राजनीति क्या भारत का लोकतंत्र फर्जी है? December 26, 2020 / December 26, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिकभारत के किसानों ने विपक्षी दलों पर जबर्दस्त मेहरबानी कर दी है। छह साल हो गए और वे हवा में मुक्के चलाते रहे। अब किसानों की कृपा से उनके हाथ में एक बोथरा चाकू आ गया है, उसे वे जितना मोदी सरकार के खिलाफ चलाते हैं, वह उतना ही उनके खिलाफ चलता जाता […] Read more » indian democracy fake Is India democracy fake भारत का लोकतंत्र फर्जी
राजनीति राजनीति में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी December 26, 2020 / December 26, 2020 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment एक देश का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वह कितना युवा है। 15-24 वर्ष के बीच के सभी युवा, आमतौर पर कॉलेज जाने वाले छात्र होते हैं। उनके करियर विकल्प में इंजीनियर, डॉक्टर, शिक्षक, खेल, रक्षा और कुछ उद्यमी शामिल हैं। विशेष रूप से भारत के संदर्भ में, राजनीति को कैरियर विकल्प के रूप में बहुत कम लिया […] Read more » Lack of talented youth in politics is the danger bell for democracy राजनीति में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी
राजनीति पश्चिम बंगाल की राजनीतिक हिंसा का जिम्मेदार कौन? December 24, 2020 / December 24, 2020 by प्रणय कुमार | Leave a Comment शायद ही कोई ऐसा भारतीय होगा जो बंगाल की प्रतिभा एवं बौद्धिकता को देखकर अचंभित न रह जाता हो! पर कैसी विचित्र विडंबना है कि जो बंगाल कला, सिनेमा, संगीत, साहित्य, संस्कृति की समृद्ध विरासत और बौद्धिक श्रेष्ठता के लिए देश ही नहीं पूरी दुनिया में विख्यात रहा है, वह आज हिंसा, रक्तपात, राजनीतिक हत्याओं […] Read more » Who is responsible for the political violence of West Bengal? पश्चिम बंगाल की राजनीतिक हिंसा
राजनीति लोकतंत्र में हिंसा एवं अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं! December 24, 2020 / December 24, 2020 by प्रणय कुमार | Leave a Comment लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति गहन आस्था, विकास एवं सुधार को राजनीति की केंद्रीय धुरी बनाने, आम नागरिकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करने की कला में माहिर होने तथा गहरी प्रशासनिक सूझ-बूझ के कारण प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता तमाम चुनौतियों के बीच भी बरक़रार है। स्वाभाविक है कि उनके विरोधी भी नित नवीन अवसर की […] Read more » There is no place for violence and anarchy in a democracy लोकतंत्र में हिंसा एवं अराजकता
राजनीति हिंदुत्व कभी कट्टर और आक्रामक नहीं हो सकता। December 24, 2020 / December 24, 2020 by प्रणय कुमार | Leave a Comment ठंड में कोरोना के बढ़ते प्रसार और उसकी चिंताओं के बीच पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और असदुद्दीन ओवैसी के बयानों ने पर्याप्त सुर्खियाँ बटोरीं और संभवतः वे चाहते भी यही थे। ओवैसी को राजनीति करनी है, इसलिए उनके वक्तव्यों के निहितार्थ समझ आते हैं, पर आश्चर्य है कि उपराष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर दस वर्षों […] Read more » Hindutva can never be staunch and aggressive. असदुद्दीन ओवैसी उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भारत में बढ़ती कथित असहिष्णुता हिंदुत्व हिंदुत्व कभी आक्रामक नहीं हो सकता हिंदुत्व कभी कट्टर नहीं हो सकता
राजनीति राजनीति के महायोध्दा थे अटल बिहारी वाजपेयी जी December 24, 2020 / December 24, 2020 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (96वें जन्मदिवस 25 दिसम्बर 2020 पर विशेष आलेख) भारत माँ के सच्चे सपूत, राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से पुकार जाता था भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को वो सही मायने में भारत रत्न थे। इन सबसे भी बढ़कर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जी एक अच्छे इंसान थे। […] Read more » अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति के महायोध्दा
