक फलक पर अशांति फैलाने और वैमनस्य को समर्पित दिखाई दे रहे हैं। अपने राजनीतिक जीवन के आरंभ से ही वे तथ्यहीन और उल्टी सीधी बातों के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। न उन्हें देश के सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और धार्मिक वातावरण की जानकारी है और न ही राजनीति की जानकारी क्योंकि राजनीति में आने के लिए उन्होंने कोई पुरुषार्थ नहीं किया। वह उन्हें पैतृक संपत्ति के रूप में प्राप्त हो गई और इस देश को जानने के लिए वे कभी घर से निकले नहीं। सर्वविदित है कि स्वतंत्रता के बाद से लगातार कई दशकों तक सत्ता में रहने के बाद वर्ष 2014 से कांग्रेस पार्टी सत्ता से बाहर है। वर्ष 2014 में जनता ने भारी बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन दिया और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। यह भी सर्वविदित है कि वर्ष 2014 से ही भिन्न-भिन्न रूपों में सामान्य व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ रहे हैं। जनकल्याण की विभिन्न योजनाएं पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। राष्ट्रीय और वैश्विक फलक पर भारत लगातार मजबूत होता जा रहा है। देश में कार्य-व्यवसाय, उद्योग एवं आर्थिक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। करोड़ों लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं और यह भी सर्वविदित है कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस यानी आईएनडीआईए का समूचा विपक्षी गठबंधन लगातार नकारात्मक राजनीति कर रहा है। राहुल गांधी और विपक्ष आज एजेंडेवादी बन चुके हैं। ये सभी नकारात्मकता फैलाने का इकोसिस्टम बनाते हैं और फिर लगातार झूठे प्रचार से उसे सच्चा दिखाने का प्रयास करते हैं। हम सभी जानते हैं कि जब किसी झूठ को भी बार-बार अलग-अलग ढंग से अलग-अलग लोगों के द्वारा कहा जाता है तो सामान्य व्यक्ति को एक समय के बाद वह सच जैसा दिखने लगता है। वर्ष 2014 में चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी ने सबसे पहले ईवीएम मशीन पर दोष मढ़ना शुरू किया। मशीन खराब हैं, उनमें बटन कोई भी दबाओ, वोट भाजपा को ही जाती है आदि । यह नैरेटिव काफी चला, फिर असफल होने पर- प्रधानमंत्री चोर है ऐसे असंवैधानिक नारे शुरू किए गए। इसके बाद संविधान खतरे में है। संविधान बदल दिया जाएगा। लोकतंत्र खतरे में है। आने वाले वर्षों में चुनाव नहीं होंगे, सीधे मोदी का ही शासन चलता रहेगा जैसे नैरेटिव भी खूब चलाए गए। कृषि कानून, नागरिकता संशोधन कानून और धारा 370 जैसे महत्वपूर्ण और संसद में पास हुए गंभीर कानूनों पर भी तरह-तरह का दुष्प्रचार भ्रम और भय फैलाया गया। समूचे विपक्ष ने राहुल गांधी के नेतृत्व में कभी किसानों को भड़काने का काम किया तो कभी मुसलमानों को भी। यह भी नैरेटिव बनाया गया कि सरकार किसानों की जमीन छीन लेगी, सरकार मुसलमानों की नागरिकता छीन लेगी आदि। कुछ समय बाद इस प्रकार के झूठे नॉरेटिव से देश में बड़ा आर्थिक और सामाजिक नुकसान हुआ। हम सभी इस बात से भी परिचित हैं कि राहुल गांधी और विपक्ष के कई नेता संसद में चर्चा में ठीक से हिस्सा नहीं लेते। वे संविधान विरोधी अभद्र भाषा का प्रयोग हमेशा करते हैं। संसद को बाधित करते हुए शोर शराबा करते हुए बाहर धरने-प्रदर्शन करते हैं। इससे यह भी स्पष्ट है कि वे सवाल जवाब करने में अथवा बहस करने में सक्षम नहीं है। पिछले कई महीनों से राहुल गांधी नए एजेंडे को लेकर पूरे इकोसिस्टम में काम कर रहे हैं। इस बार उन्होंने चुनाव आयोग पर जो संविधान सम्मत संस्था है, भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट चोरी करने का आरोप लगाया है। आरोप की पुष्टि हेतु वह चुनाव आयोग के बार-बार कहने पर भी तथ्य प्रस्तुत करने में असमर्थ रहे हैं। पिछले कुछ दिन राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वोटर अधिकार यात्रा पर हैं। तेजस्वी यादव के दो मतदाता पत्र मिल चुके हैं। अपनी यात्रा में भी वे नैतिकता की सीमाओं के पार जाकर अनर्गल टीका-टिप्पणी कर रहे हैं। तात्पर्य यह है कि वोटर अधिकार यात्रा अथवा वोट चोरी के आरोप भी उनके एजेंट एवं इकोसिस्टम के अंतर्गत चलाया जा रहा अभियान है। विगत में भी सेना द्वारा आतंकवाद के जवाब में बालाकोट स्ट्राइक एवं ऑपरेशन सिंदूर जैसी साहसिक कार्रवाई पर राहुल गांधी नकारात्मक टिप्पणी करने के साथ-साथ सेना के शौर्य पर भी प्रश्न उठाते रहे हैं। यह उनकी राजनीतिक अपरिपक्वता को दिखाता है। सभी जानते हैं कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी, लालू यादव, तेजस्वी यादव आदि विपक्ष के बड़े कहे जाने वाले कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। अभी ये जमानत पर हैं। चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में बिहार में मतदाता सूची शोधन हेतु विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान (एफआईआर) के दौरान लाखों मतदाताओं को अपात्र पाया गया। इस प्रक्रिया में बंगाल में भी सघन पुनरीक्षण आरंभ होना है। इसको लेकर भी राहुल गांधी, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव एवं विपक्ष के अन्य नेता झूठ फैला रहे हैं। आज यह आवश्यक है कि नेता विपक्ष और सभी विपक्षी दल संसद में अपनी भूमिका के महत्व को समझें। जन कल्याण के लिए योजनाओं हेतु सरकार को सुझाव दें और जनहित में संसद में मुद्दों पर बहस करें। संसद के बाहर झूठे एजेंट चलाने मात्र से राजनीतिक हितों और स्वार्थों की पूर्ति संभव नहीं है। डॉ.वेदप्रकाश Read more » Voter Rights Yatra vs Agenda Yatra
