चाइना के कोरोना तूने कर दिया कमाल

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चाइना के कोरोंना तूने कर दिया कमाल,
तूने यह कैसी चली है चाल,
सारा विश्व हो गया है बेहाल,
तू खुद हो गया है मालामाल।

न कहीं तूने तोप तलवार चलाई,
न कहीं तूने ढाल कृपाण चलाई।
न कहीं तूने अपनी मिसाइल चलाई,
तूने हर जगह अपनी ही चलाई।
सारा विश्व हो गया है अब निढाल,
चाइना के कोरोना तूने कर दिया कमाल।।

कल कारखानों भी सब बंद हो गए,
मजदूर बेचारे भी सब घर चले गए,
उनका बेरोजगारी से बुरा हुआ है बेहाल,
सड़को पर घूम रहे हैं वे सब फटे हाल,
कैसे सुधरेंगे उनके ये फटे हुए अब हाल।
चाइना के कोरोना तूने कर दिया कमाल।।

अस्तपतालो में लंबी लंबी लाइन है लगी,
आक्सीजन की हो रही है हर जगह कमी,
मरघटो पर भी अब लंबी है लाइन लगी,
कब्रिस्तानों में भी कोई अब जगह न बची,
तुझे ये देखकर जरा भी न हुआ मलाल,
चाइना के कोरोना ने कर दिया कमाल।।

ये सब देखकर तूने ली है लंबी अंगड़ाई,
तूने किसी की न करी अभी तक भलाई,
अपने मतलब के लिए तू पाक में घुस रहा,
उसको मदद देकर उसपर रौब गाठ रहा,
तू है बडा मतलबी तेरा बुरा होगा हाल,
चाइना के कोरोना तूने कर दिया कमाल।।

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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