नई दिल्ली। इसी महीने 27 अप्रैल से शुरू होने वाली डॉ. हेडगेवार ‘शतरंज’ प्रतियोगिता का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री वीके सिह करेंगे। श्री सिंह ने इस कार्यक्रम में शामिल होने पर अपनी स्वीकृति प्रदान करते हुए कहा कि प्रतियोगिता ‘युगपुरुष’ डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के नाम पर हो रही है जो दूरदर्शी सोच और गहरी परिकल्पना के महान नायक थे। उन्होंने कहा कि दूसरी अहम बात है कि शतरंज हमें जीवन में धैर्य और सकारात्मक सोच की ओर प्रोत्साहित करता है, इसलिए जरूरी है कि इस खेल के खिलाड़ियों व खेल-प्रेमियों को बढ़ावा मिले।
प्रतियोगिता के आयोजन समिति के संयोजक शिरिश जैन बताते हैं कि यह हमारे लिए काफी गौरव की बात है कि माननीय केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने इस प्रतियोगिता में शामिल होने पर अपनी स्वीकृति दी है। श्री जैन बताते हैं कि 27 अप्रैल को ही आयोजित होने वाले पहले राउंड के दौरान अतिथि श्री सुब्रमण्यम स्वामी होंगे, वहीं उसी दिन दूसरे राउंड में श्री राम माधव जी मौजूद होंगे। 28 अप्रैल को तीसरे राउंड के दौरान अतिथि एचएस ब्रह्मा (इसीआई) होंगे, वहीं उसी दिन चौथे राउंड के लिए रुसी राजदूत एमएस काडाकीन होंगे। 29 अप्रैल को पांचवें राउंड के लिए अतिथि के रूप में केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर मौजूद होंगे, वहीं उसी दिन छठे राउंड के दौरान केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी होंगे। 30 अप्रैल को सातवें राउंड के दौरान अतिथि केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी होंगे, वहीं उसी दिन आठवें राउंड के दौरान केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री जितेंद्र सिंह होंगे।
विस्तृत जानकारी पेश करते हुए श्री जैन बताते हैं कि एक मई को नौवें राउंड के दौरान अतिथि महेश शर्मा होंगे, वहीं पुरस्कार का वितरण केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय युवा मामलों व खेल मंत्री सरबनंदा सोनवाल करेंगे। बता दें कि ऐसा शायद पहली बार होगा कि नई दिल्ली में आयोजित हो रही शतरंज प्रतियोगिता के लिए एक साथ अलग-अलग राउंड में अलग-अलग केंद्रीय मंत्री मौजूद होंगे। श्री जैन कहते हैं कि शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन ही इसलिए किया गया क्योंकि यही एक खेल है जो हमें जीवन में धैर्यवान होने की प्रेरण देता है। इसके अलावा जीवन में यह भी सीख देता है कि योजना और क्रियान्वयन का बेहतर तालमेल हो तो जीवन में एक छोटा मनुष्य भी बहुत बड़ा कर सकता है।
इस शतरंज प्रतियोगिता में कई केंद्र मंत्री शामिल होने जा रहे है , ज़रूर ये प्रतियोगिता ऐतिहासिक बनेगी