विविधा आतंकवाद समर्थक के रूप में उभरता भारत May 16, 2011 / December 13, 2011 by मयंक चतुर्वेदी | 11 Comments on आतंकवाद समर्थक के रूप में उभरता भारत मयंक चतुर्वेदी विश्व के सभी मुस्लिम बाहुल्य एवं अन्य देशों में भले ही ओसामा बिन लादेन के समर्थन में नमाज अता नहीं की गई हो, किन्तु आतंक के इस जहरीले नाग को अमेरिका ने जब अपनी सैन्य, कूटनीति और गुप्तचर शक्ति के बल पर कुचला तो विश्व ने देखा कि भारत के अंदर जगह-जगह उसकी […] Read more » terrorism आतंकवाद
विविधा प्रकृति के अनुरुप घड़ी May 15, 2011 / December 13, 2011 by अशोक बजाज | Leave a Comment अशोक बजाज चौंक गए ना इस घड़ी को देख कर ? आपका चौंकना जायज है क्योकि इस घड़ी की नंबरिंग सामान्य घड़ियों की तरह नही बल्कि उसके ठीक विपरीत है .ये ही नही बल्कि इसके कांटे भी सामान्य घड़ियों से उल्टे चलते है . किसी चीज के घुमने की दिशा प्रकट करना हो तो आम […] Read more »
विविधा आतंकवाद के खात्मे के लिए जेहादी विचारधारा का अंत जरूरी May 13, 2011 / December 13, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on आतंकवाद के खात्मे के लिए जेहादी विचारधारा का अंत जरूरी बृजनन्दन यादव आतंकवाद एक संगठित विचारधारा है। एक निश्चित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किये गये हिंसात्मक तथा अनैतिक कार्यों द्वारा सरकार पर दबाव डालना अतंकवाद है। यह एक ऐसा सैद्धान्तिक तरीका है जिसके द्वारा कोई संगठित गिरोह अपने घोषित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हिंसा का योजनाबध्द ढंग़ से इस्तेमाल करता है। आतंकवादी […] Read more » Jihadist ideology इस्लामिक आतंकवाद जिहादी विचारधारा
विविधा इंसाफ के लिए लड़ रहे जैन को न्याय कब मिलेगा ? May 13, 2011 / December 13, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 10 Comments on इंसाफ के लिए लड़ रहे जैन को न्याय कब मिलेगा ? बेटे-बेटी और मां को खो चुके मध्यप्रदेश के एक नागरिक की दिल दहला देनी वाली कहानी देवाशीष मिश्रा भारतीयों ने जब अंग्रेजों से भारत छोड़ने को कहा तो उसके पीछे कई कारण थे, जिसमें क प्रमुख बात थी, भारतीयों को न्याय न मिल पाना।अंग्रेजी सरकार व न्यायपालिका भारतीय जनता के साथ न्यायसंगत व्यवहार नहीं कर […] Read more » Nirmal Jain निर्मल जैन
विविधा ग्राम सुराज-विश्वसनीय छत्तीसगढ़ का आधार May 12, 2011 / December 13, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सुखदेव कोरेटी एवं पी.के.पांडेय छत्तीसगढ़ सरकार की संवेदनशील कदमों ने छत्तीसगढ़ को विश्वसनीय छत्तीसगढ़ का दर्जा दिलाया है। राज्य में पिछले 7 वर्षो में हर वर्ग के लिये विकास के साथ -साथ संवेदनशील एवं मानवीय पहलुओं से जुड़े मामलों को भी बड़ी गंभीरता से लेते हुये लोगों को सहायता पंहुचाने के लिये असरकारक कदम उठाये […] Read more » Chattishgarh छत्तीसगढ़ डॉ. रमन सिंह
विविधा छत्तीसगढ़ : ये कैसा सुराज, ये कैसा दिखावा ! May 12, 2011 / December 13, 2011 by गोपाल सामंतो | 3 Comments on छत्तीसगढ़ : ये कैसा सुराज, ये कैसा दिखावा ! गोपाल सामंतो सुनने और पढ़ने में शायद ये काफी अजीब लगे पर ये सच है कि छत्तीसगढ़ सरकार 5 सालो में 50 दिन जनता के बीच बिताती है और उसे सुराज के नाम से प्रख्यात करने में कोई चूक नहीं करती है. आखिर ये कैसा सुराज है जहा नौकरशाह खानापूर्ति करने के नाम से मात्र […] Read more » Chattishgarh छत्तीसगढ़ डॉ. रमन सिंह