राजनीति जम्मू-कश्मीर चुनाव का अर्थ December 24, 2020 / December 24, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ वेदप्रताप वैदिकजम्मू-कश्मीर के जिला विकास परिषद के चुनाव-परिणामों का क्या अर्थ निकाला जाए ? उसकी 280 सीटों में से गुपकार गठबंधन को 144 सीटें, भाजपा को 72, कांग्रेस को 26 और निर्दलीयों को बाकी सीटें मिली हैं। असली टक्कर गुपकार मोर्चे और भाजपा में है। दोनों दावा कर रहे हैं कि उनकी विजय हुई […] Read more » जम्मू-कश्मीर के जिला विकास परिषद के चुनाव-परिणाम जम्मू-कश्मीर चुनाव का अर्थ
राजनीति बंगाल चुनाव देश की राजनीति की दिशा तय करेगा। December 24, 2020 / December 24, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment बंगाल एक बार फिर चर्चा में है। गुरुदेव रबिन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, औरोबिंदो घोष, बंकिमचन्द्र चैटर्जी जैसी महान विभूतियों के जीवन चरित्र की विरासत को अपनी भूमि में समेटे यह धरती आज अपनी सांस्कृतिक धरोहर नहीं बल्कि अपनी हिंसक राजनीति के कारण चर्चा में है। वैसे तो ममता बनर्जी के बंगाल की […] Read more » bengal election Bengal election will decide the direction of politics of the country. बंगाल चुनाव
राजनीति कांग्रेस को अब डूबने से कोई नहीं बचा सकेगा December 24, 2020 / December 24, 2020 by निरंजन परिहार | Leave a Comment मुंबई। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुंबई कांग्रेस का नेतृत्व बदलते ही पार्टी के वरिष्ठ नेता भंवरसिंह राजपुरोहित ने कांग्रेस अंदरूनी खस्ता हालत पर तीखा हमला बोलते हुए पार्टी में उत्तर भारतीयों, मारवाड़ियों और गुजरातियों जैसे बहुत बड़े वर्ग की उपेक्षा से होनेवाले नुकसान की बात […] Read more » No one can save Congress from drowning
राजनीति शख्सियत राजनीति में शुद्धता एवं सुशासन के प्रेरक महानायक December 24, 2020 / December 24, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment अटल बिहारी वाजपेयी जन्म जयंती-25 दिसंबर 2020-ललित गर्ग- राजनैतिक जीवन में शुद्धता की, मूल्यों की, आदर्श के सामने राजसत्ता को छोटा गिनने की या सिद्धांतों पर अडिग रहकर न झुकने, न समझौता करने के आदर्श को जीने वाले महानायक एवं शासन में सुशासन के प्रेरक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती 25 दिसंबर […] Read more » Inspiring greats of purity and good governance in politics अटल बिहारी वाजपेयी जन्म जयंती राजनीति में शुद्धता एवं सुशासन
राजनीति शख्सियत अडिग संकल्प का ‘अटल’ एक राजनेता December 23, 2020 / December 23, 2020 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment (भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिवस 25 दिसम्बर पर विशेष) भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी बाजपेयी का संपूर्ण व्यक्तित्व शिखर पुरुष के रुप में दर्ज है। दुनिया में उनकी पहचान एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार व लेखक के रुप में है। संघी विचारधारा में पले- बढ़े अटलजी खुद को कभी […] Read more » भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी
राजनीति लोकतंत्र की जीवंतता कैसे कायम हो? December 23, 2020 / December 23, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्गवर्तमान में भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र एक जीवित तंत्र है, जिसमें सबको समान रूप से अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार मर्यादा में, शालीनता एवं शिष्टता से चलने की पूरी स्वतंत्रता होती है, लेकिन सत्ता एवं राजनीति के शीर्ष पर बैठे लोगों द्वारा लोकतंत्र के आदर्शों को भूला दिया जाये तो […] Read more » How should democracy live लोकतंत्र की जीवंतता