विविधा भारतीय गणराज्य की दुर्दशा October 6, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on भारतीय गणराज्य की दुर्दशा भारतीयों की पुण्यभूमि कश्मीर -फ्रांसिस गोतियर यदि कोई हिन्दू आज अपने इतिहास के सबसे प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक पवित्र तीर्थस्थल अमरनाथ की यात्रा करना चाहता है तो उसे यह यात्रा जबर्दस्त पुलिस बंदोबस्त और सेना के संरक्षण में करनी पड़ती है और ऊपर से जान जाने का खतरा हमेशा बना रहता है। जब […] Read more » Jammu Kashmir जम्मू- कश्मीर पत्थरबाजी
विविधा हाशिम फिर निकले लिए ‘लुकाठा’ हाथ October 6, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on हाशिम फिर निकले लिए ‘लुकाठा’ हाथ -वीरेन्द्र सेंगर हाशिम अंसारी ९० वसंत देख चुके हैं| साठ साल तक अनवरत मुकदमा लड़ते-लड़ते वे कभी नहीं थके। उन्होंने वह मंजर भी देखा है, जब पूरी अयोध्या में धर्म के नाम पर रक्त पिपासुओं की टोलियां हुंकार भरती नजर आती थीं। वह दौर भी देखा है, जब पूरा शहर दहशत के चलते दुबक जाता […] Read more » Hashim Ansari हाशिम अंसारी
विविधा आस्था की जय-जयकार में रेशनल की विदाई October 4, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 13 Comments on आस्था की जय-जयकार में रेशनल की विदाई -जगदीश्वर चतुर्वेदी हमारे अनेक ब्लॉग पाठक आस्था के आधार पर हाल ही में आए इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के फैसले पर मुग्ध हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वे राम-राम जपते-जपते इस भवसागर को आसानी से पार कर जाएंगे। आस्था को इन लोगों ने तर्क, विज्ञान, आधुनिक न्याय, संविधान आदि सबसे ऊपर […] Read more » Ayodhya Movement अयोध्या आंदोलन श्रीराम जन्मभूमि
विविधा होनहार की कसौटी October 4, 2010 / December 21, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on होनहार की कसौटी -सतीश सिंह विश्वविद्यालयों और उससे संबद्ध कॉलेजों में दाखिले की वर्तमान प्रक्रिया के ऊपर गाहे-बगाहे लोग ऊंगली उठाते रहे हैं। इसका मूल कारण सभी बच्चों में नामचीन कॉलेजों में दाखिला लेने की चाहत का होना है। कोई भी इस चूहा दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहता है। इसमें बच्चों की भी गलती नहीं है। मूलत: […] Read more » Education शिक्षा
विविधा साम्प्रदायिकता का उत्तर आधुनिक तर्कशास्त्र और मार्क्सवाद October 3, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 15 Comments on साम्प्रदायिकता का उत्तर आधुनिक तर्कशास्त्र और मार्क्सवाद -जगदीश्वर चतुर्वेदी उत्तर आधुनिकतावाद के बारे में जबलपुर के निशांत और उनके कुछ युवा दोस्तों ने अपनी जिज्ञासाएं रखी हैं। वे चाहते हैं उनके साथ सार्वजनिक संवाद किया जाए। प्रस्थान बिंदु के रूप में अभी जो समस्या चल रही है। उसके संदर्भ में उत्तर आधुनिक विचारक ल्योतार के विचारों की रोशनी में कुछ कहना चाहूँगा। […] Read more » Sectarianism साम्प्रदायिकता
विविधा कलकत्ता का गांधी भवन जहां गांधी ने कहा था- मैंने ऐसी खंडित आजादी नहीं चाही थी October 3, 2010 / December 22, 2011 by राजेश त्रिपाठी | 5 Comments on कलकत्ता का गांधी भवन जहां गांधी ने कहा था- मैंने ऐसी खंडित आजादी नहीं चाही थी -राजेश त्रिपाठी देश जब आजादी से सिर्फ तीन कदम दूर था, पश्चिम बंगाल का कलकत्ता महानगर मानवता से कोसों दूर जा चुका था। हिंदू-मुसलिम दंगों का दावानल नगर के कोने-कोने को भस्म कर रहा था और हर तरफ हो रहा था मानवता का हनन। यह 1947 के अगस्त महीने की बात है। देश के इस […] Read more » Mahatma Gandhi महात्मा गांधी
