राजनीति प्रधानमंत्री जी, यही तो हैं ‘बड़ी मछलियां’ November 8, 2010 / December 20, 2011 by तनवीर जाफरी | 5 Comments on प्रधानमंत्री जी, यही तो हैं ‘बड़ी मछलियां’ गत दिनों कांग्रेस कार्य समिति का अखिल भारतीय अधिवेशन नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन पर जहां कांग्रेसजनों की निगाहें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व महासचिव राहुल गांधी के संबोधन पर लगी थीं वहीं विपक्ष तथा देश का मीडिया भी बड़ी उत्सुकता से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस की अध्यक्ष व महासचिव सहित अन्य […] Read more » Prime Minister प्रधानमंत्री
राजनीति दिल जीतने की कला है ओबामा का नाच November 8, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on दिल जीतने की कला है ओबामा का नाच बराक ओबामा भारत आए हैं तो उन्होंने आम लोगों में उम्मीदें जगा दी हैं। बराक ओबामा की जो चीज सबसे ज्यादा अपील कर रही है वह है उनका और उनकी पत्नी का उन्मुक्त भाव से नाचना। ये दोनों अपनी मस्ती,अनौपचारिकता और सामान्यत्व में असाधारण होने का छद्म एहसास पैदा कर रहे हैं। मैं मुम्बई के […] Read more » Obama ओबामा
राजनीति कांग्रेस की नापाक चालों के विरूद्ध संघ का आंदोलन 10 नवम्बर से November 8, 2010 / December 20, 2011 by रामदास सोनी | 1 Comment on कांग्रेस की नापाक चालों के विरूद्ध संघ का आंदोलन 10 नवम्बर से विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी, समाजसेवी, सामाजिक व सांस्कृतिक संगठन आरएसएस द्वारा इसी 10 नवम्बर को भारतभर के सभी जिला केन्द्रो पर केन्द्र सरकार द्वारा उसके विरूद्ध किए जा रहे अनर्गल प्रचार व विष वमन के विरोध में धरना प्रदशर्न करने की घोषणा की गई है। आम जनमानस के मन में संघ का अर्थ है दो […] Read more » RSS संघ का आंदोलन
राजनीति बराक ओबामा की मानवीयता और हमारी संप्रभुता November 8, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on बराक ओबामा की मानवीयता और हमारी संप्रभुता अमेरिका के राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा जब कल भारत पहुँचे तो उनके कई चेहरे नजर आए। इनमें पहला मानवीय चेहरा नजर आया है। ओबामा के मानवीय पहलू पर टीवी चैनलों ने खूब जोर दिया है। बराक ओबामा ने आते ही 26/11 के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और जिस तरह का गंभीर भाषण दिया वह काबिले […] Read more » Barak Obama President of America अमेरिका के राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा
राजनीति लोकतन्त्र या परिवारतन्त्र? November 6, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on लोकतन्त्र या परिवारतन्त्र? -तरुणराज गोस्वामी काँग्रेस गर्व कर सकती है कि भारतीय स्वतन्त्रता आंदोलन मेँ उसकी भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण रही हो या स्वतन्त्रता के पश्चात् उसी ने भारत पर सबसे ज्यादा समय तक राज किया हो। लेकिन विश्व के सबसे महान कहे जाने वाले लोकतंत्र में सबसे पुरानी और सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते काँग्रेस को […] Read more » Democracy परिवारवाद वंशवाद
राजनीति सोनिया गांधी के सामने कबीरा रोया November 6, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on सोनिया गांधी के सामने कबीरा रोया -जगदीश्वर चतुर्वेदी सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी पर इस देश को अमीर बनाने का जुनून सवार हो गया है। वे येन-केन प्रकारेण देश को अमीर बनाने पर तुले हैं। लेकिन अमीर बनाने के चक्कर में गरीबों की मुसीबतें बढ़ गयी हैं। वे मनरेगा-मनरेगा चिल्लाते रहते हैं। पहले सोनिया गांधी की सास गरीबी हटाओ-गरीबी […] Read more » Soniya Gandhi राहुल गांधी सोनिया गांधी