विविधा इन्जीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में अफरातफरी May 12, 2011 / December 13, 2011 by डॉ. मनोज मिश्र | Leave a Comment डॉ0 मनोज मिश्र छात्रों की संख्या की दृष्टि से देश की सबसे बड़ी इन्जीनियरिंग (ए.आई.ई.ई.ई.) की प्रवेश परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो जाने से देश भर के प्रवेशार्थी छात्रों, अभिभावकों एवं इस व्यवस्था से जुडे अन्य लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल है। आई.आई.टी. की प्रवेश परीक्षा के बाद देश की सबसे प्रतिष्ठित इस परीक्षा […] Read more » Entrance exam of Engineering इन्जीनियरिंग प्रवेश परीक्षा
विविधा जयप्रकाश से अन्ना तक May 11, 2011 / December 13, 2011 by गंगानन्द झा | 2 Comments on जयप्रकाश से अन्ना तक गंगानन्द झा अन्ना हजारे के अनशन को केन्द्र में ऱखते हुए हो रही हलचल सन 1974 ई में बिहार के जयप्रकाश आन्दोलन की याद ताजा करती है। फर्क है इन आन्दोलनों के पीछे की शक्ति की पहचान में, अन्ना की सेना सिविल सोसायटी कहलाते हैं, जयप्रकाश की सेना छात्र कहलाते थे। उस समय सिविल सोसायटी […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जयप्रकाश नारायण
विविधा हिन्दू एकता देश के लिए जरूरी क्यों ? May 11, 2011 / December 13, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिन्दू एकता देश के लिए जरूरी क्यों ? आनन्द शंकर पण्डया 01. भारत को यदि पड़ोसी शत्रुओं के हाथ में जाने से बचाना है, इस्लामी जेहादी आतंकवादियों से देश की रक्षा करनी है, इस गृहयुद्ध से देश बचाना है, यदि भारत को अखण्ड और एकात्म रखना है तो इसके लिए अत्यावश्यक है – हिन्दू एकता। 02. जब हिन्दू राजाओं में एकता नहीं थी […] Read more »
विविधा हे ! भारत तुम कहाँ हो ! May 10, 2011 / December 13, 2011 by सुरेन्द्र चतुर्वेदी | 3 Comments on हे ! भारत तुम कहाँ हो ! सुरेन्द्र चतुर्वेदी क्या भारत सिर्फ एक बाजार है ? जहां पर खरीदने और बेचने वाले लोगों का बोलबाला है और क्या यहां सिर्फ पैसा ही पूजा जाता है ? और चूंकि बाजार का उद्देश्य मुनाफा कमाना होता है इसलिये वह किसी भी नियम, नीति और अनीति को नहीं मानता। इसलिये वहां की राज्यसत्ता को देश […] Read more » India भारत
विविधा 1857: ज़रा याद करो कुर्बानी May 10, 2011 / December 13, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 22 Comments on 1857: ज़रा याद करो कुर्बानी डॉ० राजेश कपूर 1857 के स्वतन्त्रता संग्राम को 10 मई को 154 वर्ष पूरे होजाएंगे. इस संग्राम को याद करके आज भी यूरोपियनों की नीद हराम हो जाति है. इस संग्राम की यादों को दफन करने, इससे बदनाम करने, तथ्यों को छुपाने व तोड़ने-मरोड़ने के अनगिनत प्रयास तब भी हुए और आज भी चल रहे […] Read more » 1857 War
विविधा ओसामा नहीं, पर आतंकवाद जीवित है May 10, 2011 / December 13, 2011 by नरेश भारतीय | 1 Comment on ओसामा नहीं, पर आतंकवाद जीवित है नरेश भारतीय अमरीका ने ११ सितम्बर २००१ को न्यूयार्क में हुए फिदायीन हवाई हमलों के बाद जिसे अपना सबसे बड़ा शत्रु माना उस विश्व आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन को अंतत: इस दुनिया से विदा दे दी. आतंकवाद के विरुद्ध अमरीका की अपनी रणनीति में कथित प्रमुख सहायक देश पाकिस्तान के ही एक नगर एबटाबाद […] Read more » terrorism आतंकवाद ओसामा बिन लादेन