विविधा जनसंख्या रजिस्टर में बंग्लादेशी घुसपैठ – गम्भीर खतरे को आमन्त्रण June 8, 2010 / December 23, 2011 by विनोद बंसल | 2 Comments on जनसंख्या रजिस्टर में बंग्लादेशी घुसपैठ – गम्भीर खतरे को आमन्त्रण – विनोद बंसल एक अप्रैल से प्रारम्भ हुई भारतीय जनगणना विश्व के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी। केन्द्रीय गृहमंत्री श्री पी. चिदम्बरम के अनुसार जनगणना कर प्रत्येक नागरिक को पहचान पत्र दिया जाने का काम इतने व्यापक पैमाने पर विश्व के इतिहास में कभी नहीं हुआ। वास्तव में, भरी जा रही जानकारी […] Read more » Population जनसंख्या रजिस्टर बंग्लादेशी घुसपैठ
विविधा भोपाल गैस कांड : आख़िर कब मिलेगा पीड़ितों को इंसाफ़ June 7, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 2 Comments on भोपाल गैस कांड : आख़िर कब मिलेगा पीड़ितों को इंसाफ़ -फ़िरदौस ख़ान इतिहास की सबसे बुरी औद्योगिक त्रासदी कहे जाने वाले भोपाल गैस कांड को ढाई दशक से भी ज़्यादा का वक़्त बीत चुका है, लेकिन इतने अरसे तक इंसाफ़ की राह तकते-तकते पीड़ितों की आंखें पथरा गई हैं. हालत यह है कि इस मामले में भोपाल सीजेएम कोर्ट का आज आया फ़ैसला भी पीड़ितों […] Read more » Bhopal Gas Tragedy भोपाल गैस कांड
विविधा नॉबेल पुरस्कार विजेता कविगुरु रबीन्द्रनाथ ठाकुर June 7, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on नॉबेल पुरस्कार विजेता कविगुरु रबीन्द्रनाथ ठाकुर -नीरेन्द्र देव कविगुरु रबीन्द्रनाथ ठाकुर ने साहित्य के क्षेत्र में अपनी जन्मभूमि बंगाल में शुरुआती सफलता प्राप्त की। वह साहित्य की सभी विधाओं में सफल रहे किन्तु सर्वप्रथम वह एक महान कवि थे। अपनी कुछ कविताओं के अनुवादों के साथ वह पश्चिमी देशों में भी प्रसिध्द हो गए। कविताओं की अपनी पचास और अत्यधिक लोकप्रिय […] Read more » Nobel Prize रबीन्द्रनाथ ठाकुर
विविधा बोले जाने पर बोला जाना चाहिये June 7, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -अखतर अली इन दिनों जितना बोला जा रहा है उतना शायद बोले जाने के इतिहास में और कभी नहीं बोला गया होगा। कौन बोल रहा है, क्यों बोल रहा है, क्या बोल रहा है, ये कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। बोला जाना चीखे जाने मे तब्दील हो चुका है। लोग माईक में चिल्ला […] Read more » Speaking बोलना
विविधा माखनलाल विश्वविद्यालय : लाल ना रंगाऊं मैं हरी ना रंगाऊं June 4, 2010 / December 23, 2011 by पंकज झा | 18 Comments on माखनलाल विश्वविद्यालय : लाल ना रंगाऊं मैं हरी ना रंगाऊं – पंकज झा सन 2001 की एक रात को इस लेखक को आजतक चैनल के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री से साक्षात्कार का ‘अवसर’ मिला था. लेकिन अपने कैमरा टीम और पूरे ताम-झाम के साथ प्रधानमंत्री निवास पहुंच कर पहला सवाल पूछने से पहले ही इस बालक की नींद टूट गयी थी. सुबह-सुबह अखबार में माखनलाल पत्रकारिता […] Read more » Makhanlal Chaturvedi Patrakarita Vishwavidyalay बी के कुठियाला माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
विविधा थ्येन आनमन नरसंहार, ब्लू स्टार और सलवा जुड़ूम May 28, 2010 / December 23, 2011 by पंकज झा | 2 Comments on थ्येन आनमन नरसंहार, ब्लू स्टार और सलवा जुड़ूम -पंकज झा अब फिर पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में ट्रेन पर किये हमले में नक्सलियों ने करीब सौ नागरिकों के परिवार को उजाड दिया है. जब हमले दर हमले करके नक्सली इस लोकतंत्र की चूलें हिलाने में लगें हैं. दांतेवाडा के एर्राबोर से लेकर चिंतलनार और अब पश्चिम बंगाल के मिदनापुर तक में बौखलाहट में […] Read more » Blue Star ब्लू स्टार