खेल जगत राजनीति अयोध्या और कॉमनवेल्थ के बीच मीडिया November 4, 2010 / December 20, 2011 by उमेश चतुर्वेदी | 2 Comments on अयोध्या और कॉमनवेल्थ के बीच मीडिया -उमेश चतुर्वेदी भारतीय और खासकर भाषाई मीडिया की भूमिका को लेकर इन दिनों राजनीति से लेकर समाज के प्रमुख वर्गों की ओर से सराहना के बोल सुनने को मिल रहे हैं। बीस साल पहले अयोध्या के मसले को लेकर भाषाई मीडिया पर उकसाने वाली रिपोर्टिंग के आरोप लगे थे। भूत-प्रेतों की ऐय्यारी दुनिया और एलियनों […] Read more » Commamwealth Games अयोध्या कॉमनवेल्थ
राजनीति सिर फोड़ने का सलीका November 4, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 4 Comments on सिर फोड़ने का सलीका -जगदीश्वर चतुर्वेदी हिन्दुत्व का स्वप्नलोक बदल रहा है। स्वप्नलोक से यहां तात्पर्य है यूटोपिया से। जो लोग भारत को हिन्दूराष्ट्र बनाना चाहते हैं उनके पास हिन्दू राष्ट्र और हिन्दुत्व की समग्र परिकल्पना है, ऐसा उनका दावा है। वे सिर्फ एक मौका चाहते हैं। उनका दावा है कि वे यदि केन्द्र सरकार सिर्फ अपने बलबूते पर […] Read more » RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंदू राष्ट्र भाजपा
राजनीति वामपंथी हिंसा, हिंसा न भवति।। November 4, 2010 / December 20, 2011 by शैलेन्द्र कुमार | 8 Comments on वामपंथी हिंसा, हिंसा न भवति।। -शैलेन्द्र कुमार ये एक सर्वमान्य सिद्धांत है कि जो विचार मानव समाज के अनुकूल नहीं होंगे वो स्वतः ही ख़त्म हो जायेंगे। वामपंथ ऐसी ही एक फांसीवादी विचारधारा है, जो जहाँ भी उभरी भारी जन-धन की तबाही लेकर आयी लेकिन जल्द ही लोगों को इस असफल विचारधारा का भान हो गया और अब ये खात्मे […] Read more » Left-wing violence वामपंथी हिंसा
राजनीति जनता से दूर जनता का राज November 3, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -श्याम नारायण रंगा भारत एक लोकतांत्रिक देश है। विश्व के सबसे बड़े इस लोकतंत्र मे तंत्र का निर्माण लोक द्वारा किया जाता है और जनता का जनता के द्वारा जनता के लिए शासन का निर्माण होता है। परन्तु वर्तमान में जो तस्वीर नजर आती है उससे ये लगता है कि लोक अपने तंत्र का निर्माण […] Read more » Public जनता
कविता राजनीति राजीव दुबे की कविता : प्रश्नों के बढ़ते दायरे November 2, 2010 / December 20, 2011 by राजीव दुबे | 5 Comments on राजीव दुबे की कविता : प्रश्नों के बढ़ते दायरे प्रश्नों के दायरे बढ़ रहे हैं, और आवाजें फुसफुसाहटों से कोहराम में बदल रही हैं। ‘कलावती’ का नाम लेकर संसद में तालियाँ तो बज़ गईं, और ‘कलावती’ को कुछ रुपये भी मिल गये होंगे – सहायता के नाम पर। अब उसी ‘कलावती’ और उस जैसों के हजारों करोड़ लुट गए दिल्ली की निगरानी में – […] Read more » poem कविता
राजनीति संघ के बहाने, चले वोट कमाने November 1, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 8 Comments on संघ के बहाने, चले वोट कमाने -तरुणराज गोस्वामी किसी गाँव में एक कुत्ता रहता जो खा–खाकर बहुत मोटा तगड़ा हो रहा था। उसने गाँव में अच्छी खासी धमक जमा रखी थी, उसने गाँव भर में फैला रखा था कि उसके पूर्वज ही हर प्रकार के हमलों से ग्रामीणों की रक्षा करते रहे हैँ और वही सबका रखवाला है ये अलग बात […] Read more » RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