विधि-कानून विविधा लोकतंत्र में न्यायिक सक्रियता May 29, 2016 by श्याम नारायण रंगा | Leave a Comment भारत में आजादी के बाद लोकतांत्रिक गणराज्य की अवधारणा को लागू किया गया और पूरे देश में व्यवस्था को विधायिका, न्यायपालिका एवं कार्यपालिका के रूप में तीन भागों में बांटा गया। इन तीनों अंगों का अपना अपना कार्यक्षेत्र भी निर्धारित किया गया और यह तय किया गया कि कोई भी अंग किसी दूसरे के कार्यक्षेत्र […] Read more » Judicial activism न्यायिक सक्रियता लोकतंत्र
पर्यावरण विविधा क्या आप कल्पना कर सकते हैं May 29, 2016 / May 29, 2016 by अभिषेक कांत पांडेय | Leave a Comment अभिषेक कांत पाण्डेय मई की तपती गरमी में पानी की किल्लत आम बात है। वायुमंडल में आग का गोला बरस रहा है। उत्तर भारत के साथ देश के पहाड़ी क्षेत्र भी भीषण गरमी के चपेट में है। पिछले पचास सालों में पर्यावरण को जबरजस्त नुकसान पहुंचा है। आज भी हम क्रंकीट के शहर में खुद […] Read more » प्राकृतिक आपदा
विविधा 31मई:धुम्रपान निषेध दिवस May 29, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on 31मई:धुम्रपान निषेध दिवस डा.राधेश्याम द्विवेदी विश्व धूम्रपान निषेध दिवस / अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस को तम्बाकू से होने वाले नुक़सान को देखते हुए साल 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य देशों ने एक प्रस्ताव द्वारा 7 अप्रैल 1988 से मनाने का फ़ैसला किया था। इसके बाद साल हर साल की 31 मई को तम्बाकू निषेध दिवस […] Read more » 31मई Anti tobacco day धुम्रपान निषेध दिवस
विविधा 30 मई : गोवा राज्य का दर्जा दिवस May 29, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी गोवा या गोआ (कोंकणी: गोंय), क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है। पूरी दुनिया में गोवा अपने खूबसूरत समुंदर के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिये जाना जाता है। गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था। पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग 450 […] Read more » 30 मई गोवा राज्य का दर्जा दिवस
विविधा स्वास्थ्य-योग स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा May 29, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी स्वास्थ्य का तात्पर्य रोगों से मुक्ति मात्र नहीं, निरोगी काया की रचना करना है। ऐलोपैथी हालांकि तुरंत परिणाम का दावा करती है, पर वह रोगों की जड़ समाप्ति की बात नहीं करती। भारत जैसे विशाल देश में, जहां लगभग सत्तर प्रतिशत जनसंख्या आज भी गांवों में रहती है, वैकल्पिक चिकित्सा का ज्ञान, […] Read more » deficit of doctors in India Featured medical education चिकित्सा शिक्षा स्वास्थ्य
विविधा स्वास्थ्य-योग मानव शरीर से खिलवाड़ कब तक May 27, 2016 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment प्रवीण दुबे दुनिया का सबसे बड़ा बाजार और उसका लाभ उठाने की आड़ में तमाम देशी-विदेशी खाद्य सामग्री उत्पादक कम्पनियां और विविध क्षेत्रों में कारोबार करने वाले उद्योगपति आम देशवासियों के स्वास्थ्य से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। आखिर सरकार इसको लेकर कड़े नियम क्यों लागू नहीं करती? जो नियम हैं वो केवल कागजों तक […] Read more » buns carcinogenic chemicals in bread मानव शरीर से खिलवाड़ मानव शरीर से खिलवाड़ कब तक
विविधा शख्सियत भाजपा के सांसद जगदंबिका पाल का रिपोर्ट कार्ड May 27, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी भारतीय राजनीतिज्ञ श्री जगदंबिका पाल का जन्म 21 अक्टूबर 1950 को हुआ था। उन्हें ‘वन डे वंडर ऑफ इंडियन पॉलिटिक्स’ कहा जाता है।पिता का नाम स्वर्गीय श्री सूर्या बख्श पाल और माता की नाम स्वर्गीय श्रीमती मूल राजी देवी था। जन्म स्थान Rameshwerpuri जिला बस्ती (उत्तर प्रदेश) है। 15 वीं लोकसभा में […] Read more » जगदंबिका पाल भाजपा सांसद जगदंबिका पाल सांसद जगदंबिका पाल का रिपोर्ट कार्ड
विविधा ओ३म् का विवाद बनाम भारत का लोकतंत्र May 27, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on ओ३म् का विवाद बनाम भारत का लोकतंत्र अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून 2016) की आहट होते ही कुछ छद्मी धर्मनिरपेक्षियों ने कहना आरंभ कर दिया है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए या किसी भी योग शिविर में मुसलमानों के लिए ‘ओ३म्’ बुलवाना उचित नही है। ऐसे लोगों से उचित रूप से पूछा जा सकता है कि यदि ‘ओ३म्’ भारत में नही […] Read more » Featured ओ३म् ओ३म् का विवाद भारत का लोकतंत्र
विविधा कृषि, सहकारिता एवं बैंकिंग की ओर भारत के बढ़ते कदम May 25, 2016 by अशोक बजाज | Leave a Comment मोदी सरकार के दो वर्ष होने पर विशेष लेख अशोक बजाज रायपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं । हालांकि किसी भी सरकार के कामकाज के आंकलन के लिए 2 वर्ष का समय पर्याप्त नहीं है लेकिन इन दो […] Read more » Featured कृषि बैंकिंग की ओर भारत के बढ़ते कदम सहकारिता
विविधा धार्मिक समरसता एक वैश्विक स्वभाव May 25, 2016 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on धार्मिक समरसता एक वैश्विक स्वभाव तनवीर जाफ़री हज़ारों वर्षों से पूरे विश्व में कहीं न कहीं धर्म व नस्ल भेद के नाम पर मानव जाति में टकराव होते रहे हैं। आज भी अनेक चिंतक, समाजशास्त्री व लेखक ऐसे हैं जो कभी ईसाईयों व मुसलमानों के मध्य सभ्यता के संघर्ष की थ्योरी को सही साबित करने की कोशिश में लगे रहते […] Read more » Featured धार्मिक समरसता वैश्विक स्वभाव
पर्यावरण विविधा प्रकृति को संवारने के लिए जागरुकता होना जरूरी May 25, 2016 / May 25, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment कहा जाता है कि प्रकृति अगर अपना रौद्र रूप धारण कर ले तो फिर मानव जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा। हमारे भारत में प्रकृति को सहेजने वाली कई इकाइयों को पूजनीय माना है। पूजनीय इसलिए भी है, क्योंकि यह जीवन दायिनी हैं। फिर चाहे देश में कल-कल बहती नदियां हों, या […] Read more » Featured प्रकृति
विविधा राजभाषा संबंधी समझौते के फलितार्थ May 25, 2016 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री संविधान सभा को जिन विषयों पर बहुत अधिक विचार – विमर्श करना पड़ा, उनमें से एक विषय स्वतंत्र भारत की राजभाषा से संबंधित था । परस्पर विरोधी विचार वाले सदस्यों के कारण यह विषय बहु – आयामी बन गया था । संविधान सभा में राजभाषा के लिए हिंदी ( जिसे कुछ लोग […] Read more » Featured राजभाषा राजभाषा संबंधी समझौते के फलितार्थ