राजनीति ‘आप’ अब ‘आम आदमी’ पार्टी नहीं रही January 20, 2014 / January 20, 2014 by नीरज वर्मा | 2 Comments on ‘आप’ अब ‘आम आदमी’ पार्टी नहीं रही -नीरज वर्मा- कोई इंसान व्यक्तिगत तौर पर ईमानदार है, इस बात का महत्व है ! मगर सार्वजनिक जीवन में निजी ईमानदारी तभी मायने रखती जब उसका उपयोग सार्वजनिक जीवन में हो ! लेकिन अरविन्द केजरीवाल और उनकी “आप” यहां पर विभाजन रेखा खींच बैठे हैं ! शुरूआत शीला दीक्षित से करते हैं! ये वही […] Read more » 'आप' अब 'आम आदमी' पार्टी नहीं रही AAP
राजनीति जेपी से अन्ना तकः आपातकाल से भ्रष्टाचार तक January 18, 2014 / January 18, 2014 by डा. अरविन्द कुमार सिंह | 3 Comments on जेपी से अन्ना तकः आपातकाल से भ्रष्टाचार तक -डॉ. अरविन्द कुमार सिंह- जितना बड़ा सच ये है कि जिस ईमानदारी से क्रांतिकारियों ने जंग-ए-आजादी की लड़ाई लड़ी। उससे बड़ा सच ये है कि उस इमानदारी से देश आजाद होने के बाद राजनितिज्ञयों ने देश की सेवा नहीं की। अगर ऐसा नहीं है तो फिर क्या वजह है कि कुछ अपवादों को छोड़ […] Read more » Anna Hazare Jai Prakash Narayan जेपी से अन्ना तकः आपातकाल से भ्रष्टाचार तक
राजनीति ‘आप’ से किसे है ‘आस’? January 17, 2014 / January 17, 2014 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 2 Comments on ‘आप’ से किसे है ‘आस’? -सिद्धार्थ शंकर गौतम- 2007 का क्रिकेट विश्वकप सभी के जेहन में ज़िंदा होगा, जब ग्रुप बी के दूसरे मैच में अपेक्षाकृत कमजोर बांग्लादेश की टीम ने 2003 की रनर-अप टीम इंडिया को 5 विकेट से हराकर सनसनी मचा दी थी| उस मैच के परिणामस्वरूप टीम इंडिया विश्वकप के पहले ही चरण से बाहर हो […] Read more » 'आप' से किसे है 'आस'? AAP
राजनीति ‘आप’ की कमज़ोर कड़ी कुमार विश्वास January 16, 2014 / January 16, 2014 by निर्मल रानी | 2 Comments on ‘आप’ की कमज़ोर कड़ी कुमार विश्वास -निर्मल रानी- हिंदी गीत व गायन के माध्यम से अपने युवा प्रशंसकों के मध्य अपनी पहचान बनाने वाले कुमार विश्वास को देश ने सर्वप्रथम उस समय पहली बार देखा था जबकि वे दो वर्ष पूर्व अन्ना हज़ारे के जंतर-मंतर पर हुए अनशन के समय मंच पर तिरंगा-झंडा लहराते हुए नज़र आए थे। अन्ना हज़ारे […] Read more » 'आप' की कमज़ोर कड़ी कुमार विश्वास AAP Kumar vishwas
राजनीति नई शुरुआत को मेरा सलाम! January 15, 2014 / January 15, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -फखरे आलम- दिल्ली से भारतीय राजनीति की नई शुरुआत हुई है और इस पहल को न सिर्फ सराहा जाना चाहिए, बल्कि इस आगाज का जोरदार समर्थन भी होना चाहिए। इस नई राजनीति का हमें स्वागत करना चाहिए न कि नाक-भौं चढ़ाकर इसकी कार्यप्रणाली और प्रशासन की शैली पर संदेह करना चाहिए। 66 वर्षों के […] Read more » AAP नई शुरुआत को मेरा सलाम!
राजनीति यह कैसी देशभक्ति प्रशांत भूषण जी! January 15, 2014 / January 15, 2014 by अरविंद जयतिलक | 5 Comments on यह कैसी देशभक्ति प्रशांत भूषण जी! -अरविंद जयतिलक- आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य और देश के जाने-माने अधिवक्ता प्रशांत भूषण कश्मीर से सेना हटाने पर जनमत संग्रह की मांग कर सवालों के घेरे में आ गए हैं। इससे उनकी मुश्किलें तो बढ़ी ही आम आदमी पार्टी को भी जवाब देना मुश्किल हो गया है। यह विचित्र है कि एक […] Read more » Prashant Bhushan यह कैसी देशभक्ति प्रशांत भूषण जी!