राजनीति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी वर्ष की यात्रा और समाज में सार्थक योगदान August 27, 2025 / August 27, 2025 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment “समर्पण, अनुशासन और समावेशिता के माध्यम से विविधता में एकता: संघ की शताब्दी यात्रा” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उद्देश्य केवल संगठन तक सीमित नहीं है। यह समाज में नैतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों को मजबूत करने, प्रत्येक व्यक्ति में अनुशासन और समर्पण विकसित करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का कार्य करता है। संघ […] Read more » Rashtriya Swayamsevak Sangh: The journey of the centenary year and its meaningful contribution to the society राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष
राजनीति चक्र और चरखा की स्वदेशी महिमा से प्रेरणा की जरूरत August 27, 2025 / August 27, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की मजबूती के लिए श्रीकृष्ण और गांधी से प्रेरणा की जरूरत जताई प्रमोद भार्गव बदलती स्थितियों में परिवर्तन के मानदंड भी बदल देते हैं। वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेशी प्रेरणा से आत्मनिर्भरता की बात हमेशा ही करते रहे हैं, परंतु इस बार उन्होंने लाल किले की प्राचीर से […] Read more » Need inspiration from the indigenous glory of Chakra and Charkha भारत की मजबूती के लिए श्रीकृष्ण और गांधी से प्रेरणा
राजनीति आत्मनिर्भरता व स्वदेशी के मूल मंत्र से ही भारत होगा मजबूत व सुरक्षित August 27, 2025 / August 27, 2025 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कई कीर्तिमान एक साथ रच डाले । लाल किले की प्राचीर से 103 मिनट तक बोलते हुए अपने राजनैतिक जीवन का सबसे लंबा भाषण दिया । अपने संबोधन में हर क्षेत्र में स्वदेशी को अपनाने के साथ ही आत्मनिर्भरता को मजबूती प्रदान करने संदेश दिया। प्रधानमंत्री […] Read more » आत्मनिर्भरता व स्वदेशी
राजनीति संसद के नियमों में हो परिवर्तन August 25, 2025 / August 25, 2025 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment देश के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा देश के सर्वोच्च लोकतांत्रिक प्रतिष्ठान अर्थात देश की संसद की अवमानना करना अब एक प्रचलन बन चुका है। संसद के मानसून सत्र को लेकर सरकार का इरादा था कि इसमें 120 घंटे की चर्चा की जाएगी। जिससे देश का विधायी कार्य निपटाने में सहायता मिलेगी। परंतु विपक्ष के अड़ियल […] Read more » राकेश संसद के नियमों में हो परिवर्तन
राजनीति भारत चाहता है यह युद्ध का नहीं, शांति का दौर बने August 25, 2025 / August 25, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग-दुनिया आज एक ऐसे दौर से गुजर रही है, जहां युद्ध और हिंसा ने सभ्यता की प्रगति को खतरे में डाल दिया है। रूस-यूक्रेन संघर्ष इसके ताजे उदाहरण के रूप में हमारे सामने है। इस युद्ध ने न केवल यूरोप की स्थिरता को हिलाकर रख दिया है, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था को गहरे संकट […] Read more » भारत चाहता है शांति का दौर
आर्थिकी राजनीति जीएसटी दरों में बदलाव:आत्मनिर्भर, सशक्त और न्यायपूर्ण व्यवस्था की ओर कदम ! August 25, 2025 / August 25, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से जीएसटी में बड़े बदलाव कर आम जनता को राहत देने की घोषणा की गई थी और अब इस क्रम में केंद्र सरकार को जीएसटी में 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत स्लैब को हटाने की राज्यों के मंत्रियों की समिति (जीओएम) से भी मंजूरी मिल गई […] Read more » Change in GST rates: A step towards a self-reliant जीएसटी दरों में बदलाव
राजनीति चुनाव आयोग नहीं, जनादेश का अपमान हो रहा है August 23, 2025 / August 23, 2025 by राजेश कुमार पासी | Leave a Comment राजेश कुमार पासी इंडिया गठबंधन के नेताओं ने 11 अगस्त को संसद से लेकर चुनाव आयोग मुख्यालय तक विरोध मार्च निकालकर हंगामा किया जबकि चुनाव आयोग ने 30 नेताओं को अपनी बात रखने के लिए बुलाया था । वास्तव में विपक्ष यह दिखाना चाहता था कि उसके विरोध को दबाया जा रहा है, इसलिए ऐसा […] Read more » चुनाव आयोग