विविधा महात्मा गाँधी अभी जीवित हैं October 3, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. सी. पी. राय | 2 Comments on महात्मा गाँधी अभी जीवित हैं -डॉ. सी.पी. राय आज से ६२ वर्ष पूर्व महात्मा गाँधी की महज शारीरिक हत्या कर दी गयी, लेकिन बापू मरे नहीं। अपने विचारों और आदर्शों के साथ वो आज भी जिन्दा है। ६२ वर्ष बीत गए। इतनी लम्बी अवधि में एक पूरी पीढ़ी गुजर जाती है, राष्ट्र के जीवन में अनगिनत संघर्षों, संकल्पों और समीक्षाओं […] Read more » Mahatma Gandhi महात्मा गांधी
विविधा वर्तमान दौर में गांधी दर्शन की प्रासंगिकता October 2, 2010 / December 22, 2011 by तनवीर जाफरी | 2 Comments on वर्तमान दौर में गांधी दर्शन की प्रासंगिकता -तनवीर जाफ़री वैश्विक स्तर पर व्याप्त हिंसा, मतभेद, बेरोजगारी, महंगाई तथा तनावपूर्ण वातावरण में आज बार-बार यह प्रश्न उठाया जा रहा है कि गांधी के सत्य व अहिंसा पर आधारित दर्शन और विचारों की आज कितनी प्रासंगिकता महसूस की जा रही है। यूं तो गांधीवाद का विरोध करने वालों ने जिनमें दुर्भाग्यवश और किसी देश […] Read more » Mahatma Gandhi महात्मा गांधी
विविधा बदनाम होने के बाद भी नाचते ये दबंग मुन्ने October 1, 2010 / December 22, 2011 by पंकज झा | 8 Comments on बदनाम होने के बाद भी नाचते ये दबंग मुन्ने -पंकज झा क्या आपने वालीवुड की दबंग दुनिया से बाहर कभी ‘बदनाम’ होने के बाद भी नाचते किसी मुन्नी को देखा है? अगर नहीं तो नेट पर हिन्दी साइटों को खंगालना शुरू कर दीजिए. आपको पता चल जाएगा कि केवल मलाइका अरोड़ा ही किसी डार्लिंग के लिए बदनाम होने पर नहीं नाचती है. अपने यहां, […] Read more » Ram Birthplace बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि विवाद
विविधा रामजन्मभूमि पर अदालत का निर्णय : एक रास्ता या एक मन्ज़िल October 1, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on रामजन्मभूमि पर अदालत का निर्णय : एक रास्ता या एक मन्ज़िल -तरुणराज गोस्वामी रामजन्मभूमि को लेकर साठ सालों से अदालत में चल रहे विवाद पर निर्णय आने के तुरंत बाद जिलानी साहब आकर कहते हैं कि वे सुप्रीम कोर्ट जायेंगे, ये वही जिलानी साहब है जो सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड की ओर से अदालत मेँ तथ्य प्रस्तुत कर रहे थे और कल तक बड़ा ज़ोर लगाकर अदालत […] Read more » Ayodhya Movement रामजन्मभूमि
विविधा जहां राम लला की प्रतिमा विराजमान है, वह जमीन हिंदुओं को मंदिर के लिए दिया जाए: इलाहाबाद उच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला September 30, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on जहां राम लला की प्रतिमा विराजमान है, वह जमीन हिंदुओं को मंदिर के लिए दिया जाए: इलाहाबाद उच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला लखनऊ। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ बेंच ने बाबरी मस्जिद रामजन्मभूमि पर ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा है कि विवादित जमीन को तीन हिस्सों में बांटा जाए। भाजपा के वरिष्ठ नेता और वरिष्ठ वकील रविशंकर प्रसाद ने बताया कि तीनों जजों ने अपने फैसले में कहा कि विवादित भूमि को तीन हि्स्सों में बांटा जाएगा। […] Read more » Ilahbad High Court इलाहाबाद हाइकोर्ट लखनऊ बेंच
विविधा अफ़वाहें… जंगल में आग की तरह फैलती हैं… September 29, 2010 / December 22, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 3 Comments on अफ़वाहें… जंगल में आग की तरह फैलती हैं… -फ़िरदौस ख़ान अफ़वाहें… जंगल में आग की तरह फैलती हैं… मौजूदा वक़्त की नज़ाकत को देखते हुए इससे बचकर रहना बेहद ज़रूरी है…क्योंकि अफ़वाहें और दहशत दोनों की ही प्रतिक्रियाएं संक्रामक होती हैं. अफ़वाहें महज़ एक फ़ीसदी लोग ही फैलाते हैं. ज़्यादातर अफ़वाहें तथ्यों से परे होती हैं. अफ़वाहों के बारे में सच्चाई को जानने […] Read more » Forest अफवाह