—विनय कुमार विनायक
सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान
सनातन के अपमान का बंद करो सियासी दुकान
सनातन से सब निकला सनातन में सबकी आस्था
सनातन धर्म से सभी जीव जगत विश्व को वास्ता!
सनातन धर्म ने ही
वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही
सनातन धर्म की पुकार है
सर्वे भवन्तु सुखिनः सभी जीव जन्तु सुखी हो
सनातन धर्म ने ही कहा है
सर्वे सन्तु निरामया सबकी हो निरोगी काया
सबका पथ प्रकाशित हो
पड़े नहीं किसी को दुख दारिद्र्य अंधकार की छाया!
सनातन है भारत की परम्परा सनातन धर्म में आसरा
सनातन धर्म को गाली न दो सनातन से घृणा न करो!
सनातन धर्म को कम ना समझो कमतर ना आंको
सनातन धर्म को मिटाने का चलाओ नहीं अभियान
सनातन के विरोधियों का शीघ्र टूट जाएगा अभिमान!
सनातनी को मिटानेवाले सारे गुमानियों का टूट गया गुमान
गुलाम खिलजी तुगलक सैयद लोदी तैमूर चंगेज हुए गुमनाम
रावण कौरव कंश गजनवी गोरी बाबर औरंगजेब हुए निर्वंश!
सनातन धर्म का नहीं कोई आदि और नहीं कोई अंत
सनातन धर्म से ही निकले हैं सारे संत महंत धर्मग्रंथ
सनातन से ही वैदिक हिन्दू बौद्ध जैन सिख मत पंथ!
सनातन धर्म से ही निकले सभी चौबीस जैन तीर्थंकर
अहिंसावादी आदिनाथ ऋषभदेव से वर्धमान महावीर तक!
सनातन धर्म में प्रकट हुए सारे अवतार गुरु भगवान
राम कृष्ण बुद्ध गुरु नानक से गुरु गोविंद सिंह तक!
सनातन में समान तन समान मन समान जीवन
आत्मा की समानता निरंतरता में विश्वास की जाती
सनातन में चींटी से सर्प व्हेल हाथी वट पीपल तुलसी
सभी जीव जंतुओं की सलामती की दुआ की जाती!
सनातन को कोई मिटा न सका कोई मिटा नहीं पाएगा
सनातन को मिटाने की मंशा पालनेवाला ही मिट जाएगा
सनातन धर्म मिटाने की मत करो कोई साजिश दुर्भिसंधी
अगर सनातन से टूट बिछुड़ गए हो तो कर लो पुनर्वापसी!
बिना सनातन धर्म दर्शन सनातनी मत पंथ मतदान का
कभी होगा नहीं कल्याण मान सम्मान किसी मनुज जन का
कभी पूर्ण होगा नहीं अरमान किसी दूषित दुराग्रही मन का
शीघ्र होगा अवसान जातिवादी फिरकापरस्त अंग्रेजीदां का!
—विनय कुमार विनायक