विविधा सिकुड़ती धरती, पसरता शहर May 28, 2010 / December 23, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment -सतीश सिंह तेज शहरीकरण की आपाधापी में इंसान उन बुनियादी तथ्यों को भूल चुका है जो प्रकृति द्वारा प्रदत्ता संसाधनों की हदों से वास्ता रखते हैं। जमीन इंसान की तरह अपनी आबादी को नहीं बढ़ा सकती। इस वास्तविकता को इंसान समझने के लिए आज भी तैयार नहीं है। छोटे से लेकर बड़े शहरों में दनादन […] Read more » city शहर
विविधा मिड डे मील : पौष्टिक बनाम दूषित भोजन खाने को मजबूर बच्चे May 28, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 1 Comment on मिड डे मील : पौष्टिक बनाम दूषित भोजन खाने को मजबूर बच्चे -फ़िरदौस ख़ान स्कूलों में मिलने वाला दोपहर का भोजन ‘मिड डे मील’ भी बच्चों को कुपोषण से बचाने में सहायक साबित नहीं हो पा रहा है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-3) की रिपोर्ट के मुताबिक़ हरियाणा में 41.9 फीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में तीन […] Read more » Food भोजन
विविधा अंडमान : बदलाव की बयार के तीस साल May 27, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -एस. बालाकृष्णन बंगाल की खाड़ी के पूर्व में स्थित भारत के पन्ना द्वीपों की यह दूसरी यात्रा थी। जब इंडियन एयरलाइन्स का जहाज वीर सावरकर हवाई अड्डे पर उतरा तो तीस साल पहले के पोर्ट ब्लेयर की छवि दिमाग पर छायी हुई थी। उस समय का जीवन स्मृति पटल पर अंकित था। अतीत की छवि […] Read more » Andman अंडमान
विविधा हमारे देश की सारी समस्या का हल – हिन्दी है May 27, 2010 / December 23, 2011 by सतीश कुमार आर. रावत | 5 Comments on हमारे देश की सारी समस्या का हल – हिन्दी है -सतीश कुमार आर. रावत “हमारा देश सन 1947 में आजाद हुआ” यह शब्द हमें हर जगह और हर दिन सुनने को मिलता है पर यह है नहीं। क्या आपने कभी सोचा है कि चीन, जापान, अमेरीका, ब्रिटेन आदि देश इतनें विकसित क्यों हैं? इसका एक छोटा जवाब (उत्तर) है, कि उन्हों ने अपनी मात्र भाषा […] Read more » hindi हिंदी
विविधा नंदीग्राम से वेदांत विश्वविद्यालय तक- सरकारी दमन की एक ही गाथा May 24, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 2 Comments on नंदीग्राम से वेदांत विश्वविद्यालय तक- सरकारी दमन की एक ही गाथा -डॉ कुलदीप चंद अग्निहोत्री 12 मई 2004 को मुम्बई में वर्ली में रहने वाले चार लोगों ने मिलकर भारतीय कम्पनी अधिनियम की धारा 25 के अन्तर्गत स्टरलाईट फाउंडेशन का पंजीयन करवाया। इस धारा के अंतर्गत पंजीयन होने वाली कम्पनियां प्राइवेट होती हैं और उनका उद्देश्य लाभ कमाना नहीं बल्कि जनसेवा करना होता है। फाउंडेशन का […] Read more » Vedant University वेदांत विश्वविद्यालय
विविधा अंग्रेजी की रोटी में जहर May 22, 2010 / December 23, 2011 by विश्वमोहन तिवारी | 18 Comments on अंग्रेजी की रोटी में जहर –एयर वाइस मार्शल विश्वमोहन तिवारी जब भी भारत में अंग्रेजी भाषा की भूमिका पर चर्चा होती है विद्वान लोग अक्सर प्रश्न करते हैं कि यह कैसे कहा जा सकता है कि ‘अंग्रेजी भाषा ने पारिवारिक प्रेम के स्थान पर प्रत्येक सदस्य को मात्र अपने स्वार्थों के लिये ही उत्तरदायी बना दिया है? नारी स्वातंत्र्य के […] Read more » National Language राष्ट्रभाषा हिंदी