राजनीति एक पाती अन्ना काका के नाम January 15, 2014 / January 15, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 4 Comments on एक पाती अन्ना काका के नाम पूजनीय काका, चरण-कमलों में सादर प्रणाम! आगे काका के मालूम हो कि ईहां का समाचार अच्छा है, हम राजी खुशी हैं। बस, ठंढिए कभी-कभी वाणप्रस्थी हडियन में समा जाती है। काका, तुम तो जानते ही हो कि अपनी दिहाड़ी की मज़दूरी से सिर्फ नून, तेल और लकड़ी का ही इन्तज़ाम हो पाता है। तोहार […] Read more » A letter to Anna एक पाती अन्ना काका के नाम
राजनीति वैकल्पिक राजनीति की दिशा में ‘आप’ January 14, 2014 / January 14, 2014 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on वैकल्पिक राजनीति की दिशा में ‘आप’ -प्रमोद भार्गव- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जनता पर जादुई असर ने आम आदमी पार्टी के लिए वैकल्पिक राजनीतिक दल के रूप में खड़ा होने का रास्ता खोल दिया है। गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपावाद का यह दल सही विकल्प है, क्योंकि अब तक भाजपा और राममनोहर लोहिया के समाजवादी आंदोलन से निकले लोग ही […] Read more » AAP वैकल्पिक राजनीति की दिशा में 'आप'
राजनीति अब राजनीति का नया चेहरा देखना चाहती है मतदाता January 14, 2014 / January 14, 2014 by देवेन्द्र कुमार | Leave a Comment -देवेन्द्र कुमार- कभी गाय-गोबर पट्टी के रूप में पहचाना जाने वाला हिन्दी भाषा-भाषी चार प्रदेशों में लोकसभा चुनाव के पूर्व सेमीफाइनल के बतौर देखा जाने वाला विधानसभा चुनावों में कांग्रेस चारों खाने चित्त हुई। स्वाभाविक है कि कांग्रेस के अन्दर आत्ममंथन और आत्मचिंतन की प्रक्रिया चले। इस अवसान पराजय और पराभव के कारक-कारणों की […] Read more » Voters want new political face अब राजनीति का नया चेहरा देखना चाहती है मतदाता
राजनीति प्रशांत भूषण पर ही जनमत संग्रह क्यों न करा लिया जाये ? January 13, 2014 / April 9, 2014 by राजीव रंजन प्रसाद | 5 Comments on प्रशांत भूषण पर ही जनमत संग्रह क्यों न करा लिया जाये ? -राजीव रंजन प्रसाद- यह सही है कि आम आदमी पार्टी का उदय जिस दृष्टिकोण के साथ हुआ, उसके केन्द्र में भ्रष्टाचार से त्राहि-त्राहि करते आम लोग ही हैं। आम आदमी पार्टी से लोगों की अपेक्षायें जिस तेजी से बढ़ी, उतनी ही शीघ्रता से इस पार्टी ने स्वयं को प्रसारित-प्रचारित करने वाली राजनीति को भी […] Read more » Prashant Bhushan प्रशांत भूषण पर ही जनमत संग्रह क्यों न करा लिया जाये ?
राजनीति कांग्रेस-भाजपा के मध्य ‘आप’ का निशाना January 13, 2014 / January 13, 2014 by बीनू भटनागर | 1 Comment on कांग्रेस-भाजपा के मध्य ‘आप’ का निशाना -बीनू भटनागर- 2014 लोकसभा चुनाव में परंपरागत कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच टकराव को आम आदमी पार्टी ने त्रिकोणीय मुक़ाबला बना दिया है। एक साल पहले जन्मी इस पार्टी के लिये दिल्ली विधानसभा में 28 सीटें जीतने के बाद यह दूसरी उपलब्धि है। अन्य राजनैतिक दल पहले भी उनकी उपस्तिथि स्वीकार करने को […] Read more » AAP bjp Congress कांग्रेस-भाजपा के मध्य 'आप' का निशाना
राजनीति कांग्रेस चाहे जो कर ले, भाजपा की बढ़त को रोक नहीं सकती! January 12, 2014 / April 9, 2014 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 10 Comments on कांग्रेस चाहे जो कर ले, भाजपा की बढ़त को रोक नहीं सकती! -इक़बाल हिंदुस्तानी- केजरीवाल सरकार बनवाकर उसने मोदी को ब्रेक ज़रूर लगाये हैं ? लोकपाल बिल पास कराने का दांव हो या कुकिंग गैस के सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या 9 से बढ़ाकर 12 करने पर विचार का मामला कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार दिन-ब-दिन अलोकप्रिय होती जा रही है। भाजपा ने जब से मोदी को […] Read more » AAP Congress Narendra Modi कांग्रेस अब चाहे जो कर ले भाजपा की बढ़त को रोक नहीं सकती!