राजनीति व्यंग्य एक पाती – लालू भाई के नाम October 10, 2013 / October 10, 2013 by विपिन किशोर सिन्हा | 1 Comment on एक पाती – लालू भाई के नाम आदरणीय लालू भाई, जै राम जी की। हम इहां राजी-खुशी से हैं। उम्मीद करते हैं कि आप भी रांची जेल में ठीकेठाक होंगें। ई सी.बी.आई का जजवा बउरा गया था क्या? ई बात उसका दिमाग में काहे नहीं घुसा कि आदमी जानवर का चारा कैसे खा सकता है? जानवर आदमी का चारा हज़म कर […] Read more »
राजनीति समाज छत्तीसगढ़ को फिर चाहिए रमन October 10, 2013 / October 10, 2013 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on छत्तीसगढ़ को फिर चाहिए रमन डॉ. मयंक चतुर्वेदी विकास, विकास और विकास देश में आज यह तस्वीर बनी है छत्तीसगढ़ राज्य की। एक छोटा प्रदेश कम संसाधन और क्षेत्रफल के बावजूद कैसे तरक्की पर तरक्की कर सकता है, इस प्रदेश के मामले में यह राज अब किसी से छिपा नहीं है। भारत में विकास के लिए जब राज्य पुनर्गठन […] Read more » छत्तीसगढ़ को फिर चाहिए रमन
राजनीति चुनावी दंगल में कौन कितने पानी में October 10, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी पाँच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी तैयारियां प्रारम्भ कर दी हैं। हालांकि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं उनमें चार बड़े राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस अपना प्रभाव रखतीं हैं, पर अबकी बार कुछ अन्य दल भी चुनाव मैदान में होंगे […] Read more » चुनावी दंगल में कौन कितने पानी में
राजनीति विधि-कानून दागियों के अरमानों पर कुठाराघात October 10, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव राहुल गांघी की बुलंदी ने आखिरकार दागियों के अरमानों पर पानी फेर दिया। लालू प्रसाद यादव ऐसे पहले कद्रदावर नेता होंगे,जिनके राजनीतिक जीवन पर भ्रष्टाचार के कारण लगाम लग रही है। बिहार के पूर्व मूख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और कांग्रेस नेता रशोद मसूद सजा की जद में आ जाने के कारण भविष्य में […] Read more » दागियों के अरमानों पर कुठाराघात
राजनीति व्यंग्य व्यंग्य बाण : आगे अम्मा की मरजी October 9, 2013 by विजय कुमार | Leave a Comment पिछले दिनों कई साल बाद एक घरेलू कार्यक्रम में गांव जाने का अवसर मिला। बहुत दिन बाद गया था, अतः पुराने संबंध और यादें ताजा करने के लिए मैं कुछ दिन और रुक गया। एक दिन मैं अपने पुराने मित्र चंपकलाल के घर बैठा गप लड़ा रहा था, तभी वहां एक अधेड़ महिला प्रेस के […] Read more » व्यंग्य बाण : आगे अम्मा की मरजी
राजनीति राष्ट्रीय पार्टी, क्षेत्रीय राह October 9, 2013 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment हिमांशु शेखर दस साल बाद केंद्र की सत्ता के ख्वाब संजोने वाली भाजपा अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पहली बार दलितों और मुसलमानों को क्षेत्रीय दलों की तरह लुभा रही है. हर राजनीतिक दल की देश-समाज में एक पहचान होती है. कोई जाति विशेष की राजनीति के लिए जाना जाता है तो […] Read more » क्षेत्रीय राह राष्ट्रीय पार्टी
राजनीति ‘माइनस’ लालू बिहार की तस्वीर October 8, 2013 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक करीब 17 साल पुराने चारा घोटाला मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत द्वारा राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव और जगरनाथ मिश्रा समेत 45 लोगों को दोषी और फिर सजा मुकर्रर किए जाने के बाद साबित हो गया है कि कानून की चक्की धीमी ही सही पर बहुत महीन पीसती है। इस फैसले ने […] Read more » 'माइनस' लालू बिहार की तस्वीर
राजनीति शिंदे ने लिखी विवाद की चिटठी October 8, 2013 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on शिंदे ने लिखी विवाद की चिटठी प्रमोद भार्गव जब किसी प्रजातांत्रिक देश के शासक प्रशासनिक लगाम लगाने में कमजोर साबित होते हैं,तो वे समाज को जाति और धर्म के खानों में बांटने की मुहिम में लग जाते हैं। नाकामियों के बावजूद ऐन-केन-प्रकारेण सत्ता में बन रहने की हसरत, बांटने की इस राजनीति को और ज्यादा बढ़ावा देने का काम करती […] Read more » शिंदे ने लिखी विवाद की चिटठी
राजनीति क्या संप्रग सरकार दिशा विहीन है? October 8, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्तानी कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार के निर्णय को कठघरे में खड़ा करके यह संकेत दिया है कि संप्रग सरकार दिशा विहीन है। सरकार के कार्य और संगठन के विचार में भिन्नता का संदेश मुखरित करने वाले राहुल का यह कृत्य नि:संदेह प्रशंसा के योग्य है। लेकिन सवाल फिर पैदा होते हैं […] Read more » क्या संप्रग सरकार दिशा विहीन है?
राजनीति बोल बड़े, बिल अटके पड़े October 8, 2013 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment हिमांशु शेखर कांग्रेस दावा करती है कि उसका हाथ आम आदमी के साथ है. लेकिन उसकी अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने कई ऐसे विधेयक लटका रखे हैं जिनका सीधा संबंध उसी आम आदमी की भलाई से है. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की मुख्य पार्टी कांग्रेस के नेता यह दावा करते हुए नहीं अघाते कि उनकी सरकार […] Read more » बिल अटके पड़े
राजनीति जब तक जनता धर्म के नाम पर भड़केगी तब तक नेता वोट लेते रहेंगे। October 7, 2013 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 2 Comments on जब तक जनता धर्म के नाम पर भड़केगी तब तक नेता वोट लेते रहेंगे। ये लोग पांव नहीं ज़ेहन से अपाहिज हैं, उधर चलेंगे जिधर रहनुमा चलाता है… -इक़बाल हिंदुस्तानी यूपी के डीजीपी देवराज नागर यह देखकर हैरान हैं कि मुज़फ्फरनगर में जिन हिंदू मुस्लिम नेताओं ने ज़हरीले भाषण देकर दंगा कराया और पाक की वीडियो सीडी कवाल की बताकर लोगों को भड़काया उनके समुदाय के लोग आज भी […] Read more » 0 जब तक जनता धर्म के नाम पर भड़केगी तब तक नेता वोट लेते रहेंगे।
राजनीति राजनीति के कालिदास October 7, 2013 / October 7, 2013 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment हिमांशु शेखर ‘सीएजी सरकार के प्रति जवाबदेह नहीं है. उसे अपनी रिपोर्ट में सरकार की आलोचना करने का अधिकार मिला हुआ है. संसद में अगर कोई सीएजी की आलोचना करता है तो इसका अर्थ यह माना जाएगा कि वह बगैर किसी भय और पक्षपात के साथ उसके कार्य करने के संवैधानिक अधिकार को चुनौती […] Read more » राजनीति के कालिदास